के.रवि (दादा)
आज से क़रीब 50सालो पहले मुंबई के महाराष्ट्र में एक ऐसी पहाड़ी आवाज गूंजती थी ,जी जिस आवाज़ के बारे में आज भी कहां जाता है की उनकी याने के स्वर्गीय. प्रल्हाद शिंदे जी की आवाज़ गायन कोकिला लता मंगेशकर की आवाज़ को भारी थी। वह दौर था एचएमव्ही की काली काली रिकॉर्ड का। और उस दौर में कव्वालों का भी बोल बाला था। और आज 50 सालों बाद तो गीत और गायन याने कि आवाज़ की दुनियां का सुरो का तालो का रूख कुछ अलग ही हो चुका हैं। उसी प्रह्लाद शिंदे के बाद उनके दोनों पुत्र आनंद/मिलिंद शिंदे के बाद उनके पुत्रों आदर्श और उत्कर्ष शिंदे की आवाज़ भी गीतों के फंकारो की इतनी भाई की गायक आदर्श मिलिंद शिंदे को ज़ी मराठी फिल्मफेयर बेस्ट सिंगर ऑफ़ द ईयर अवार्ड से नवाजा गया!
यह पुरस्कार आदर्श शिंदे को 'धुराला' गाने के लिए मराठी के प्रतिष्ठित पुरस्कार के रुप में मिला। आदर्शने इस गीत के संगीतकार एवी प्रफुल्लचंद्र और उनकी पूरी टीम को धन्यवाद हैं। इस बारे में आदर्श शिंदे कहते हैं की मैं बहुत खुश हूं कि इस ब्लैकलेडी को हिट करने की मेरी हैट्रिक थी। मेरे सभी संगीतकार मित्रों को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हुं, के जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मेरे द्वारा सर्वश्रेष्ठ गीत गाए। मेरे सभी उत्साही दर्शकों को दिल से धन्यवाद। यह आपके प्यार और आशीर्वाद से ही संभव है। ऐसा आदर्श शिंदे ने अपनि खुशी जाहिर करते हुए कहा।आज की तारिख में आदर्श कई टीव्ही मालिकाओ के जज हैं। तो भीम गीतों को पिता और दादा की तरह ही अपनी मधुर आवाज में पिरोने के लिए वे मशहूर हैं।