हैप्पी बर्थडे एकता कपूर
एकता कपूर का नाम आजकल जानीमानी हस्तियों मे गिना जाता है।और उन सक्सेसफुल वुमन्स मे जिन्होंने अपने डैम पर सब कुछ हासिल किया हो। प्रोडूसर और बालाजी टेलीफिल्म की हेड एकता कपूर का जन्म 7 जून, 1975 को मुंबई मे हुआ। एकता ने पिता की सहमति से टीवी प्रोडक्शन हाउस खोला और सबसे पहले दूरदर्शन के लिए कार्यक्रम बनाए। 1994 में बालाजी टेलिफिल्म्स की स्थापना के बाद, 1995 से ही एकता टीवी की दुनिया में सक्रिय हो गईं और कई लोकप्रिय और कामयाब धारावाहिकों का निर्माण किया।
एकता ने ''हम पांच'', ''क्योंकि सास भी कभी बहू थी'', ''कहानी घर-घर की'', ''कसौटी जिंदगी की'', ''कहीं किसी रोज'', ''कुसुम'', ''कुटुंब'', ''कहीं तो होगा'', ''कसम से'', ''बंदनी'', ''पवित्र रिश्ता'', ''प्यार की एक कहानी, ''कितनी मोहब्बत है'', ''किस देश में है मेरा दिल'' और ''करम अपना-अपना'' जैसी घर-घर में देखी जाने वाली लोकप्रिय सीरियलों को घर घर पहुंचाने का श्रेय एकता को जाता है।
एकता उन प्रोडसेरस मे से हैं । जो ओर्डियन्से की दुखती रत या कहे पसंद न पसंद को बखूबी जान चुकी हैं तभी तो उनके सीरियल्स हो या फिल्मस उन्हें कामयाबी हमेशा ही हाथ लगी है ।और इसका आगाज़ उन्होंने अपने पहले सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू थी'' से ही केर दिया था।यह वो सीरियल था जो एकता कपूर के लिए पहली बड़ी सफलता लाया। इस सारियल ने लगातार नौ सालों तक छोटे पर्दे पर राज किया। और उसके बाद एकता के और बालाजी टेलीफिल्मस के कई सीरियलस आए जिन्होंने न केवल टीवी सीरियलस की परिभाषा बदली व एक नई विचारधारा का संचार भी समाज मे किया लोग एकता के सीरियलस के लिए घडी पर नज़र टिकट रहते और महिला दर्शकों पर तो इसका इस कदर असर हुआ की उनकी जुबान पर बस उन सीरियलस की ही बातें रहती।उनके सोप ओपेरा जिनमें हम पांच, क्योंकि सांस भी कभी बहू थी, कहानी घर घर की, कसौटी जिंदगी की, काव्यंजलि, कभी सौतन कभी सहेली, कहीं तो होगा, किस देश में है मेरा दिल, कसम से, कुसुम, कुटुंब, बंदिनी, कितनी मोहब्बत है, तेरे लिए, प्यार की ये एक कहानी, परिचय-नई जिंदगी के सपनों का, गुमराह, एंड आॅफ इनोसेंस, क्या हुआ तेरा वादा, पवित्र रिश्ता, बड़े अच्छे लगते हैं आदि। वे अभी जोधा अकबर, पवित्र बंधन, मेरी आशिकी तुमसे ही, इतना करो ना मुझे प्यार, कलश-एक विश्वास, कुमकुम भाग्य ,ये हैं मोहब्बतें और चन्द्रनन्दनी जैसे सीरियल्स की निर्माता हैं। एकता हमेशा एक्सपेरिमेंट करती रहती हैं और शायद इसी वजह से दर्शक उनके सीरयिलों से जुड़ाव महसूस करते हैं।
छोटे पर्दे पर कब्जा जमाने के बाद एकता ने फिल्म निर्माण में भी कामयाबी हासिल की। एकता के बैनर ने 'वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई', 'शूट ऑउट एट लोखंडवाला' 'लव सेक्स और धोखा' और 'रागिनी एमएमएस', क्या सुपर कूल हैं हम, द डर्टी पिक्चर, एक थी डायन, शूटआउट एट वडाला, लुटेरा, वन्स अपाॅन ए टाइम इन मुंबई दोबारा, कुकु माथुर की झंड हो गई, रागिनी एमएमएस2, शादी के साइड एफेक्टस, मिलन टाकीज, मैं तेरा हीरो जैसी सफल फिल्मों का निर्माण किया है और बॉलीवुड में नई शैली स्थापित करने की कोशिश की है और उसमे काफी हद तक कामयाबी भी हासिल की ।तो ये कहना गलत नहीं होगा की एकता अपने माता पिता की एक ऐसी बिटिया हैं।जिनपर सिर्फ उनके माता पिता ही नहीं बल्कि सबको नाज़ होता हैं और हर कोई ऐसी बेटी की चाहत रखते हैं । एकता की 2017 में आने वाली फिल्म का नाम वीरे दी वेडिंग