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Radha Mohan Spoiler : एपिसोड की शुरुआत कादंबरी और राधा के बीच तनावपूर्ण टकराव से होती है. कादम्बरी ने राधा पर भावनाओं से खेलने और त्रिवेदी परिवार के विश्वास को धोखा देने का आरोप लगाया. माहौल तब और भी तनावपूर्ण हो जाता है जब गुरुमा अप्रत्याशित रूप से दामिनी को थप्पड़ मार देती है, जिससे सभी लोग सदमे में आ जाते हैं. तनाव के बीच गुरुमां किसी के आने का बेसब्री से इंतजार करती नजर आ रही हैं. अचानक, कादंबरी घटनास्थल पर प्रकट होती है, गुरुमा को कुछ धनराशि सौंपती है और उसे अपने जीवन से गायब होने का निर्देश देती है. रहस्यमय लेन-देन भौंहें चढ़ा देता है, और दर्शक इस बात की झलक पाते हैं कि कैसे कादंबरी ने अपनी चालाक योजनाओं को सावधानीपूर्वक क्रियान्वित किया.
जैसे-जैसे घटनाएँ सामने आती हैं, केतकी को यादों की चमक का अनुभव होता है, उसे याद आता है कि कैसे राधा ने पहले कादम्बरी का सम्मान किया था. राधा के व्यवहार में अचानक आए बदलाव से अजीत, राहुल और केतकी हैरान हो गए और वे दुविधा की स्थिति में आ गए. इस बीच, दामिनी और कावेरी अपनी सफलता का जश्न मना रही हैं, अपने पेय का आनंद ले रही हैं और राधा के साथ जो हुआ उस पर संतुष्टि व्यक्त कर रही हैं. हालाँकि, कावेरी दामिनी को सतर्क रहने की चेतावनी देती है क्योंकि माना जाता है कि तुलसी की आत्मा अभी भी मोहन के शरीर में मौजूद है. साज़िश को बढ़ाते हुए, कादंबरी घर में एक रहस्यमय तरीके से पुनः प्रवेश करती है, और खुद से बातचीत करती है. उससे अनजान, राधा इस गुप्त संवाद को सुन लेती है और उसके अपराध को उजागर करने के लिए कादंबरी के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने का संकल्प लेती है. एपिसोड का अंत राधा द्वारा सच्चाई को उजागर करने और कादंबरी को न्याय दिलाने के दृढ़ संकल्प के साथ होता है.