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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रारंभिक जीवन और संघर्ष को समर्पित शॉर्ट फिल्म फिल्म ‘चलो जीते हैं’ की स्क्रीनिंग हाल ही में राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुई, जहां माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने फिल्म को देखा और फिल्म की भूर-भूरि प्रशंसा की। राष्ट्रपति के साथ कैबिनेट मंत्रियों- पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, जेपी नड्डा, अनंत कुमार, महेश शर्मा, रविशंकर प्रसाद, राज्यवर्धन सिंह राठौर, राम बिलास पासवान, एमजे अकबर आदि ने भी फिल्म देखी।
इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, गृहमंत्री राजनाथ सिंह के अलावा सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों और खेल व्यक्तित्वों- बबीता फोगाट, गीता मलिक, अंजू चोपड़ा भी मौजूद थे। स्क्रीनिंग के बाद राष्ट्रपति ने फिल्म को ट्वीट किया कि ‘यह फिल्म एक महत्वपूर्ण सवाल के बारे में बात करती है - जीवन में एक उद्देश्य ढूंढना, जीवन का अर्थ ढूंढना। यह स्वामी विवेकानंद के ’वही जीते हैं - जो दूसरों के लिए जीते है’ के दर्शन पर आधारित है।’
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भारत के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बचपन की घटनाओं के आधार पर बनी फिल्म लघु फिल्म ‘चलो जीते हैं’ को देखने के बाद सभा को भी संबोधित किया। उपराष्ट्रपति ने फिल्म की पूरी टीम मंगेश हदावाले, निर्माता महावीर जैन और भूषण कुमार की ऐसी फिल्म बनाने एवं भारतीय संस्कृति के प्रमुख संदेशों में से एक को कैप्चर करने की सराहना की।
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बता दें कि यह फिल्म प्रधानमंत्री के प्रेरणादायक बचपन की घटनाओं पर आधारित है। भूषण कुमार, आनंद एल. राय और महावीर जैन द्वारा बनाई गई इस फिल्म का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता मंगेश हदावाले ने किया है।
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