उन्होंने 'क़ैदी नंबर 210' में सलमान खान का रोल निभाकर अपनी पहचान बनाई. मगर उस्मान खान ने अब एक नया रूप धारण कर लिया है और वो है एक म्यूज़िक कम्पोज़र का. बतौर कम्पोजर पहली फ़िल्म के तौर पर जो फ़िल्म उनकी झोली में आई है, उसका नाम है 'गबरू गैंग'. बेहद रोचक लगने वाली ये फ़िल्म पतंगबाज़ी जैसे स्पोर्ट्स पर आधारित है, मगर जिसे अब तक स्पोर्ट्स का दर्ज़ा हासिल नहीं हो सका है. इस फ़िल्म के निर्देशक हैं समीर खान.
ये फ़िल्म पंजाब के चंद ऐसे मस्तीखोर लड़कों की कहानी है जिनके लिए पतंगबाज़ी जीने का तरीका ही नहीं, बल्कि ख़ुद ज़िंदगी से कम नहीं है. फ़िल्म के कम्पोज़र उस्मान खान ने इस फ़िल्म का टाइटल ट्रैक दलेर मेहंदी से गवाया है. इस बारे में उस्मान कहते हैं, 'दलेर मेहंदी के अलावा कोई और मेरे ज़ेहन में नहीं आया और दलेर पाजी ने इस गाने के साथ पूरी तरह से न्याय किया है. मैं निर्देशक समीर खान का शुक्रगुज़ार हूं जिन्होंने मुझे इस फ़िल्म के लिए काम करने का मौका दिया.'
इस गीत को गाने और इसकी कम्पोजिशन को लेकर दलेर मेहंदी ने कहा, 'ये उस्मान खान की बेहतरीन कम्पोजिशन और समीर अनजान के बोलों का ही कमाल था कि वो इस गाने में जान डाल पाए. दलेर ने कहा, 'एक ख़ूबसूरत इंसान द्वारा रचा गया ये एक ख़ूबसूरत गाना है. बल्ले बल्ले, उस्मान खान!' ओम सुरज फ़िल्म्स और अमतृसर टाकीज़ के बैनर तले 'गबरू गैंग' का निर्माण आशोक गोयन्का और आरती पुरी ने किया है.