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'एक महानायक : बी आर अम्बेडकर' के सेट पर पद्मश्री बिमल कुमार जैन ने किया कलाकारों को सम्मानित

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By Mayapuri
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Padma Shri Bimal Kumar Jain

दादा साहेब फाल्के चित्र नगरी (फिल्म सिटी स्टूडियो) में सुप्रसिद्ध धारावाहिक 'एक महानायक : बी आर अम्बेडकर' के सेट पर समाज सेवक पद्मश्री बिमल कुमार जैन अपने भारत दर्शन यात्रा के दौरान विशेष आमंत्रण पर  पहुँचे जहाँ अभिनेता राजन कुमार ने माला पहनाकर उनका गर्म जोशी से स्वागत किया. ज़ी5 चैनल पर प्रसारित होने वाले सुप्रसिद्ध धारावाहिक 'एक महानायक : बी आर अम्बेडकर' के निर्देशक विनोद माणिकराव ने सभी अतिथियों का स्वागत किया.

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समाज सेवक पद्मश्री बिमल कुमार जैन ने फिल्म सिटी स्टूडियो में टीवी सीरियल 'एक महानायक : बी आर अम्बेडकर' के सेट पर मौजूद सभी कास्ट और क्रू को शॉल देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर इंटरनेशनल मोटिवेशनल स्पीकर डॉ पवन अग्रवाल, अभिनेता राजन कुमार, कमल जैन और वरिष्ठ फिल्म पत्रकार काली दास पाण्डेय भी उपस्थित रहे.

इंटरनैशनल मोटिवेशनल स्पीकर डॉ पवन अग्रवाल ने योग नगरी मुंगेर(बिहार) से सम्बन्ध रखने वाले बिमल जैन जी को समाज और मानव की भलाई के लिए काम करने वाला मसीहा बताया. विश्व विख्यात चित्रकार, ललित कला अकादमी अवार्ड से सम्मानित कमल जैन ने अपने बड़े भाई बिमल जैन को अपना प्रेरणा पुरुष बताया और कहा वह दूसरों के लिए प्रेरणा बन गए हैं.
इस मौके पर चार्ली चैपलिन 2 के रूप में सारी दुनिया में 5000 से अधिक लाइव शोज़ कर चुके गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर अभिनेता राजन कुमार ने बताया कि पद्मश्री बिमल कुमार जैन ने इस तरह पहली बार मुम्बई के फ़िल्म सिटी स्टूडियो में किसी टीवी धारावाहिक के सेट पर जाकर कलाकारों और सीरियल से जुड़ी टीम को शॉल देकर सम्मानित किया है. यह उनके समाजसेवी होने के साथ साथ कला प्रेमी होने का सबूत भी है. 

मुंगेर में जन्में प्रसिद्ध समाज सेवक बिमल कुमार जैन वर्षों से दिव्यांगजनो के चेहरे पर खुशी लाने और मानव सेवा में लगे हुए हैं. बिमल जैन, कृत्रिम पैर से जुड़े संगठन प्रकल्प भारत विकास विकलांग न्यास के महामंत्री के रूप में पटना में भारत विकास एवं संजय आनंद  विकलांग अस्पताल चला रहे हैं, इसके माध्यम से उन्होंने 35,000 से भी अधिक दिव्यांगों को कृत्रिम अंग तथा 9000 से ज्यादा विकृति के शिकार बच्चो की शल्य चिकित्सा करा कर समाज की मुख्य धारमें लाने का प्रयास किया है साथ ही साथ आंखों की रौशनी से वंचित दिव्यांगों की ज़िंदगी मे फिर से रौशनी लाने का काम भी कर रहे हैं.
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय  

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