हैप्पी बर्थडे दिव्या दत्ता दिव्या दत्ता
भले ही बॉलीवुड की लीडिंग एक्ट्रेस नहीं हैं फिर भी दर्शक उनके अभिनय के कायल हैं। दिव्या दत्ता फिल्म जगत में अपने सरीखे अभिनय के लिए जानी जाती हैं। दिव्या दत्ता का जन्म 25 सितंबर 1977 को पंजाब के लुधियाना में हुआ था। जब दत्ता काफी छोटी थी तभी उनके पिता का देहांत हो गया था। उनकी माँ का नाम नलिनी दत्ता जोकि एक सरकारी कर्मचारी होने के साथ-साथ डॉक्टर भी हैं। पिता की मृत्यु के बाद नलिनी की माँ ने अकेले दत्ता और उनके भाई का लालन-पालन किया। दिव्या दत्ता बचपन में पढ़ाई में अव्वल दर्जे की छात्रा थीं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से की। उसके बाद आगे की पढ़ाई उन्होंने केम्ब्रिज स्कूल लुधियाना से की है।
दिव्या दत्ता जिस परिवार से ताल्लुक रखती हैं ,जहां सभी मेडिकल के क्षेत्र में कार्यरत हैं। लेकिन दिव्या कुछ अलग करना चाहती थीं। उन्हे बचपन से ही अभिनय का शौक था। मुंबई आने से पहले दत्ता ने अपने होम-स्टेट में मॉडलिंग की शुरुआत की। उन्होंने वहां कई कमर्सियल ऐड किये। उसके बाद दत्ता मुंबई आ गयी। दत्ता ने अपने करियर की शुरुआत 1994 में फिल्म इश्क में जीना इश्क में मरना फिल्म की। दत्ता को 1995 में अपने करियर की पहली बतौर लीड फिल्म सलमान खान के अपोजिट वीरगति मिली थी। जो बॉक्सऑफिस पर बुरी तरह पिट गयी थी। इसके बाद दिव्या ने फिल्मों में सपोर्टिंग एक्ट्रेस के तौर पर काम करना शुरू कर दिया।
साल 2004 में दिव्या को पहचान यशराज फिल्मस की फिल्म 'वीरजारा' से मिली। इस फिल्म में दत्ता के अलावा शाहरुख़ खान, प्रीती जिंटा, रानी मुखर्जी थे। फिल्म में इतने बड़े एक्टर होनें के बाद भी दिव्या अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों और आलोचकों का ध्यान अपनी ओर खींचनें में कामयाब रहीं। दत्ता ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू फिल्म द लास्ट ईयर से किया था। इस फिल्म में उनके अलावा मेगास्टार अमिताभ बच्चन, पप्रीती जिंटा, अर्जुन रामपाल नजर आये थे। इस फिल्म में दिव्या ने एक नर्स की भूमिका अदा की थी। फिल्म की स्क्रीनिंग टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में हुई थीं। इस फिल्म के लिए दिव्या दत्ता को आलोचकों को मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली थी। साल 2013 में राकेश ओम प्रकाश मेहरा की बायोपिक फिल्म भाग मिल्खा भाग में एक बार फिर दिव्या दत्ता को उनके सरीखे अभिनय के लिए लोगों की तारीफे मिली। फिल्म में उन्होंने मिल्खा सिंह की बहन ईश्री कौर का किरदार निभाया था। उन्हे इस फिल्म के लिए आइफा के बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
दत्ता हिंदी सिनेमा के अलावा पंजाबी सिनेमा में भी सक्रिय हैं। दत्ता ने अपने पंजाबी करियर की शुरुआत रोमांटिक ड्रामा फिल्म शहीद-ए-मोहब्बत बूटा सिंह से की थी। यह फिल्म भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के ऊपर आधारित थीं, उन्होंने इस फिल्म में एक मुसलमान की बीवी का किरदार निभाया था। इसके बाद उन्होंने कई पंजाबी फिल्मों में काम किया। उनकी कुछ मशहूर फिल्में हैं वीरजारा, इश्क में जीना-इश्क में मरना, सुरक्षा, वीरगति, अग्निसाक्षी,छोटे सरकार, राम और श्याम, राजा की आएगी बारात, दावा, बड़े मियां छोटे मियाँ, ट्रैन टू पाकिस्तान, राजाजी, कसूर, बागबां, शादी का लड्डू,वीरजारा, देश होया परदेश, सिलसिला उमराव जान,द लास्ट ईयर, अपने, आजा नच ले, वेलकम टू सज्जनपुर, ओह, माई गॉड, दिल्ली 6, स्टैनली का डब्बा , डेंजरस इश्क, हीरोइन, स्पेशल 26, लूटेरा, भाग मिल्खा भाग,गिप्पी,बदलापुर आदि