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हमारी आज की जिंदगी कभी न खत्म होने वाली डेडलाइंस, घरेलू कामों, परिवारिक प्रतिबद्धताओं और कामकाजी जीवन के दवाब से भरी है। तनाव का यह भारी-भरकम बोझ और खुशियों की कमी आधुनिक समय के रिश्तों को काफी प्रभावित कर रही है। सोनी लिव ने हमारे समाज के रूझानों की झलक दिखाने वाली आकर्षक कहानियों पर अपने फोकस के साथ दो नई शॉर्ट फिल्म्स रिलीज की है। इन फिल्मों के नाम हैं- ‘पापा वी लव यू टू’ और ‘द गिफ्ट’ इन लघु फिल्मों के रिलीज के साथ ही एक महत्वपूर्ण विषय पर चर्चित हस्तियों के बीच एक भागीदारीपूर्ण चर्चा शुरू हो चुकी है और यह विषय है- ‘डिजिटल कथावाचन, जो समकालीन भारतीय समाज में संबंधों के रूझानों को प्रतिबिम्बित करता है।’
असाधारण प्रदर्शन और निर्माण मूल्यों के साथ शानदार कहानी प्रस्तुत करने के अपने प्रयास के तहत सोनी लिव अपनी शॉर्ट फिल्म्स के रिलीज के साथ डिजिटल मनोरंजन में हलचल मचा रहा है। इन फिल्मों में जिम्मी शेरगिल, लेख टंडन, गुल पनाग, मंदिरा बेदी और कुशल पंजाबी जैसे सितारे प्रमुख भूमिकाओं में नजर आयेंगे। ये दोनों फिल्में दर्शकों के साथ जुड़ाव बनाने और उन्हें एक चिंतनशील मनोरंजन सफर पर ले जाने के लिये तैयार हैं।
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‘पापा वी लव यू टू’ की कहानी प्रमुख नायक विकास (जिम्मी शेरगिल द्वारा अभिनीत) के इर्द-गिर्द घूमती है, जोकि एक 40 वर्षीय सिंगल पैरेंट है। वह वर्कहोलिक (हर समय काम में डूबा रहने वाला) है और उसकी जिंदगी उसकी पेशेवर उपलब्धियों और भौतिक अधिग्रहण पर केन्द्रित है। इससे उसके 8 साल के अपने बेटे के साथ संबंध कमजोर पड़ने लगते हैं। इस रिश्ते की परछाई विकास के अपने पिता के साथ संबंधों में भी नजर आती है। यह किरदार प्रसिद्ध निर्देशक, लेखक और अभिनेता लेख टंडन निभा रहे हैं।
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दूसरी ओर ‘द गिफ्ट’ एक दिलचस्प थ्रिलर है, जो आपको एक ही जगह पर बैठकर पूरी फिल्म देखने के लिये मजबूर कर देगी। इसमें आधुनिक संबंधों की जटिलताओं को परिभाषित किया गया है। इस फिल्म में कुशाल पंजाबी, गुल पनाग और मंदिरा बेदी दमदार भूमिकाओं में हैं। इसकी कहानी कहने की शैली विजुअल्स पर खास जोर देती है। इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि आधुनिक जीवन की निष्ठुरता और हमारी कभी न खत्म होने वाली इच्छाओं ने हमें किस तरह से अचिंतनीय कार्यों में उलझा कर रखा है।
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उदय सोढ़ी, ईवीपी और हेड-डिजिटल बिजनेस, सोनीलिव ने कहा, ‘‘सोनी लिव को अन्य डिजिटल चैनलों से जो एक चीज अलग बनाती है, वह है निरंत ऐसे कंटेंट उपलब्ध कराने की हमारी क्षमता, जो समाज के रूझानों का प्रतिबिम्ब हैं। अकेले लघु फिल्मों की श्रेणी में ही हमारे पास ५०० से अधिक फिल्मों का भंडार है। उत्कृष्ट प्रदर्शनों के साथ कहानी कहने की आकर्षक शैली लंबे समय तक कायम रहने वाला प्रभाव डालने का विनिंग फॉर्मूला है। ये फ़िल्में हमारे दर्शकों को डिजिटल, अनूठे और विचारोत्तेजक कंटेंट उपलब्ध कराने के हमारे निरंतर प्रयासों को दर्शाते हैं। इन फिल्मों का असर प्रदर्शन के काफी समय बाद भी रहता है।’’