वातावरण में हर दिन बढ़ रहे प्रदूषण को काबू में करने की एक पहल के रूप में देश की अग्रणी पीआर संस्था, पीआर 24x7 द्वारा #NoPlasticFlag कैम्पेन का संचालन जोरो-शोरो से किया गया, जिसका उद्देश्य देश के नागरिकों को प्लास्टिक के झंडों के बजाए, कपड़े तथा कागज के झंडे का उपयोग करने के लिए जागरूक करना था। केंद्र सरकार ने भी इस स्वतंत्रता दिवस राज्य सरकारों को जनता द्वारा प्लास्टिक के झंडों का उपयोग न किए जाने के निर्देश दिए। इससे पीआर 24x7 के हौसलों को सार्थक उड़ान मिली। संस्था के सभी 68 शहरों से जुड़े प्रतिनिधियों ने इस कैम्पेन के चलते 15 अगस्त को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक सड़कों पर पड़े हुए झंडे एकत्रित किए, और साथ ही जनता को प्लास्टिक के झंडों का उपयोग और झंडे का अपमान न करने के लिए जागरूक किया।
संस्था के फाउंडर, अतुल मलिकराम कहते हैं, 'सरकार वर्षों से प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के लिए पहल कर रही है, लेकिन कहीं न कहीं असफल ही रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह है, मांग और आपूर्ति। सरकार द्वारा की जा रही तमाम पहलें तब तक निरर्थक हैं, जब तक जनता इसमें योगदान न दे। जनता के समर्थन से कुछ ही दिनों में सार्थक परिणाम समूचे देश के सामने आ सकते हैं। जनता द्वारा खरीदी के दौरान प्लास्टिक बैग्स लेने से इनकार करने, और संबंधित कम्पनीज़ द्वारा इसके निर्माण पर रोक लगा देने से देश तथा प्रकृति को असहज भविष्य की गर्त में जाने से बचाया जा सकता है। हमें समझना होगा कि पृथ्वी हमारी है, इसलिए इसकी रक्षा करना भी हमारा ही कर्तव्य है। हमें चाहिए कि इसकी रोकथाम के लिए हम आगे बढ़कर सभी को जागरूक करें और नई पीढ़ी को भी इसकी वास्तविकता और दुष्परिणामों से अवगत कराएं, और साथ ही इस पर रोक लगाने की शुरुआत प्लास्टिक के झंडों का उपयोग न करने से ही की जाए।'
केंद्र ने राज्यों को ये निर्देश दिए कि जनता प्लास्टिक के झंडे का उपयोग न करें। पत्र में यह भी कहा गया कि प्लास्टिक के झंडे, कागज के झंडे की तरह जैविक रूप से अपघटित नहीं होते हैं तथा झंडे की गरिमा के अनुरूप, प्लास्टिक से बने झंडों का उचित निपटान सुनिश्चित करना भी एक व्यावहारिक समस्या है। राष्ट्रीय ध्वज देश की भावना तथा गरिमा का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए हमेशा इसका सम्मान किया जाना चाहिए। संस्था की तरह ही, यदि देश की हर कंपनी इस प्रकार की पहल को प्रमुखता से ले, तो निश्चित तौर पर आगामी समय में देश और प्रकृति के हित में मिसाल कायम की जा सकती है। पीआर 24x7 की सभी देशवासियों से यही गुजारिश है कि प्लास्टिक से बने तिरंगे के उपयोग कभी न करें, इसे जमीन पर न फेंकें, और न ही तिरंगे की प्रिंट वाले मास्क का उपयोग करें। यही सच्ची देशभक्ति हैं.... जय हिन्द, जय भारत....