दो हजार तेरह में हिट फिल्म ‘फुकरे’ की आगे की कड़ी मृगदीप सिंह लांबा द्धारा डायरेक्ट फिल्म ‘फुकरे रिटर्न्स’ बेशक पहली के सामने कहीं भी नहीं ठहर पाती, बावजूद इसके दर्शक कितनी ही बार ठहाके लगाने पर मजबूर होते हैं।
क्या है कहानी फिल्म की कहानी ?
दिल्ली के चार फुकरे पुलकित सम्राट, मनजोत सिंह, वरूण शर्मा तथा पंकज त्रिपाठी उस वक्त परेशान हो जाते हैं,जब उन्हें पता चलता है कि जमुना पार की डॉन भोली पंजाबन यानि रिचा चड्ढा जेल से बाहर आ चुकी है दरअसल उन्होंने ही उसे जेल भिजवाया था। बाहर आनें के बाद भोली उन चारों का पकड़ मंगवाती है और एक नया फ्रॉड करने का आदेश देती है। बाद में भोली के जाल में फंसे ये चार फुकरे किस तरह बाहर निकल पाते हैं।
कमजोर स्क्रीनप्ले
फिल्म की शुरूआत बहुत बढ़िया ढंग से होती है, दर्शक किरदारों के साथ ठहाके लगाते रहते हैं लेकिन मध्यांतर के बाद पूरी फिल्म जैसे बिखर जाती है क्योंकि कमजोर कहानी और उतनी ही कमजोर स्क्रीनप्ले की बदौलत जाने पहचाने ट्विस्ट बोझिल बन जाते हैं। दिल्ली का माहौल, भाषा और लोकेशन रीयल है। कैमरा वर्क भी ठीक है। म्यूजिक भी बस ठीक ठाक है। सप्ताह में कोई अन्य फिल्म न होने की वजह से फिल्म को पूरा फायदा मिलने वाला है।
शानदार अभिनय
अभिनय की बात की जाये एक बार फिर वरूण शर्मा अपनी मासूमियत भरी कॉमेडी से दर्शकों का दिल जीत लेता है, भोली से उसका प्यार जताने का तरीका ठहाके लगाने पर बार बार मजबूर करता है। बाकी सारे किरदार जैसे पुलकित सम्राट, मनजोत सिंह तथा अली फज़ल उसके पीछे हांफते से रहते हैं। पंकज त्रिपाठी के छोटे छोटे पंच दर्शक को गुदगुदाते रहते हैं। रिचा चड्ढा बेहद सेक्सी लगी है उसने अपनी भूमिका को जमकर निभाया है। अली फज़ल जैसा ऐक्टर फिल्म का सबसे कमजोर किरदार नजर आया। भ्रष्ट नेता की भूमिका निभाने वाले कलाकार राजीव गुप्ता ने भी अच्छा अभिनय किया है।
बेशक फिल्म में कॉमेडी का सामान्य डोज हैं बावजूद इसके हास्य फिल्मों के शौकीन दर्शकों को फिल्म निराश नहीं करेगी।