राजधानी दिल्ली में सबसे बड़ी रामलीला का आयोजन करने वाली 40 साल पुरानी लव-कुश रामलीला कमेटी के आठवें दिन गुरुवार की लीला में राम के हाथों कुंभकर्ण की पराजय एवं लक्ष्मण के हाथों लंका पति रावण के पुत्र मेघनाद के वध का मंचन किया गया। हालांकि, लालकिला मैदान के भव्य स्टेज पर मंचित हो रही रामलीला में इससे पहले मेघनाद ने युद्ध से पूर्व असीम शक्ति हासिल करने के मकसद से देवी निकुंभला की पूजा-अर्चना, तो वहीं युद्धोपरांत मेघनाद की मौत के बाद उसकी पत्नी सुलोचना का विलाप भी लीला मंचन का अहम हिस्सा था।
उल्लेखनीय है कि 21 सितंबर से शुरू हुए एवं पहली अक्टूबर तक मंचित होने वाली लव-कुश रामलीला कमेटी की लीला में बॉलीवुड के साथ-साथ राजनीतिक जगत की भी शख्सियत हिस्सा ले रहे हैं। यही वजह रही कि गुरुवार की लीला में कुंभकर्ण के किरदार में जहां रजा मुराद मंच पर छाए रहे, वहीं मेघनाद के रूप में शाहबाज खान ने रंग जमाया। मुकेश ऋषि ने रावण की भूमिका में चार चांद लगाया, तो विभीषण की भूमिका में अनुपम श्याम ओझा ने जमकर वाहवाही लूटी। इसी के राम के रोल में विशाल कंवल, सीता की भूमिका में शुभि शर्मा, लक्ष्मण के किरदार में अरुण मेंडोला, सुलोचना की भूमिका में वंदना ललवानी वर्मा ने भी दर्शकों का दिल जीत लिया।