मशहूर अभिनेता,पुणे फिल्म संस्थान के पूर्व चेअरमैन तथा वर्तमान सरकार के प्रबल समर्थक गजेंद्र चैहाण से जब हमने स्वतंत्रता दिवस पर बात की तो उनका कहना था कि हर भारतीय देशभक्त है।
उनसे हुई बातचीत इस प्रकार रही..
क्या हम वास्तव में आजाद हैं?
सबसे पहले स्वतंत्रता के 75 वर्ष होने पर मैं देशवासियों को बधाई दूंगा।दूसरी बात देश प्रगति पर तो है,लेकिन अभी बहुत काम बाकी है।इसलिए आजादी तो मिली,लेकिन उस आजादी का जो परिणाम पूरी तरह से देशवासियों कोे मिलना चाहिए था,वह नही मिला।
इसके लिए क्या करने की जरुरत है?
देखिए, देशवासियों के लिए काम करना सरकार का दायित्व होता है। आप सरकार के काम करने की गति को देखें,तो पिछली सरकारों के 67 वर्षों की गति बहुत धीमी रही है।यदि आप उन 67 वर्षों की तुलना वर्तमान सरकार के सात वर्षों के कामों से करेंगे,तो आपको बहुत फर्क नजर आएगा।पिछली सरकारों ने काम किया होता,तो वर्तमान सरकार को बोझ लेने की जरुरत न पड़ती। यदि मैं पुणे फिल्म संस्थान की ही बात करुं,तो जब मैं ‘पुणे फिल्म संस्थान’ से जुड़ा,तो पिछली सरकारों का इतना काम बाकी था कि विद्यार्थी इरीटेक हुए थे।तो अगर हर सरकार अपना दायित्व सही तरीके से निभाती रहे,तो मेरे ख्याल से आने वाली हर सरकार के उपर काम का बोझ कम रहेगा। और इसका फल देशवासियों को सतत मिलता रहेगा।
क्या लोगों के अंदर देशभक्ति की भावना जागृत है?
देशभक्ति की भावना तो लोगों में बहुत है।आप हिटलर को दिए गए मेजर ध्यानचंद के जवाब से लेकर क्रिकेेटर सचिन तेंदुलकर ने जो पाकिस्तानियों को जवाब दिया था,वह देख लें,तो आपको पता चल जाएगा कि हमारे देश के लोगों के अंदर देश प्रेम किस कदर भरा हुआ है।किसी ने पूछा था कि पाकिस्तानी अपनी षर्ट के पीछे लिखते हैं-‘प्राउड टू पाकिस्तानी’।तो आप क्यों नही लिखते.इस पर सचिन ने उसे जवाब दिया था-‘‘उनको बताने की जरुरत है,हमको बताने की जरुरत नही हैं।देशभक्ति की भावना हर भारतीय के अंदर भरी हुई है।
देश के लोगों को क्या करना चाहिए?
-देखिए,समाज का हर सदस्य समाज के लिए काम करना चाहता हो और अपना दायित्व सही ढंग से निभाता हो,उसी तरह प्रदेश व देश आता है।सभी को अपना दायित्व निभाने की जरुरत है।इंसान किसी भी जाति,धर्म या लिंग का हो,देश के प्रति समर्पित होने के साथ अपना दायित्व सही तरीके से निभाना होगा।जिन्हे जिंदगी में मान सम्मान या धन किसी भी रूप में बहुत कुछ मिला है,उन्हे समाज के लिए आगे आना चाहिए। समाज के लिए बढ़चढ़कर काम करना चाहिए।
वर्तमान सरकार के आने के बाद देशभक्ति वाली फिल्में कुछ ज्यादा बन रही हैं?
यह तो समाज की सोच है। फिल्में तो मास मीडिया है।एक फिल्म के माध्यम से करोड़ो लोगों को संदेश दिया जा सकता है। मेरी राय में इस तरह की फिल्में और धारावाहिक ज्यादा बनने चाहिए, जिनमें देशभक्ति के प्रसंग हो। सरकार भी बहुत तेजी से देशभक्ति के लिए काम कर रही है। मेरा मानना है कि भारत में रहने वाला हर इंसान देशभक्त है।
क्या सरकार बदलने के साथ सिनेमा बदलता है?
जी हां! घर का मुखिया बदलता है, तो उसकी विचारधारा के अनुरूप चीजें बदलती हैं।तो देश में बदलाव आया है।यह बदलाव देशभक्ति और देश में काम करने का भी है।