ऋचा का कहना है कि शॉर्ट फिल्में कहानी कहने का एक कठिन फॉर्मेट है।
अभिनेत्री ऋचा चड्ढा का प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में ज्यूरी सदस्य होना कोई नई बात नहीं हैं लेकिन इस बार, जल्द ही वे दुनिया के सबसे बड़े भारतीय फिल्म समारोहों में से एक की ज्यूरी सदस्य होंगी। पिछले साल, ’मेलबर्न 2020’ के वर्चुअल इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न की अविश्वसनीय सफलता के बाद, प्थ्थ्ड अगले महीने ऑनलाइन और सिनेमाघरों दोनों में इसकी मेजबानी करने के लिए तैयार है।
12 से 21 अगस्त तक सिनेमाघरों में और 15 से 30 अगस्त तक ऑनलाइन ऑस्ट्रेलिया-वर्ल्डवाइड में आयोजित होने वाले इस प्रेस्टीजियस उत्सव के 12वें संस्करण ने अब प्थ्थ्ड शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता की एंट्री के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। इस साल की शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता के लिए, ज्यूरी में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता ओनिर के साथ प्रोडयूसर, एक्टर और सामाजिक कार्यकर्ता, ऋचा चड्ढा होंगी।
इस वर्ष की शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता का विषय मॉडर्न स्लेवरी और इक्वेलिटी है। अपनी स्थापना के बाद से, IFFM अपनी समानता, स्वतंत्रता और समावेश के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता के लिए इस वर्ष की थीम का उद्देश्य समकालीन दुनिया में इन सिद्धांतों पर मंडरा रहे खतरों को दूर करना है। फिल्म फ्रीवे के माध्यम से शॉर्ट फिल्म जमा की जानी हैं। जमा करने की अंतिम तिथि 20 जुलाई है और IFFM की आधिकारिक वेबसाइट, शॉर्ट फिल्म जमा करने के लिए, विवरण, नियम और शर्तें प्रदान करती है। भारत के पिछले विजेताओं में कॉलिन डीकुन्हा (दोस्ताना 2), वरुण शर्मा (बंटी और बबली 2), और मंज मखीजा (स्केटर गर्ल) जैसे सफल फिल्म निर्माता शामिल हैं।
ज्यूरी का हिस्सा बनने पर ऋचा चड्ढा कहती हैं, ज्यूरी सदस्य के रूप में IFFM शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल 2021 का हिस्सा बनना एक अविश्वसनीय एहसास है। यहां फिर से आना, लेकिन इस बार एक जज के रूप में, बहुत रोमांचक है। हमें यकीन है कि हमें मॉडर्न स्लेवरी और इक्वेलिटी के विषय पर कुछ आश्चर्यजनक लघु फिल्में देखने को मिलेंगी जो काफी जटिल विषय हैं। साथ ही, अनुभव के अनुसार, मुझे पता है कि कम समय में पूरी कहानी बताना कितना मुश्किल है, वह भी इतना महत्वपूर्ण विषयों पर। इसलिए मैं वास्तव में इस वर्ष सभी लघु फिल्म प्रविष्टियों की प्रतीक्षा कर रही हूं।
ज्यूरी का हिस्सा बनने पर ऋचा चड्ढा आगे कहती हैं, “ज्यूरी सदस्य के रूप में IFFM शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल 2021 का हिस्सा बनना एक अलग और गर्वित करने वाला एहसास है। मैं इस फेस्टिवल में कई बार पहले भी शामिल हुई हूँ लेकिन सिर्फ एक अभिनेत्री के रूप में, इस बार यहां एक जज के रूप में आने का अलग ही आंनद है और मैं बड़ी बेसब्री से राह देख रही हूँ इस फेस्टिवल के शुरू होने का।”
आईएफएफएम महोत्सव के निदेशक मितु भौमिक लांगे कहती हैं, “हम ओनिर और ऋचा चड्ढा को आईएफएफएम में इस साल की लघु फिल्म प्रतियोगिता के लिए जूरी के रूप में पाकर बहुत रोमांचित हैं। वे ठीक उसी तरह के न्यायाधीश हैं जो न केवल दूसरों को प्रेरित करते हैं बल्कि उनके पास अपने संबंधित क्षेत्रों में स्पेशिलिटी होने के साथ साथ प्रतिभा का प्रतिनिधित्व करने के लिए सुप्रीम वर्क का एक विशाल भंडार है और हम उन्हें 2021 के उत्सव में अपने सम्मानित न्यायाधीशों के रूप में पाकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं।”