एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा द्वारा बायोस्कोप विलेज यह नयी परिकल्पना लायी गयी हैं। इस बायोस्कोप विलेज के मोबाइल थिएटर आकर अभिनेता नाना पाटेकर और मनोज जोशी ने सिनेमा लवर्स के लिए इफ्फी का तीसरा दिन यादगार बनाया।
बचपन में हम बायोस्कोप पर फिल्म देखते थे
इस मौके पर नाना पाटेकर ने कहाँ, “बायोस्कोप विलेज यह परिकल्पना मेरे लिए काफी नयी हैं। मेरे बचपन में हमारे गांव में हम बायोस्कोप पर फिल्म देखते थे। वह फिल्म देखना हमारे लिए काफी यादगार लम्हा हुआ करता था। हम गांव में मल्टीप्लेक्सेस नही बना सकतें। ऐसे में बायोस्कोप परिकल्पना जो सिनेमा देखने के लिए जिनके पास पैसे नहीं हैं, उनके लिए एक अच्छी पहल हैं।“
इस मौके पर मनोज जोशी ने कहाँ, “गोवा को सांस्कृतिक विरासत मिली हैं। और इस राज्य में इफ्फी का आयोजन होना एक बेहतरीन बात हैं।“
सिनेमा जगत का सबसे बड़ा फेस्टिवल
भारत का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव इस साल अपना 48 वां साल मना रहा हैं। जिसमें देश और दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का चयन किया गया हैं। और यह निश्चित ही, यह फेस्टिवल इस साल सिनेमा जगत का सबसे बड़ा और भव्य फेस्टिवल है।