सस्पेंस थ्रिलर फिल्म ‘विक्टिम’ का ट्रेलर लॉन्च रेड बल्ब, अंधेरी में हुआ। उसी अवसर पर फ़िल्म के कलाकार अमन संधू, कुलदीप संधू, मोहित नैन, साफी कौर सहित निर्माता नेहाल सिंह, निर्देशक फैज़ल खान, लेखक संजय जोशी, क्रिएटिव प्रोड्यूसर ज्योति गिल, डीओपी रणविजय सिंह, एडिटर राजेन्द्र घडी, संगीतकार ऋग्वेद सिंह, क्रिएटिव हेड करण अरोरा, डॉन सिनेमा के संस्थापक महमूद अली, सतीश कुमार, डॉन सिनेमा के सह संस्थापक आफताब अली, डॉन सिनेमा की क्रिएटिव हेड भूमिका कलिता, डी आई कलरिस्ट शिबू टी एस, कॉस्ट्यूम स्टाइलिस्ट सज्जाद शेख की विशेष उपस्थिति रही। यह फ़िल्म डॉन सिनेमा ओटीटी पर रिलीज किया जाएगा।
फ़िल्म की कहानी में एक हाई प्रोफाइल उद्योगपति और व्यवसायी प्रदीप बजाज को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किए जाने पर लोग और पूरा मीडिया सदमे में है! उन पर अपनी सहायक निशा के बलात्कार का आरोप है।
अपहरणकर्ता एक साइको लगता है क्योंकि वह न केवल दोनों लड़कियों का यौन शोषण करता है, बल्कि गुस्से में एक दूसरी लड़की को भी निशा के सामने मारता है। उसने गुस्से में गोली चलाने से पहले शायद लड़की का बलात्कार भी किया था। निशा और अधिक घबरा जाती है जब उसे पता चलता है कि साइको उसकी हत्या करने की योजना बना रहा है।
वह वहाँ से भागने का प्रयास करती है लेकिन किडनैपर उसे पकड़ लेता है। निशा दया के लिए भीख माँगती है और कुछ भी करने के लिए सहमत होती है जो साइको कहता है। किडनैपर के पूछने पर निशा कबूलती है कि उसने प्रदीप पर बलात्कार के झूठे आरोप लगाए थे। किडनैपर के मास्क हटाने पर निशा चौंक जाती है क्योंकि वह प्रदीप होता है जो खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए यह योजना बनाया था। कुलमिलकर कौन असल विक्टिम है ये समझना और पकड़ना बहुत मुश्किल है।