हम 2023 के आधे रास्ते पर हैं और इन्ही महीनों में हमें ओटीटी पर कुछ अभिनेताओं के शानदार प्रदर्शन देखने को मिले है. हाल के कुछ प्रदर्शनों ने साबित कर दिया है कि किसी एक्टर का परफॉर्मेंस स्क्रीन समय पर निर्भर नहीं है. यहां कुछ ऐसे एक्टर्स का उल्लेख हैं जिनके अभिनय को प्रशंसकों के साथ-साथ आलोचकों ने भी पसंद किया:
अपारशक्ति खुराना - जयंती:
अपारशक्ति ने अपने किरदार बिनोद दास (जो पहले कुछ भी नहीं था) से लेकर मदन कुमार (सुपर स्टार) बनने तक के सफर को खूबसूरती से दर्शाया है. अपने परफॉर्मेंस के माध्यम से, वे इस मल्टीस्टार शो के लिए माहौल तैयार करने में कामयाब रहे. बीते जमाने की दुनिया की बारीकियों को सही ढंग से पेश करने के लिए अपारशक्ति की काफी सराहना की गई.
ईशा तलवार - सास बहू और फ्लेमिंगो:
बड़ी स्टार कास्ट में डिंपल कपाड़िया जैसी दिग्गज और अनुभवी अभिनेत्रियों के साथ भी, ईशा तलवार ने बड़ी बहू, उर्फ बिजली, जो एक ड्रग कार्टेल चलाती है, के रूप में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. उन्होंने अपने किरदार को काफी संवेदनशील तरीके से निभाया, जो समलैंगिक रिश्ते और सुविधा की शादी के बीच संघर्ष करती है, जिससे यह समलैंगिक समुदाय के बीच काफी प्रासंगिक बन गया है.
इश्वाक सिंह - रॉकेट बॉयज़ 2:
इश्वाक सिंह ने भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई की भूमिका निभाकर एक अमिट छाप छोड़ी. इश्वाक ने अपने अभिनय से इस किरदार को इतना प्रतिष्ठित बना दिया कि डॉ. विक्रम साराभाई उनके पर्याय बन गये. उनके अभिनय को उनके प्रशंसकों और आलोचकों ने खूब सराहा.
वामिका गब्बी - जयंती:
वामीका द्वारा 'जुबली' में निलोफर का चित्रण अविस्मरणीय प्रदर्शनों में से एक माना जा रहा है. इस अभिनेत्री ने अपने चरित्र को नकारात्मक रूप में दिखाए बिना, निलोफर के महत्वाकांक्षी और कभी न हार मानने वाले रवैये को सहजता से उभारा और सामने प्रस्तुत किया है. उनके अभिनय को जीनत अमान जैसी दिग्गज अभिनेत्रियों से सराहना मिली.
गुलशन देवैया - दहाड़
बिल्कुल स्वाभाविक अभिनय के लिए जाने जाने वाले गुलशन देवैया ने अपने 'दहाड़' के किरदार- पुलिस अधिकारी देवीलाल सिंह को प्रासंगिक बना दिया. अपने संवादों की उनकी सहज प्रस्तुति और उनके चरित्र के सूक्ष्म विवरणों को पकड़ने का उनका कौशल ध्यान देने योग्य है जिससे उनकी मनोरंजन जगत में खूब चर्चा हो रही है.
राजश्री देशपांडे - अग्निपरीक्षा:
कोई तो वजह है कि इंडस्ट्री में समीक्षकों द्वारा राजश्री सबसे ज्यादा प्रशंसित अभिनेत्रियों में से एक बन गई है. 'ट्रायल बाय फायर' में अपने संयमित लेकिन प्रभावशाली प्रदर्शन से, उन्होंने दर्शकों को एक माँ के दर्द का एहसास कराया जो अपने बच्चों की मौत के लिए न्याय पाने के लिए संघर्ष कर रही है.
विजय वर्मा -लस्ट स्टोरीज़ 2'
कुछ समय पहले वेब सिरीज़ 'दहाड़' में खूंखार, निर्दयी आनंद स्वर्णकार की भूमिका को जीवंत करते हुए विजय वर्मा ने मनोरोगी किरदारों को एक नया चेहरा दिया. अब एक बार फिर उन्होने अपनी हालिया ओटिटी प्रस्तुति 'लस्ट स्टोरीज़ 2' के साथ हंगामा खड़ा कर दिया है . इस सीरीज़ में वे एक ऐसे युवक का चरित्र निभा रहे हैं जो शादी से पहले सेक्स का ट्रायल करते हैं. खबरों के अनुसार उन्होने दर्शकों से इस फ़िल्म को पूरे परिवार के साथ देखने की राय दी और कहा कि वासना यानी लस्ट वाली इस सीरीज़ को छुपकर देखने की जरूरत नहीं, लस्ट के दृश्यों को फास्ट फॉरवर्ड करना नहीं, क्योंकि लस्ट सबने फील किया, चिडियों, मधुमक्खीयों, तितलियों, माता, पिता, दादा, दादी, राज, सिमरन, रोमियो, जूलिएट, अंकल, आंटी - - - इस बार शर्मा कर नहीं, खुल्लम खुल्ला, सबको इकठ्ठा करके पॉपकॉर्न खाते हुए सबके साथ देखें." लस्ट स्टोरीज़ 2' के लिए विजय वर्मा के इस राय पर हर तरफ हंगामा मचा हुआ है.