भारत के सौराष्ट्र, गुजरात के एक गाँव, छलाला के नौ वर्षीय समय (भाविन रबारी) प्रोजेक्शनिस्ट - फ़ज़ल (भावेश श्रीमाली) को रिश्वत देकर, एक सिनेमा हॉल के प्रोजेक्शन बूथ से, पूरी गर्मियों को फिल्में देखने में बिताता हैं. वह फिल्मों और फिल्म निर्माण से पूरी तरह से मंत्रमुग्ध हो जाता है, इस हद तक कि वह एक फिल्म निर्माता बनने का फैसला करता है, जो आने वाली मुश्किलों और कठिनाई भरे समय से अनजान होता है.
Popular Dialogues
फिल्म के शुरुआत में जहां समय के पिता उससे फिल्मों की बात कर रहे होते हैं वही समय फिल्मों में काम करने की अपनी इच्छा प्रकट करता है जिसके जवाब में उसके पिता उसे कहते हैं ‘हम ब्राह्मण है और ऐसा काम नही कर सकते’ जिसके जवाब में समय बोलता है ‘हां आप बस चाय बेच सकते है जिससे हमारी आमदनी भी नही होती’
जब फ़ज़ल समय से उसके नाम का मतलब पूछता है, समय बताता है कि उसके माता पिता के पास काम था नही और चाय की दुकान चलती नही थी जिस वजह से उनके पास बहुत समय था जिसमे में पैदा होगया और उन्होंने मेरा नाम समय रख दिया.