-शरद राय
कभी-कभी सच सुनना अच्छा लगता है, लेकिन सच अगर तीखी मिर्च की तरह भन्ना दे और हो सच...! तो यही कह सकते हैं कि वो सच कमाल आर. खान (ज्ञत्ज्ञ) का बोला हुआ होगा। बॉलीवुड खबरों पर जिस तल्खी (फिल्मवालों की जुबान में बेशर्मी) से कमाल खान उर्फ कमाल राशिद खान उर्फ ‘केआरके’ अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हैं, वो बेहद तीखा होता है। जिनके लिए वह बोलते हैं उसके लिए अपच होता है लेकिन सुनने वालों के लिए यह मनोरंजन होता है। केआरके की हालिया टिप्पड़ी उनके चैनल पर एकता कपूर और कंगना रनौत के नए आरम्भ होने जा रहे ओटीटी वेब सीरीज ‘लॉकअप’ को लेकर है।
अभिनेता से आलोचक बन गए कमाल खान की यह टिप्पड़ी हमें रोचक इसलिए लगी कि इसमें ‘लॉकअप’ सीरीज पर तो कोई बात नहीं कही गयी है बल्कि उस बहाने से बॉलीवुड फिल्म वालों को डट कर कोसा गया है। हमारा काम हर किस्म के वीडियो के बारे में पाठकों को अवगत कराना है इसलिए इसबार हम ज्ञत्ज्ञ की टिप्पड़ी ओटीटी सीरीज ‘लॉकअप’ को लेकर बताएंगे। वह कहते हैं-‘ओट (वजज) देखता कौन है और ‘लॉकअप’ तो कोई नही देखेंगा-जिसको कंगना दीदी को लेकर एकता कपूर ने बनाया है। ये वही कंगना दीदी हैं जो इंडस्ट्री को कितनी गालियां देती रही हैं। हर किसी की माँ बहन किया है। फिल्म वालों को ड्रगिस्ट कहा है, मर्डरर कहा है, माफिया कहा है।
क्या कंगना को लेकर प्रोग्राम बनाने वाली एकता कपूर को शर्म लिहाज है कि किसको काम दी हैं? ‘‘केआरके ने उस सोच से परदा हटाया है जो सब सोचते हैं कि इस फिल्मी दुनिया मे बहुत प्यार है। सब एक दूसरे के दोस्त हैं, एक दूसरे के लिए साथ खड़े रहने वाले होते हैं। उनके अनुसार सब झूठ है और इस इंडस्ट्री के लोग सिर्फ और सिर्फ मतलब के तथा फायदे का रिश्ता रखते हैं। अपने स्वार्थ के लिए सभी एक दूसरे की मां बहन करते हैं। किसी के लिए किसी को ना लगाव है न कोई खड़ा होता है। मक्कारी यहां का सच है।
बकौल केआरके -एकता कपूर के करण जौहर खास दोस्त हैं। कंगना सबसे ज्यादा करण जौहर को गाली देती रही है। लेकिन एकता ने कंगना को काम दिया, करण के साथ अपनी दोस्ती का लिहाज नही किया। एकता के दोस्त अनुराग कश्यप भी हैं। कंगना ने अनुराग की मां बहन किया है, एकता ने दोस्ती की नहीं सोचा। एकता कपूर के दोस्त फरहान अख्तर हैं।
जावेद अख्तर (फरहान के पिता) के लिए कंगना ने क्या क्या नही कहा, कोर्ट में केस चला है। होना तो यह चाहिए था कि फरहान की दोस्ती देखकर एकता कपूर कंगना को काम नही देती। लेकिन, यहां सबकी दोस्ती मतलब के लिए होती है। ‘लॉकअप’ में क्या होगा-नये-नये लड़के लड़कियों को भर के उनको टॉर्चर करो, सताओ, जो करो-किसको क्या पड़ी है। वे तो स्ट्रगलर हैं उनको पैसा मिलेगा ,थोड़ी पहचान होगी। वो तो करेंगे ही। ‘कंगना की अगली फिल्म है ‘धाकड़’ जो दीपक मुकुट की फिल्म है।
इस फिल्म में दूसरे वो सब कलाकार हैं जिनकी कंगना ने मां बहन किया है लेकिन वो उनकी फिल्म में कर रहे हैं काम! ’केआरके की सुने तो कंगना जो फिल्म बना रही हैं उसमें ऐसे आदमी को काम दी हैं जिसका चेहरा देखने लायक नही है। वह नाम लेकर नवाजुद्दीन सिद्दीकी को गंदा-गंदा बोलते हैं। कहते हैं-कंगना हमेशा मुसलमानों को गाली देती हैं क्योंकि वह बीजेपी के बड़े नेताओं की नजर में बनकर रहना चाहती हैं। लेकिन फिल्म में हीरो लिया है एक मुसलमान को।
नवाजुद्दीन को उनकी फिल्म में काम नहीं करना चाहिए। यह फिल्म इंडस्ट्री ऐसे ही मतलबियों से भरी है। कमाल खान फिल्म ‘गहराईयां’ का जिक्र भी करते हैं जो व्ज्ज् पर रिलीज हुई है। कहते हैं-फिल्म की दोनों हीरोइने-दीपिका पादुकोण और अनन्या पांडे एक लुक्खे एक्टर को कैसे चूसती हैं!
एकता कपूर और कंगना रनौत की वेब सीरीज ‘लॉकअप’ के बहाने कमाल राशिद खान उर्फ केआरके ने बॉलीवुड फिल्म के लोगों के लिए जो अपशब्द प्रयोग किए हैं, हम उसको (उन्ही के शब्दों में) यहां लिख नही सकते। उनकी तारीफ भी नहीं कर सकते, वावजूद इसके... उनके तल्ख अंदाज-ए-बयां में एक सच भी छुपा है जिसको हम झुठला भी नहीं सकते!