राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन देश की सिनेमाई विरासत को संरक्षित करता हैं और संरक्षित करने के लिए I&B मंत्रालय की एक महत्वपूर्ण पहल है। सरकार समयबद्ध तरीके से इसके कार्यान्वयन के लिए कमिटेड है। सूचना और प्रसारण और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया की अपनी यात्रा के दौरान इसका उल्लेख किया। श्री जावड़ेकर ने मंत्रालय की राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन की प्रतिष्ठित परियोजना, और इस परियोजना के तहत की गई विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की। रिव्यु के बाद श्री जावड़ेकर ने कहा, “लगभग 1.32 लाख फिल्म रील का फिल्म हालत मूल्यांकन कार्य पूरा हो चुका है और निवारक संरक्षण कार्य चल रहा है। फिल्म रील के डिजिटलीकरण पर काम जल्द ही शुरू होगा।” श्री जावड़ेकर ने आगे कहा, “सरकार 3 एकड़ भूमि पर नई संरक्षण सुविधाएं (वाल्ट) स्थापित कर रही है।
साथ ही, NFAI में एक समर्पित चिल्ड्रन फिल्म क्लब होगा, जो विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों को लाभान्वित करेगा।” जयकर बंगले के मरम्त के बारे में उल्लेख करते हुए श्री जावड़ेकर ने कहा “बहाल जयकार बंगले में एक नया डिजिटल पुस्तकालय और फिल्म शोधकर्ताओं के लिए पर्सनल जगह बनाई जाएगी।” रिव्यु मीटिंग के मौके पर श्री जावड़ेकर ने फिल्म फेडरेशन की हस्तियों के साथ मुलाकात की और उनके अनुरोधों को संबोधित किया। एनएफएचएम के तहत व्यापक उद्देश्य फिल्म की स्थिति का मूल्यांकन और लगभग 150,000 फिल्म रीलों के निवारक संरक्षण का कार्य करना है, लगभग 3500 फिल्मों का डिजिटलीकरण, भारतीय सिनेमा की लगभग 2000 लैंडमार्क फिल्मों की तस्वीर और ध्वनि बहाली, संरक्षण और संरक्षण सुविधाओं (वाल्ट), प्रशिक्षण और कार्यशालाओं का निर्माण और एक व्यापक वेब आधारित एंड टू एंड आईटी समाधान तैयार करना हैं।