भारत के एक प्रमुख राष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एचसीएफआई) ने, जो भारत को एक स्वस्थ एवं रोग मुक्त राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, अपने वार्षिक फ्लैगशिप ईवेंट- एमटीएनएल परफैक्ट हैल्थ मेला (पीएचएम) की आज शुरुआत कर दी। यह आयोजन अगले साल होने वाले इसके रजत जयंती समारोह की एक शुरुआत की तरह है। पीएचएम 4 से 8 अक्टूबर, 2017 तक, प्रातः 8 से रात्रि 8 बजे तक तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
24वें परफैक्ट हैल्थ मेला का शुभारंभ दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने किया। दिल्ली सरकार के परिवार कल्याण मंत्री श्री सत्येंद्र जैन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे- भारत सरकार के हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास आयुक्त श्री शान्तमनु, भारत के पूर्व चुनाव आयुक्त श्री एस वाई कुरैशी, पद्मश्री अवार्डी श्री अशोक चक्रधर, एनडीएमसी की सचिव श्रीमती चंचल यादव, मोहिनीअट्टम नृत्यांगना श्रीमती भारती शिवाजी, कत्थक नर्तक गुरु जितेंद्र महाराज, भरतनाट्यम नृत्यांगना डॉ. संध्या पुरेचा, ओड़िसी नृत्यांगना श्रीमती राजाना गौहर तथा मुक्केबाज श्रीमती पिंकी जांगड़़ा।
पीएचएम एक जन स्वास्थ्य जागरूकता मॉड्यूल है जो प्रत्येक वर्ष दो से तीन लाख से अधिक लोगों को आकर्षित करता है। मेले का यह 24वां संस्करण एनडीएमसी, एमसीडी और आईएमए (नॉलेज पार्टनर) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। एमटीएनएल इसका टाइटल स्पॉन्सर है। 1993 में शुरू हुआ, एमटीएनएल परफैक्ट हैल्थ मेला परंपरा और आधुनिकता का एक संगम है और पिछले 25 वर्षों से यह स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जन जागरूकता पैदा करने में सफल रहा है। इस ईवेंट की कुछ विशेषताओं में निःशुल्क हैल्थ चैकअप कैम्प, मनोरंजन कार्यक्रम, लाइफस्टायल प्रदर्शनी, वर्कशॉप्स और प्रतियोगिताएं प्रमुख हैं।
उद्घाटन को संबोधित करते हुए, दिल्ली के मुख्यमंत्री, श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘इलाज से बेहतर है रोकथाम और यह मेला इसी तथ्य को समझाने का एक आदर्श मंच है। दिल्ली सरकार दिल्ली को स्वच्छ व हरा-भरा शहर बनाने की दिशा में काम कर रही है, और चाहती है कि इसके नागरिक रोगों से मुक्त रहें। परफैक्ट हैल्थ मेला के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से हमारे प्रयासों को बल मिलेगा। एचसीएफआई व अन्य आयोजकों द्वारा उठाया गया यह एक प्रशंसनीय प्रयास है, जिसे हर साल और अधिक नयेपन और जानकारीपूर्ण बनाने के लिए वे निरंतर काम कर रहे हैं। इस वर्ष की थीम भी सभी के लिए निवारक स्वास्थ्य को प्राथमिकता बनाने पर आधारित है। मैं एचसीएफआई को बधाई देता हूं और मेले की सफलता के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’
सीसीआरवाईएन के साथ मिलकर आयूश कलाकारों द्वारा एक प्रस्तुति दी गयी, जिसने स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी जीवन शैली पर ध्यान केंद्रित किया।
इस अवसर पर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, श्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘देश में निवारक स्वास्थ्य शिक्षा के लिए एचसीएफआई द्वारा किया जा रहा काम देखना दिल में संतोष और उत्साह पैदा करता है। अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने के अलावा संतुलित जीवन भी अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। इसका मतलब है सक्रिय जीवन, उपयोगी भोजन और समय पर जांच-पड़ताल कराना। अक्सर इन बातों की अनदेखी कर दी जाती है और नतीजा यह निकलता है कि देश में आज गैर-संचारी रोगों के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यह मेला जागरूकता पैदा करने का एक आदर्श मंच है। मेले की सबसे अच्छी बात यह है कि यह सभी के लिए खुला है और हर आयु वर्ग के लोगों की जरूरतों को पूरा करता है। मैं एचसीएफआई और अन्य सभी को उनके प्रयासों पर बधाई देता हूं।’
अन्य तमाम चीजों के अलावा, मेले में इनडोर पौधों से ऑक्सीजन पैदा करने पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है। फास्ट फूड की जगह फलों व सब्जियों पर, शोर और प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने पर, डॉक्टर-रोगी संबंधों पर, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स को नष्ट करने और एंटीबायोटिक दवाओं का दुरुपयोग रोकने पर भी जोर दिया जायेगा।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) व हार्ट केअर फाउंडेशन के अध्यक्ष पùश्री डॉ. के के अग्रवाल ने कहा, ‘पीएचएम अपने 24वें वर्ष में है। पिछले कुछ सालों में इस आयोजन के जरिये जागरूकता पैदा करने और सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस वर्ष नए कार्यक्रमों और सभी गतिविधियों के आयोजन के साथ अधिक ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की जा रही है। मेले में कार्यशालाओं, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविररों और विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से युवाओं की भागीदारी बढ़ायी जा रही है। हम दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री, श्री अरविंद केजरीवाल द्वारा इसका उद्घाटन किये जाने और यहां उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने से खुश हैं। रोगों की रोकथाम के प्रयास प्रारंभिक वर्षों से ही शुरू होने चाहिए।’
मेले के पहले कई आयोजन हुए जैसे कि हार्मनी और इकोफैस्ट, तथा अनमोल (विभिन्न क्षमताओं वाले बच्चों का उत्सव)। पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि मेला युवाओं और वयस्कों सभी में लोकप्रिय है।
पद्म भूषण से सम्मानित श्री राजा राधा रेड्डी ने कहा, ‘मैं यह देखकर खुश हूं कि मेले में सेहत के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने में नृत्य की मदद भी ली जा रही है। नृत्य किसी संदेश के सम्प्रेषण के लिए एक शक्तिशाली माध्यम है और मुझे पूरा विश्वास है कि यह छात्रों व आम जनता दोनों के लिए दिलचस्प होगा। आज के युग में, स्वास्थ्य सबसे ज्यादा प्राथमिकता वाला क्षेत्र है अन्यथा हम जीवन शैली से जुड़ी कई बीमारियों की गिरफ्त में आ सकते हैं। मैं इस आयोजन का हिस्सा बनकर खुश हूं और आयोजकों को बधाई देता हूं।’
एमटीएनएल के सीएमडी श्री पी के पुरवार ने कहा, ‘हमें जन स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के लिए डिजिटल तकनीकों को अपनाना चाहिए। मेला पूरी तरह से एक वाईफाई जोन है और इंटरनेट उन लोगों के लिए सहायक होगा, जो दूर रहने के कारण इसमें शामिल नहीं हो सकते। हम इस वर्ष भी टाइटल स्पॉन्सर बनकर खुश हैं और आने वाले वर्षों में भी अपना समर्थन जारी रखेंगे। मैं इन प्रयासों के लिए एचसीएफआई को बधाई देता हूं।’
इस अवसर पर एनडीएमसी के एमओएच डॉ. पी के शर्मा ने कहा कि पीएचएम राज्य व केंद्र सरकार, पीएसयू और अग्रणी कंपनियों सहित 200 से अधिक संगठनों के प्रयास से आयोजित हो रहा एक अनूठा अवसर है।
हार्ट केयर फाउंडेषन ऑफ इंडिया के बारे में
हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया की शुरूआत 1986 में हुई थी। यह एक अग्रणी गैर सरकारी संस्था है जिसका उद्देश्य लोगों को उनके जीवन के हर कदम और प्रत्येक पहलू से संबंधित स्वास्थ्य के संबंध में जागरूक करना है और देश की स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान हेतु उपाय करने में सहयोग देना है। एनजीओ लोगों को जागरूक करने और उन्हें स्वास्थ्य पहलुओं से अवगत कराने के लिए उपभोक्ता आधारित मनोरंजक साधनों का इस्तेमाल करता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण परफेक्ट हेल्थ मेला है, जो कि एक वार्षिक आयोजन है। मेले की शुरूआत 1993 में की गई थी, जिसमें हर साल 2-3 लाख लोग हिस्सा लेते हैं। मेले में विभिन्न श्रेणियों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य शिक्षा सेमिनार, चेकअप, मनोरंजक कार्यक्रम, लाइफस्टाइल एग्जिबिशन, लेक्चर, कार्यषाला और प्रतियोगिता आदि। इसके अतिरिक्त, एनजीओ लोगों को हैंड्स ओनली सीपीआर-10 तकनीक को सीपीआर 10 मंत्र के माध्यम से सिखाने के लिए सेमिनार आदि भी लगाता है, इसके तहत सडन कार्डिएक अरेस्ट के बाद मरीज को पुनर्जीवित करने की तकनीक सिखाई जाती है। उनका नाम एक साथ सबसे ज्यादा संख्या में लोगों को सीपीआर 10 तकनीक सिखाने के लिए लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में भी दर्ज है। भारतीय संविधान की धारा 21 को दिमाग में रखते हुए, जो हर व्यक्ति को जीवन का अधिकार देती है, हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने हाल ही में एक प्रोजेक्ट समीर मलिक हार्ट केयर फाउंडेशन फंड की भी शुरूआत की है। इसके तहत उन दिल के मरीजों को आर्थिक और तकनीकी सहायता मुहैया कराई जाती है जो आर्थिक रूप से पिछ़ड़े हैं।