एंटरप्रेन्योरशिप का जश्न मनाते हुए सोनी एंटरटेनमेंट टेलिविजन शुरू करने जा रहा है दुनिया का मशहूर बिज़नेस रियलिटी फॉर्मेट - शार्क टैंक इंडिया
बदलते भारत की नई सोच को मिल रहा है एक नया मंच जहां उभरते बिजनेसमैन के सपने होंगे सच! आज का भारत नए आइडियाज़, जोखिम उठाने की क्षमता, व्यवसाय एवं उद्यमिता से सराबोर है। हमारे समाज में स्टार्टअप और नए व्यवसाय स्थापित करने की संस्कृति जड़ें जमा चुकी हैं। समाज के इसी बदलाव की तस्वीर दिखाते हुए सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन लॉन्च कर रहा है शार्क टैंक इंडिया, जो दिलचस्प बिज़नेस आइडियाज़, बिज़नेस प्रोटोटाइप्स या सक्रिय बिज़नेस संभाल रहे उभरते उद्यमियों को अपने विचारों को प्रस्तुत करने और निवेश हासिल करने का मौका दे रहा है, जिसका आकलन करेंगे बिज़नेस के एक्सपर्ट्स यानी कि शार्क्स। स्टूडियो नेक्स्ट के निर्माण में बने इस अभूतपूर्व शो का प्रेजेंटिंग स्पॉन्सर है अपग्रैड और इसका को-पावर्ड बाय स्पॉन्सर है फ्लिपकार्ट। तो आप भी शार्क टैंक इंडिया की दुनिया में गोते लगाने के लिए तैयार हो जाइए, शुरू हो रहा है 20 दिसंबर से हर सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे, सिर्फ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर।
शार्क टैंक इंडिया न सिर्फ पार्टिसिपेंट्स या पिचर्स का मार्गदर्शन करेगा, बल्कि दर्शकों को भी बिज़नेस से जुड़ीं बारीकियों का अनुभव कराएगा। इसमें हिस्सा लेने वाले तरह-तरह के व्यवसायिक उम्मीदवारों के योग्य व्यवसायों में निवेश करेंगे शार्क्स, जो खुद एक सफल एंटरप्रेन्योर्स हैं। शार्क टैंक इंडिया के पहले संस्करण के टैलेंटेड शार्क्स में शामिल हैं अशनीर ग्रोवर ('भारत पे' के फाउंडर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर), विनीता सिंह (शुगर कॉस्मेटिक्स की सीईओ एवं को-फाउंडर), पीयूष बंसल (लेंसकार्ट के फाउंडर एवं सीईओ), नमिता थापर (एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स की एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर), अनुपम मित्तल (शादी डॉट कॉम - पीपुल ग्रुप के फाउंडर एवं सीईओ), गज़ल अलग़ (मामाअर्थ की को-फाउंडर एवं चीफ मामा) और अमन गुप्ता (बोट के को-फाउंडर एवं चीफ मार्केटिंग ऑफिसर)। जहां ये सभी शार्क्स भारत के व्यावसायिक ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, वहीं होस्ट रणविजय सिंघा इस शो में पिचर्स के साथ-साथ दर्शकों को भी गाइड करेंगे।
अब आप पूछेंगे कि इसकी प्रक्रिया क्या है? इस टैंक में प्रवेश करना दृढ़ निश्चय की असली परीक्षा होगी। चुने गए एप्लिकेंट्स का आमना-सामना शार्क्स या निवेशकों से होगा, जो आवेदनकर्ता के आइडिया को समझेंगे, उनका आकलन करेंगे और उनकी फाइनल पिच के आधार पर उन्हें प्रस्ताव देंगे। इस दौरान शार्क्स को पहले से पिच के बारे में कुछ पता नहीं होगा। यदि पिचर्स शार्क्स को इम्प्रेस करने में कामयाब हो गए तो शार्क्स उन्हें उसी समय कोई ऑफर या निवेश देंगे। जिसका आइडिया होगा बेस्ट, उसमें करेंगे शार्क्स इन्वेस्ट! इट्स ए डील।
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने सफल बिज़नेस रियलिटी फॉर्मेट शार्क टैंक के भारतीय संस्करण के अधिकार हासिल किए हैं, जिसका प्रसारण सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर किया जाएगा। इस फॉर्मेट ने साल 2001 में अपनी शुरुआत से लेकर अब तक, 40 से ज्यादा देशों में कई व्यवसायों में नई जान फूंकी है। 180 से ज्यादा सीजन्स के साथ दुनिया भर में 30 से ज्यादा अवॉर्ड्स जीतने वाला शार्क टैंक, दुनिया का नंबर वन बिज़नेस रियलिटी शो है। साल 2001 में जापान में टाइगर्स ऑफ मनी के रूप में पहली बार लॉन्च हुए इस फॉर्मेट को निप्पॉन टीवी ने बनाया था। आगे चलकर 2005 में ब्रिटेन में इसे ड्रैगन्स डेन के रूप में अपनाया गया और साल 2009 में शार्क टैंक के रूप में अमेरिका में इसका प्रीमियर हुआ। सोनी पिक्चर्स टेलीविजन के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस फॉर्मेट का वितरण किया गया है।
देखिए शार्क टैंक इंडिया, शुरू हो रहा है 20 दिसंबर से हर सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे, सिर्फ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर।
कॉमेंट्स:
आशीष गोलवलकर- हेड, कॉन्टेंट सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन एंड डिजिटल बिज़नेस
हम बहुचर्चित बिज़नेस रियलिटी शो शार्क टैंक को भारत में प्रस्तुत करते हुए बेहद उत्साहित महसूस कर रहे हैं, जिसने बीते कई वर्षों में दुनिया के कोने-कोने में कई मिलियन डॉलर कंपनियां स्थापित करने में मदद की है। यह क्रांतिकारी शो उद्यमिता का उत्सव मनाता है, जो देश में इस समय चल रहे माहौल से बखूबी मेल खाता है और हमें लगता है कि इस शो को लॉन्च करने के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। शार्क टैंक इंडिया हमारे लिए बड़ा प्रासंगिक शो है और हमें यकीन है कि इस शो में भारतीय दर्शकों से जुड़ने की भी काबिलियत है।
इंद्रनिल चक्रवर्ती- हेड स्टूडियो नेक्स्ट
स्टूडियो नेक्स्ट के साथ हमारा यह प्रयास है कि हम अपने दर्शकों को उद्देश्य के साथ मनोरंजन दें और केबीसी, स्कैम 1992, धड़कन ज़िंदगी की और जल्द ही रिलीज़ होने जा रहा व्हिसलब्लोअर हमारे इन्हीं प्रयासों का प्रमाण है। इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए अब हम शार्क टैंक इंडिया जैसा शो शुरू करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं, जिसमें दर्शकों के लिए टीवी देखने का एक अनोखा अनुभव है। यह शो ना सिर्फ उन्हें शिक्षित करेगा, बल्कि उनका मनोरंजन भी करेगा। भारत के उभरते स्टार्टअप सिस्टम को आगे बढ़ाने वाला यह शो नए भारत की बदलती तस्वीर पर रोशनी डालता है, जहां देश के नए बिज़नेस उम्मीदवारों को उनके सपने पूरे करने और शार्क के समक्ष अपने इनोवेटिव आइडियाज़ पेश करने का मौका दे रहा है। इन पिचेस के जरिए दर्शक भी ये जानेंगे की बड़ी बिजनेस डील्स किस तरह होती हैं। इस शो के जरिए हम जिंदगी के अलग-अलग क्षेत्रों से आए भारतीय उद्यमियों के अटूट उत्साह को सेलिब्रेट करेंगे और उनकी प्रेरणादायक कहानियां साझा करेंगे। जिस तरह के प्रोडक्ट्स और बिज़नेस पिच सामने आए हैं, वो कमाल के हैं और हमें उम्मीद है कि इस शो के जरिए हम उद्यमिता और रचनात्मकता को बढ़ावा देंगे।
पीयूष बंसल- लेंसकार्ट डॉट कॉम (Lenskart.com) के फाउंडर एवं सीईओ
शार्क के रूप में यह हमारे लिए भी एक अलग तरह का मौका है, जिसमें हमें अलग-अलग बिज़नेस आइडियाज़ को सुनने और नए एंटरप्रेन्योर्स से मिलने का मौका मिलेगा। मैं शार्क टैंक इंडिया में इसीलिए आया हूं। मेरे हिसाब से एक पिच किसी बिज़नेस आइडिया का 50% होती है, जैसे यह कौन-सी समस्या हल करती है, यह कितनी बड़ी है और यह स्टार्टअप क्या असर कर सकती है और बाकी का 50% एंटरप्रेन्योर के बारे में होती है, जिसमें देखा जाता है कि क्या वे मानवीय पक्ष को तरजीह देते हैं और क्या उनमें दौड़-भाग करने की क्षमता है, क्या वो अपने आइडिया को अच्छी तरह प्रस्तुत करके उसे बेच सकते हैं और सबसे खास बात, क्या वो एक टीम का नेतृत्व कर सकते हैं।
अशनीर ग्रोवर- भारतपे के फाउंडर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर
इस शो की टाइमिंग की वजह से ही मैंने इस शो को चुना है। भारत में इस समय उद्यमिता की लहर चल पड़ी है और इस शो की टाइमिंग यह सुनिश्चित करेगी कि इस लहर का संज्ञान लिया जाए और इसे सही दिशा दी जा सके। यह शो एंटरप्रेन्योर्स को भी दूसरों से सीखने का मौका देगा कि क्या करें और क्या न करें। किसी पिच का आकलन करते समय मेरी प्राथमिकता के क्रम में मैं पहले फाउंडर, फिर समस्या और फिर समाधान को देखूंगा। मैं यह देखूंगा कि दमदार फाउंडर किस तरह एक बड़ी समस्या का अनोखा हल देता है। मुझे लगता है कि शार्क टैंक इंडिया तमाम शंकाओं को दूर करके और जोखिम को सामान्य करके एंटरप्रेन्योर्स के मन में आत्मविश्वास पैदा करेगा, जो लोग एक एंटरप्रेन्योर में देखते हैं। इसे सफल बनाने के लिए एंटरप्रेन्योर्स को ही इसे आगे बढ़ाना होगा।
ग़ज़ल अलग़- मामा अर्थ की को-फाउंडर एवं चीफ
एक एंटरप्रेन्योर होने के नाते मुझे अपने ब्रांड और जॉब क्रिएशन के जरिए सफलता, पैसा और समाज में एक बदलाव लाने का मजबूत उद्देश्य मिला है। यदि आप मेरी पृष्ठभूमि देखेंगे तो मैं एक स्टार्टअप फाउंडर के तौर पर फिट नहीं बैठती हूं क्योंकि मैं एक ऐसी मां थी जो मैटरनिटी ब्रेक पर थी, जिसे तमाम मुश्किलों से संघर्ष करते हुए इसे स्थापित करना था। मैंने इस कहानी को शेयर करने के लिए शार्क टैंक इंडिया को चुना ताकि मैं देश की बाकी महिलाओं को यह प्रेरणा दे सकूं कि आप भी ऐसा कर सकती हैं। आपको सिर्फ एक छोटी-सी शुरुआत और लगन की जरूरत है। यह मेरी तरफ से भारत के स्टार्ट अप इको सिस्टम में एक छोटा-सा योगदान है, जो बेहद कमाल का है और जिसने मुझे वो बनाया जो मैं आज हूं। मैं जिन फाउंडर्स के साथ साझेदारी करूंगी, उनका आकलन करने के दौरान मैं देखूंगी कि उनके आइडिया में मार्केट की संभावना कितनी बड़ी है और इसके शुरुआती रुझान कितने अच्छे हैं। मुझे लगता है कि शार्क टैंक इंडिया युवा उद्यमियों के लिए गेम चेंजर साबित होगा और देश के कोने-कोने तक इस चर्चा को फैलाएगा। यह शो भारतीयों की नई पीढ़ी को कुछ नया शुरू करने और हमारी अर्थव्यवस्था का भविष्य बनाने के लिए प्रेरित करेगा।
अनुपम मित्तल- फाउंडर एवं सीईओ, शादी डॉट कॉम (Shaadi.com) पीपुल ग्रुप
जब मैंने शादी डॉट कॉम शुरू किया था, तो लोगों ने सोचा इंटरनेट पे लाइफ पार्टनर? कभी नहीं!... आज शादी डॉट कॉम पर 60 लाख से ज्यादा सक्सेस स्टोरीज़ बन चुकी हैं। अब शार्क टैंक इंडिया के साथ वही सवाल एक बार फिर उठा है - टीवी पे इन्वेस्टिंग? मेरा मानना है कि यह भारत का एंटरप्रेन्योरशिप का दशक है और जिस तरह हम दुनिया के टॉप डॉक्टर्स एवं इंजीनियर्स बने, उसी तरह से दुनिया के टॉप एंटरप्रेन्योर्स भी भारत से उभरेंगे। जिज्ञासा, जोश और जुनून तो पहले ही है, थोड़ा और जिगर और विश्वास चाहिए, जो हम शार्क टैंक और सोनी के जरिए जगाने आ रहे हैं। 200 से ज्यादा कंपनियों में निवेश करने के बाद मैं इस सफल ग्लोबल शो का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं, जहां मैं निवेश और विचारों का मिलन कराऊंगा ताकि हम सही मायनों में भारत में एंटरप्रेन्योरशिप का लोकतांत्रिकरण कर सकें और इसे एक वैश्विक शक्ति बना सकें।
अमन गुप्ता- बोट के को-फाउंडर एवं चीफ मार्केटिंग ऑफिसर
मैं हमेशा से शार्क टैंक इंडिया का दीवाना रहा हूं और लंबे समय से इसकी इंटरनेशनल सीरीज़ देख रहा हूं। जब मुझे इसका हिस्सा बनने का मौका मिला, तो मैं बहुत भावुक हो गया और मैं तुरंत इसमें शामिल हो गया। मैं अपनी सीख और सफर साझा करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। शार्क टैंक इंडिया एक अनोखा शो है और बीते कुछ दिनों में मैंने कुछ बेहद कमाल की पिचेस देखी हैं। मैं ऐसे जुनून से भरे उभरते एंटरप्रेन्योर्स की तलाश में हूं, जिनके पास जबर्दस्त आइडियाज़ हों और जो भारतीय ग्राहक को कुछ दे सकते हैं। मुझे लगता है कि शार्क टैंक इंडिया एंटरप्रेन्योर्स को वो एक्सपोज़र देगा, जिसकी आज सबसे ज्यादा जरूरत है। इसमें सभी कुछ ना कुछ हासिल करेंगे, चाहे वो आर्थिक सहायता हो या फिर मूल्यवान बिज़नेस सीख हों।
विनीता सिंह- शुगर कॉस्मेटिक्स की को-फाउंडर एवं सीईओ
भारत में नए बिज़नेस और उभरते एंटरप्रेन्योर्स की धूम है, जो भारतीय ग्राहकों की अलग-अलग तकलीफें दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। यह जानते हुए कि किसी भी स्टार्टअप के लिए बड़े निवेशक जुटाना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, शार्क टैंक इंडिया इसी फासले को मिटाने और उभरते एंटरप्रेन्योर्स को अपने बिज़नेस को नई ऊंचाई पर ले जाने में मदद करेगा। मेरे लिए शार्क टैंक इंडिया का हिस्सा बनना और उभरती स्टार्टअप इंडस्ट्री को आगे बढ़ने में मदद करना बेहद सम्मान की बात है। एक शार्क के रूप में मैं न सिर्फ मजबूत व्यवसाय और उत्पादों में निवेश करने का इंतजार कर रहा हूं बल्कि मुझे ऐसे पैशनेट एंटरप्रेन्योर्स की भी तलाश है, जो एक बड़ी इंडस्ट्री में अपना व्यवसाय चला रहे हैं।
नमिता थापर- एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स की एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर
आज के दौर में एंटरप्रेन्योर्स समस्याओं का हल दे रहे हैं और रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं, जिनमें भारत के लंबे समय के विकास में योगदान देने की अद्भुत क्षमता है। मैं इस बात पर मजबूती से यकीन रखती हूं और इसलिए मुझे लगता है कि एक सही सपोर्ट के साथ, वो आगे बढ़कर अपने सपने पूरे कर सकेंगे। मैंने इसी एक वजह से शार्क इंडिया का हिस्सा बनने का फैसला किया। मेरे लिए किसी पिच में तीन चीजें बेहद जरूरी हैं। पहली तो यह कि एंटरप्रेन्योर में लगन और ईमानदारी होनी चाहिए, दूसरी उस व्यवसाय में किसी समस्या को सुलझाने की काबिलियत हो और अंत में मैं भी निजी तौर पर एक सार्थक तरीके से इसमें योगदान दे सकूं। शार्क टैंक इंडिया भारत की विविध उद्यमिता संस्कृति को सामने लाता है। मुझे इस बात में कोई शक नहीं है कि यह शो सभी दर्शकों में गर्व का भाव पैदा करेगा। उम्मीद है, यह लाखों लोगों को उनके बड़े भारतीय सपने पूरे करने के लिए भी प्रेरित करेगा। एचबीआर के मुताबिक, साल 2020 में महिलाओं के नेतृत्व वाली केवल 2.3% स्टार्ट अप्स को फंडिंग मिली, जो कि बहुत ही निराशाजनक आंकड़ा है। मुझे शार्क बैंक इंडिया में इतनी सारी महिला फाउंडर्स देखकर बड़ी खुशी हुई। 85% भारतीय कंपनियां फैमिली बिजनेस हैं, बीएसई 100 कंपनियों में 50% फैमिली बिजनेस है, इसलिए मैं एक खास वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हूं, जो फैमिली बिज़नेस को आगे बढ़ाने और इसे पेशेवर बनाने पर काम कर रहा है। इसके साथ ही मैं हमारे देश के उद्यमी समुदाय को भी अपना योगदान देने के प्रति गंभीर हूं। जिन आइडियाज़ या बिज़नेस में मेरी रुचि पैदा हुई, उनमें ऐसे व्यवसाय शामिल हैं जो भारतीय खेलों और क्षेत्रीय कारीगरों को बढ़ावा देते हैं, जो महिलाओं से जुड़ी समस्याओं पर काम करते हैं। इसके अलावा ऐसे बहुत-से स्टार्टअप्स हैं, जिनके पास स्वास्थ्य उत्पाद, टेक प्लेटफॉर्म्स, मेडिकल डिवाइस और हेल्थ सर्विसेज़ हैं। मैं कुछ वेंचर्स के फाउंडर्स के आत्मविश्वास, जोश और उत्साह से बेहद प्रभावित हुई हूं। जो एंटरप्रेन्योर्स फंडिंग हासिल करेंगे उन्हें शार्क के समय, रणनीतिक मार्गदर्शन, विशेषज्ञता और नेटवर्क का फायदा मिलेगा, जिससे उनके व्यवसाय को ऊंचाई पर ले जाने में मदद मिलेगी। जिन एंटरप्रेन्योर्स को फंडिंग नहीं मिलेगी, वो मूल्यवान फीडबैक लेकर जाएंगे, जिससे उनके वेंचर्स को काफी फायदा होगा।