भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के 17 अकबर रोड, नई दिल्ली सरकारी आवास पर विश्व के 7 महाद्वीपों के 115 देशों की नदियों व समुद्रो के पवित्र जल को अयोध्या राम मंदिर में अर्पण करने से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आर्शीवचन मिला। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि इस पुनीत कार्य से ‘‘वैश्विक मित्रता, भाईचारे, शांति व विकास को बढ़ावा मिलेगा’’। डॉ. जौली की प्रशंसा करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डॉ. जौली ने भारतीय इतिहास, संस्कृति व सभ्यता को आधुनिक विरासत से जोड़ने का ऐतिहासिक काम किया है। उन्होंने आग्रह किया कि डॉ. जौली मंदिर परियोजना पूर्ण होने से पहले दुनियॉ के शेष 77 देशों का शुद्ध जल भी प्राप्त करने में सफल होंगे। जिससे की विश्व के सभी 192 देशों के जल अर्पण का महाअभियान संपूर्ण हो।
कोरोना काल में जब लोग एक देश से दूसरे देश की यात्रा भी नहीं कर सकते थे। तब 25 अगस्त 2020 को दिल्ली स्ट्डी ग्रुप अध्यक्ष व पूर्व विधायक डॉ. विजय जौली की पहल पर इस महाअभियान की शुरूआत हुई। तथा एक वर्ष के भीतर डॉ. जौली की दृढ़ इच्छा शक्ति के चलते, 25 अगस्त 2021 तक 115 देशों का जल भारत पहुॅचा। जौली ने बताया कि विश्व भर से इस शुभ कार्य में हिन्दुओं, मुसलमानों, सिखों, यहुदियों व बौद्ध धर्म के अनुयायियों की सहभागिता रही।
डॉ.जौली ने बताया कि इस महाअभियान के प्रेरणास्रोत वयोवृद्ध भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, विश्व हिन्दू परिषद के दिवंगत प्रचारक अशोक सिंघल व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे। जिन्होंने 5 अगस्त 2020 को अयोध्या राम मंदिर की नींव रखी थी।
रक्षा मंत्री निवास पर गणमान्य अतिथियों में सर्वश्री चंपत राय महामंत्री श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, पंजाब केसरी निदेशिका किरण चोपड़ा, फिजी उच्चायुक्त कमलेश प्रकाश, गुयाना उच्चायुक्त चरणदास प्रसाद, नाइजीरिया उच्चायुक्त अहमद सुले, डेनमार्क राजदूत फ्रेडी सवाने, मॉरिशस लेबर पार्टी प्रतिनिधि धनेश्वर, रोमानिया कंसूल जनरल विजय मेहता, तजाकिस्तान से ताज मोहम्मद, मकाउ से अरूणा झॉ व पश्चिम अफ्रीका लाइबेरिया प्रवासी मनोज कुमार उपस्थित रहे।