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अवॉर्ड फॉर जेंडर सेन्सिटिविटी’ २०२० पुरस्कार समारोह सम्पन्

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By Mayapuri Desk
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अवॉर्ड फॉर जेंडर सेन्सिटिविटी’ २०२० पुरस्कार समारोह सम्पन्

रवीश कुमार ने किया प्रोत्साहित, दी सलाह ’’उम्मीद न छोडे, अंतिम वाचक रहने तक लिखते रहे

शोले

फेम

महिला

स्टंट

आर्टिस्ट

रेशमा

पठान

को

वुमन

बिहाइंड

सीन

पुरस्कार,

वरिष्ठ

संगीतकार

उषा

खन्ना

को

लाडली

लाइफटाइम

अचीवमेंट

पुरस्कार।

रवीश कुमार बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थे

अवॉर्ड फॉर जेंडर सेन्सिटिविटी’ २०२० पुरस्कार समारोह सम्पन्

लेखन

,

निडर

आवाज़

और

सक्षम

निर्णय

मीडिया

की

मजबूत

नींव

हैं

,

इसलिए

अपने

लेखन

को

अधिक

मज़बूत

बनाएं

और

उम्मीद

छोड़ते

हुए

अंतिम

वाचक

रहने

तक

लिखते

रहे।

रमन

मैगसेसे

पुरस्कार

विजेता

रवीश

कुमार

की

यह

प्रोत्साहित

करती

पंक्तियों

ने

माध्यमो

को

प्रोत्साहित

किया।

रवीश

यूएनएफपीए

के

सहयोग

से

आयोजित

लाडली

मीडिया

एंड

एडवरटाइजिंग

अवार्ड्स

फॉर

जेंडर

सेंसिटिविटी

पुरस्कार

समारोह

में

बोल

रहे

थे।

उन्होने

कहा

, “

लाडलो

की

दुनिया

में

,

यदि

कोई

पुरस्कार

खुद

को

लाडली

कहता

है

,

तो

यह

अच्छी

बात

है।

विशेष

रूप

से

,

कई

पुरुष

पत्रकारों

को

लाडली

पुरस्कार

से

सम्मानित

किया

गया

है

’’

 

एनजीओ

पॉप्युलेशन

फर्स्ट

द्वारा

लाडली

मीडिया

एंड

एडवरटाइजिंग

अवॉर्ड

फॉर

जेंडर

सेन्सिटिविटी

पुरस्कार

दिए

जाते

है

और

इस

वर्ष

यह

समारोह

का

10

वां

साल

है।

15

दिसम्बर

को

आयोजित

किये

गए

पुरूस्कार

का

प्रक्षेपण

पॉप्युलेशन

फर्स्ट

के https://www.youtube.com/user/LaadliWest  

 

यूट्यूब

पेज

पर

ऑनलाइन

किया

गया।

इस

समारोह

में

रवीश

कुमार

बतौर

मुख्यातिथि

उपस्थित

थे।

इस

साल

,

वरिष्ठ

संगीतकार

उषा

खन्ना

को

लाडली

लाइफटाइम

अचीवमेंट

अवार्ड

दिया

गया।

''

यह

पुरस्कार

मेरे

संगीत

क्षेत्र

में

किये

गए

कार्य

को

सम्मान के

स्वरूप

में

मिला

है।

मैंने

17

साल

की

उम्र

में

संगीत

क्षेत्र

में

शुरुआत

की

मैं

वास्तव

में

 

गायक

बनना

चाहती

थी।

लेकिन

ये

हो

सका।

मैं

संगीत

के

प्रति

अपने

जुनून

को

साधने

के

लिए

संगीतकार

बनी

लोग

विश्वास

नहीं

कर

सकते

थे

कि

मैंने

गीत

को

संगीत

दिया

है।

जब

मेरी

पहली

फिल्म

'

दिल

देके

देखो

'

रिलीज

हुई

,

तो

समझा

गया

कि

किसी

और

ने

फिल्म

को

संगीत

दिया

था

और

मैंने

इसका

श्रेय

लिया।

''

ऐसी

भावना

उषा

खन्नाजीने

व्यक्त

की।

 

वहीं

शोले

फेम

महिला

स्टंट

आर्टिस्ट

रेशमा

पठान

इनको

वुमन

बिहाइंड

सिन

का

पुरस्कार

प्राप्त

हुआ।

''

मैं

हिंदी

सिनेमा

की

पहली

महिला

स्टंट

आर्टिस्ट

हूं।

अब

तक

कई

स्टंट

निर्देशकों

को

पुरस्कार

मिले

हैं।

यहां

तक

कि

पुरुष

स्टंट

आर्टिस्ट

को

अभी

तक

एक

भी

पुरस्कार

नहीं

मिला

है।

इसलिए

,

यह

पहली

बार

है

जब

किसी

स्टंट

आर्टिस्ट

को

पुरस्कार

मिला

है

और

मैं

यह

सम्मान

पाकर

खुश

हूं

,”

ऐसा

रेशमा

पठान

इन्होने

कहा।

पॉप्युलेशन

फर्स्ट

कि

संचालिका

डॉ

.

.

एल

.

शारदा

ने

कहा

,

कि

पुरस्कार

विजेताओं

ने

विभिन्न

माध्यमों

जैसे

कि

लेखन

,

नाटकों

,

पुस्तकों

,

फिल्मों

के

माध्यम

से

संवेदनशील

तरीके

से

महिला

अधिकार

,

स्त्री

-

पुरुष

समानता

के

बारे

में

बात

की

है।

यह

वास्तव

में

सराहनीय

है

यूएनएफपीए

के

भारत

प्रतिनिधी

अर्जेंटिना

मेटावेल

पिकिनने

कहा

कि

'

पुरस्कार

विजेताओं

ने

विभिन्न

माध्यमों

में

पुरुषों

और

महिलाओं

के

लिए

समान

सिद्धांतों

के

आधार

पर

एक

समाज

बनाने

के

उद्देश्य

से

कथन

किया

है।

मुझे

उम्मीद

है

कि

भविष्य

में

उनकी

रचनाएं

व्यापक

होंगी।

'' 

लेखक

लिसा

रे

की

पुस्तक

क्लोज

टू

बोन

को

आत्मकथा

श्रेणी

में

सम्मानित

किया

गया

फिक्शन

बुक

श्रेणी

में

,

मनरीत

सोढी

सोमेश्वर

की

पुस्तक

’’

रेडिअन्स

ऑफ

थाऊसंड

सन्स

’’

और

नॉन

फिक्शन

-

स्पोर्ट्स

एंड

ऐडवेंचर

पुस्तक

श्रेणी

में

,

सुप्रिता

दास

की

पुस्तक

फ्री

हिट

ने

पुरस्कार

जीता

है।

एक्सपेरिमेंटल

थिएटर

फाउंडेशन

के

मंजुल

भारद्वाज

को

थिएटर

विभाग

के

तहत

सामाजिक

मुद्दों

पर

प्रकाश

डालने

के

लिए

पुरस्कार

दिया

गया।

साथ

ही

में

थिएटर

श्रेणी

अंतर्गत

महाबानु

मोदी

कोतवाल

और

पूअर

बॉक्स

प्रोडक्शन

के

वजायना

मोनोलॉग

नाटक

को

पुरस्कार

प्राप्त

हुआ

है।

सोनी

वाहिनी

की

पटियाला

बेब्स

मालिका

में

मिनी

की

भूमिका

निभाने

वाली

अश्नूर

कौर

को

मोस्ट

इंस्पायरिंग

वुमन

प्रोटेगनिस्ट

इन

टीवी

सीरियल

श्रेणी

के

तहत

पुरस्कार

दिया

गया।

गीतांजलि

रावद्वारा

निर्देशित

भारतीय

एनिमेटेड

फिल्म

बॉम्बे

रोज

और

हिंदी

फिल्म

आर्टिकल

15’

ने

फीचर

फिल्म

श्रेणी

के

तहत

पुरस्कार

जीते

हैं।

डॉक्युमेंट्री

श्रेणी

के

तहत

होली

राईट्स

को

पुरस्कार

दिया

गया।

झोया

अखतर

के

  ’

मेड

इन

हेवन

को

वेब

सीरीज

श्रेणी

के

तहत

और

ओटीटी

प्लेटफॉर्म

पर

प्रदर्शित

फीचर

फिल्म्स

श्रेणी

के

तहत

सोनी

फिल्म

को

पुरस्कार

दिया

गया

जाहिरात

पुरस्कार

 

*

फर्स्ट

रनर

अप

-

बीबीडीओ

टीव्ही

ऍडव्हरटाईज

प्रोडक्ट

श्रेणी

'#

शेअर

लोड

'

अंतर्गत

- ''

आर

वुई

टिचिंग

अवर

सन्स

व्हॉट

वुई

हॅव

बिन

टिचिंग

अवर

डॉटर्स

?'' -

एरियल

 

*

सेकंड

रनर

अप

-

ओगिल्वी

अँड

मॅथर

  - 

डिजीटल

ऍडव्हरटाईज

श्रेणी

अंतर्गत

  #

स्टॉप

सेयिंग

वुमन

कान्ट

-

ग्रीनप्लाय

  

*

श्रेणी

:

टीव्ही

जाहिरात

-

विजेता

-

ओगिल्वी

प्रोडक्ट

-

फ्लॉन्ट

युअर

फ्लॉ

-

टायटन

रागा

 

*

श्रेणी

:

डिजिटल

जाहिरात

-

विजेता

-

ग्रे

इंडिया

-

प्रोडक्ट

-

बार्बर

शॉप

गर्ल्स

ऑफ

इंडिया

-

जिलेट

इंडिया

 

*

श्रेणी

:

सीएसआर

-

विजेता

-

डीडीबी

मुद्रा

- #

प्रोजेक्ट

फ्री

पिरिअड

-

स्टे

फ्री

 

*

श्रेणी

:

सोशल

मीडिया

कँपेन

फॉर

#

पॉव्हरलेस

क्वीन

-

नन्ही

कली

-

विजेता

- WATConsult, Dentsu Aegis Network India

का

हिस्सा

 

*

ग्रँड

प्रिक्स

पुरस्कार

-

विजेता

- WATConsult, Dentsu Aegis Network India

का

हिस्सा

-  #

पॉव्हरलेस

क्वीन

-

नन्ही

कली

 

अवॉर्ड फॉर जेंडर सेन्सिटिविटी’ २०२० पुरस्कार समारोह सम्पन्

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