/mayapuri/media/post_banners/0509b7319975a4cf33d3e7a923f696c0130681795ff2a6e6a136dc916b4f9f51.jpg)
बनवारी टोला के एक छोटे से गाँव में पली-बढ़ी, आज ज्योति (18) और नेहा (16) गोरखपुर के पास के गाँव में अपना नाई की दुकान चलाते हैं। लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती देते हुए, इन लड़कियों ने अपने पिता की नाई की दुकान चलती है और यह भी सुनिश्चित किया कि वे अपनी शिक्षा को न छोड़ें। जिलेट और नेहा और ज्योति दोनों को अपने गाँव में मनाने के लिए जिलेट ने एक कदम आगे बढ़ाया।
उनकी प्रेरणादायक कहानी जिलेट द्वारा एक अपरंपरागत विज्ञापन फिल्म के माध्यम से सुनाई गई है, जो वर्तमान में 25 मिलियन विचारों के साथ इंटरनेट पर वायरल हो गई है। जिलेट के चल रहे सफलता अपनी मुट्ठी मे कार्यक्रम के एक भाग के रूप में दोनों लड़कियों को उनकी शिक्षा और पेशेवर जरूरतों को कवर करने वाली एक छात्रवृत्ति प्रदान की गई। जिलेट उन्हें स्टीरियोटाइप को चुनौती देने और अपनी सफलता के साथ लाखों लोगों को प्रेरित करने के लिए सलाम करता है। सचिन तेंदुलकर ने प्रेरित करने के लिए अपने सपनों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों लड़कियों को जिलेट सफलता अपनी मुट्ठी मे स्कॉलरशिप सौंपी।
नेहा और ज्योति दोनों के लिए एक बड़ा सम्मान सचिन तेंदुलकर और फ़रहान अख्तर को शेव करने का मौका मिल रहा था। यह दोनों लड़कियों और खुद सचिन तेंदुलकर के लिए एक अनूठा अनुभव था, क्योंकि ऐसा पहले कभी नहीं किया गया। सचिन ने इससे पहले कभी किसी और के द्वारा की गई दाढ़ी नहीं निकाली। वह भारत की नाई और प्रतिभावान नाई की लड़कियों से पूरी तरह से प्रभावित था।
/mayapuri/media/post_attachments/f3309af160f6df0715909209d620c71ae622beb2b896d745e8c61b6c42d0eaa3.jpg)
/mayapuri/media/post_attachments/deb967050f41567c07ace0123ebcebadb3c650fdefede3f79512e3bfeac93b61.jpg)
/mayapuri/media/post_attachments/a91c819b44a71ceb3f8ce8362e6b2158e8c62a0e5af8e8442e59305741a9d239.jpg)
/mayapuri/media/post_attachments/47e769f8d11eef55513d2ee711bd4181ab735fed27b04e537733c484f651a46f.jpg)