प्रसिद्ध बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार आज मुंबई में न्यूट्रस्यूटिकल उत्पाद 'सवर्णसाथी' को लॉन्च किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि धूम्रपान के बढ़ते प्रसार के परिणामस्वरूप फेफड़ों का कैंसर भारत में महामारी अनुपात तक पहुंच गया है। जहां एक अनुमानित 2,500 मौतें हर दिन तम्बाकू से संबंधित कैंसर (टीआरसी) से जुड़ी होती हैं। इसका अनुपात 5 में से 1 पुरुषों और 20 में से 1 महिलाओं की मौत होती है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि तम्बाकू छोड़े और जीवन चुनें। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता है कि तंबाकू का उपयोग से भारत में कैंसर के 40% मामले सामने आते हैं। यह भी माना जाता है कि मुंह का कैंसर सभी घातकताओं में सबसे अधिक संबंधित हो रहा है और हर साल मुंह के कैंसर के लगभग 77,000 नए मामले सामने आते हैं, और प्रत्येक वर्ष 52,000 लोग इसके कारण मर जाते हैं। मैं सर्वनसाथी को बढ़ावा देने के लिए बहुत खुश हूं, जिसका उद्देश्य तंबाकू से संबंधित घातकताओं के खिलाफ सभी भारतीयों को निवारक प्राकृतिक विकल्प प्रदान करना है।
बता दें कि सवर्णसाथी को बिग ब्रदर न्यूट्रा केयर प्राइवेट लिमिटेड बेस्टोकेम फॉर्मूलेशन (आई) लिमिटेड की एक न्यूट्रास्यूटिकल शाखा ने प्रजेंट किया है, जो भारत के बढ़ते हेल्थकेयर समाधान समूह में से एक है। यह तम्बाकू और गुटका उपयोगकर्ताओं को बेनिफिशियल सपोर्ट मिल सके, जो कैंसर और अन्य पुरानी बीमारियों के कारण खतरे में हैं।
इस बारे में बिग ब्रदर न्यूट्रा केयर प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ श्री ग्रीश कुमार जुनेजा ने कहा, ' हम इस प्राकृतिक स्वास्थ्य उत्पाद के माध्यम से अरबों लोगों के सकारात्मक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 'वर्ल्ड नो टोबैको डे' के सप्ताह में हमारे नोवेल न्यूट्रस्यूटिकल उत्पाद को लॉन्च करने के लिए बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
भारतीय आबादी का 35% प्रतिशत जो तंबाकू उपभोक्ता हैं और या तो इसका उपयोग करने से बचने के लिए आदी या कम इच्छुक हैं, उनके लिए अब एक सुरक्षात्मक ढाल उपलब्ध है- तीन प्राकृतिक अवयवों का मिश्रण जो संभावित रूप से गुटका के उपयोगकर्ता को एक विकल्प द्वारा दूर कर सकता है, जो एक हेल्दी ऑप्शन के बावजूद प्लीजेंट फ्लेवर और टेस्ट प्रदान करता है।
वहीं बिग ब्रदर न्यूट्रा केयर प्राइवेट लिमिटेड की हेड कॉरपोरेट अफेयर्स सुश्री नीलाक्षी सिंह ने कहा, 'सौभाग्य से 30% - 50% कैंसर स्वस्थ जीवनशैली पसंद से रोकथाम योग्य है। दुनिया में लगभग 50% कैंसर एशिया में हैं। भारत में कैंसर की घटनाएं 10% है और लगभग 39 .6% महिलाएं और पुरुषों को उनके जीवनकाल के दौरान किसी बिंदु पर कैंसर का निदान किया जाएगा।