राष्ट्रीय राजधानी के लालकिला ग्राउंड में आयोजित रामलीला समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम गणमान्य हस्तियों की मौजूदगी में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति कोविंद ने दर्शकों द्वारा जय श्री राम के जयघोष के बीच रामलीला में राम, सीता और लक्ष्मण की भूमिका निभा रहे लवकुश रामलीला समिति के कलाकारों को मंच पर तिलक लगाया। समारोह में पर्यावरण मंत्री हर्ष वर्धन और दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी भी शामिल हुए।
समारोह में कोविंद ने कहा कि यह त्योहार हमें ईमानदार जिंदगी जीने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा, ‘मैं विजयदशमी पर देश के लोगों को मुबारकबाद देता हूं। विजयदशमी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार जीवन में अच्छी चीजों को अपनाने के लिये प्रेरित करता है।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘इस दौरान लोगों को यह ध्यान रखना चाहिए कि इसकी वजह से दूसरों को असुविधा न हो और प्रदूषण न हो।’
रामलीला, रामायण या रामचरितमानस जैसे प्राचीन हिंदू महाकाव्य पर आधारित राम के जीवन का एक नाटकीय लोक पुनर्मूल्यांकन है। दिल्ली की सबसे पुरानी समितियों में से एक लवकुश रामलीला समिति राजधानी के लाल किला मैदान में बरसों से रामलीला आयोजित कर रही है। इस साल भी 10 अक्टूबर से शुरू हुआ विश्व प्रसिद्ध लवकुश कमिटी की रामलीला का समापन 21 अक्टूबर को होगा।
हालांकि, दशहरा के 10वें दिन रामलीला में रावण द्वारा शिव पूजा, रावण और मंदोदरी के बीच वार्तालाप, राम द्वारा शिव की पूजा, रणभूमि में राम और रावण में युद्ध, रावण द्वारा लक्ष्मण को नसीहत, और फिर सबसे प्रतीक्षित घटना प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रावण वध, जिसमें पीएम ने राक्षसराज रावण की प्रतिमा में आग लगा दी।
खैर, लगभग आखिरी चरण में पहुंच चुके विश्व प्रसिद्ध लवकुश रामलीला के नौवें दिन मेघनाथ और रावण के बीच एक गहन बातचीत के साथ कहानी को आगे बढ़ाया गया। और आखिरकार, लक्ष्मण ने मेघनाद का जीवन अंत कर दिया। पूरी टीम ने रामलीला को मजेदार बनाने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की। रामलीला के पात्रों में ग्लैमर वर्ल्ड के साथ-साथ राजनीति जगत की कई प्रसिद्ध हस्तियां शामिल रहीं। इनमें राम की भूमिका में अंगद हसीजा, तो राजा जनक की भूमिका में केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, ऋषि अत्री की भूमिका में भाजपा विधायक डॉ. विजेंदर गुप्ता, रावण के रोल में पुनीत इस्सर, हनुमान के किरदार में विंदू दारा सिंह, सीता के रोल में शिल्पा रायजादा, विभीषन के रोल में अवतार गिल, नारद की भूमिका में राजेश पुरी, अंगद के रोल में मनोज तिवारी, मेघनाथ की भूमिका में राजा चौधरी, तो मंदोदरी की भूमिका में अमिता नांगिया ने दमदार प्रदर्शन किया।
अक्षय कुमार, जॉन अब्राहम और अजय देवगन जैसे बॉलीवुड की बड़ी हस्तियों द्वारा पहले किए गए अनुष्ठान को इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आगे बढ़ाया गया। यह इस बात का सबूत है कि लवकुश रामलीला अपने आकर्षण और जादू का निरंतर विकास कर रहा है और हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रहा है। लवकुश रामलीला के पास वह आभा है, जो देखने के लायक है। बता दें कि 40 वर्ष पुरानी लवकुश रामलीला की शुरुआत 10 अक्टूबर से हुई है,जिसका समापन 21 अक्टूबर को होगा।