
हिंदी फ़िल्मों में भ्रष्टाचार और आम आदमी की लड़ाई पर आधारित फिल्में दर्शकों को हमेशा पसंद आकर्षित करती रही है कुछ इसी तरह निर्देशक दीक्षित कौल की फिल्म ख़ामियाज़ा भी इस मुद्दे को लेकर बानी हैं कि किस तरह से एक ताक़तवर शख्स किसी आम आदमी की जिंदगी को मुश्किल भरा बना सकता है।
/mayapuri/media/post_attachments/49cb186429c19d5c799951edab6c44f6c6dc4ac84ef170f483be4cdbf4d54876.jpg)
मुंबई में आयोजित एक पार्टी में फ़िल्म का ट्रेलर और संगीत जारी किया गया। इस अवसर पर फ़िल्म के निर्माता राजेश आर त्रिपाठी, लेख़क निर्देशक दीक्षित कौल, सह निर्मात्री नीलू कौल, मुख्य कलाकार हेरम्ब त्रिपाठी, पियाली मुंशी, अलोक चतुर्वेदी, विजय अदेसनी, शक्कू राणा, कैमरामैन सूर्यकांत त्यागी, एडिटर अजय वर्मा उपस्थित थे। टीवी इंडस्ट्री के लोकप्रिय अभिनेता पंकज बेरी और रुपाली काद्यान विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।
/mayapuri/media/post_attachments/e43759c8eb9bfaa68a057a3bdd97452e9e14fb21da23fcfbdaddd824502ee363.jpg)
आर डी बायस्कोप और वंस मोर इंटरनेशनल के बैनर तले निर्मित 'खामियाज़ा अ जर्नी आफ कॉमनमैन' एक आम आदमी अभिमन्यु की कहानी है जो एक सामाजिक कार्यकर्ता सत्य प्रकाश की जान बचाता है अभिमन्यु को यह नहीं पता रहता की सत्य प्रकाश को मारने वाले बेहद ही शक्तिशाली राजनैतिक लोग है। अब अभिमन्यु की जिंदगी में बहुत कुछ घटित होनेवाला है फ़िल्म का शीर्षक ख़ामियाज़ा इस फिल्म की कहानी को और अधिक दिलचस्प बनाता है। फिल्म में मुख्य भूमिका में हेरम्ब त्रिपाठी, पियाली मुंशी और शक्कू राणा की मुख्य भूमिका है साथ ही अलोक चतुर्वेदी, शिवानी सहाय, सुनील थापा, एहसान खान, जावेद हैदर, रितेश बक्शी, आनंद देव और विजय अदसानी भी महत्वपूर्ण क़िरदारों में नजर आएंगे।
/mayapuri/media/post_attachments/b9dbfd9d50d059da4b45b5bbb21735a480dff286ce977a04ba38b96b0b56b876.jpg)
फिल्म की सबसे ख़ास बात रोमांटिक म्यूज़िक है फिल्म में शान, राहत फ़तेह अली खान, कुणाल गांजावाला, प्रियंका नेगी, केसी लॉय ने मधुर और सोलफुल गाने गाये है। दीक्षा ज्योति, सीमा सैनी, आरिफ रामपुरी, जीतेन्द्र हंसराज जावदा के गीतों को लिखा है। सुजॉय बोस, इमरान वसीम, जीतेन्द्र जवाड़ा ने मधुर संगीत तैयार किया है।
/mayapuri/media/post_attachments/969b27dea3f84fc4411d5360b70d088a256df72c2d3c19458cb27a9de6d923fc.jpg)
इस अवसर पर निर्देशक दीक्षित क़ौल ने कहा कि फिल्म में भ्रष्टाचार और बिंगडे हुए तंत्र व्यवस्था को दिखाया गया है यह फ़िल्म है जिसमें हम कह रहे है कि रियाल लाइफ में बुरा ही होता है खामियाजा दर्शकों को अपने आस पास की कहानी महसूस होगी। छायाकार: रामाकांत मुंडे