Advertisment

गांधी जी को समझने का प्रयास 'हे राम, हमने गांधी को मार दिया'

author-image
By Shyam Sharma
New Update
गांधी जी को समझने का प्रयास  'हे राम, हमने गांधी को मार दिया'

महात्मा गांधी जी की नीतियों और विचारों को लेकर अक्सर विरोधाभाष होता रहा है। निर्माता निर्देशक नईम ए सिद्धिकी ने अपनी फिल्म ‘हे राम हमने गांधी को मार दिया’ के तहत इसी विरोधाभाष को जस्टीफाई करने की कोशिश की है।

फिल्म की कहानी

कहानी आजादी के पहले की है जब कोलकाता के एक गांव के जमींदार घराने का पढ़ा लिखा बेटा जतिन गोस्वामी शहर जाकर कोई अच्छी नोकरी करना चाहता है, जबकि उसकी मां प्रतिमा काज़मी उसे गांव में रहकर गांव वालों की सेवा करने के लिये कहती है, लेकिन जतिन न सिर्फ शहर में रहने का फैसला करता हैं बल्कि वहीं एक पढ़ी लिखी समझदार लड़की समीक्षा भटनागर से शादी कर लेता है। मां के एतराज से नाराज हो वो बीवी के साथ कभी वापस न आने की कसम खा शहर निकल जाता है। विभाजन के वक्त उसकी फैक्ट्री में आग लगा दी जाती है। इस प्रकार वो पूरी तरह बरबाद होने के बाद बीवी के कहने पर वापस अपने गांव जाने का निश्चय करता हैं। जतिन के मन में गांधी के प्रति रोष है क्योंकि उसका मानना हैं कि गांधी की नीतियों के कारण करोड़ों मुसलमान विभाजन के बाद भी इंडिया में ही रह रहे हैं। रेल में उसे अपने सहयात्रियों में एक स्कूल मास्टर सुब्रत दत्ता के साथ गांधी को लेकर वाद विवाद का अवसर मिलता है जिसमें एक हद तक वो गांधी जी के विचारों से सहमत होने लगता है। गांव जाकर जब उसे पता चलता है कि उसकी मां अपने गांव के मुसलमानों को बचाते हुये हिन्दू की लाठी खाने से मारी गई है तो उसके बाद वो गांव में रहकर पूरी तरह गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुये गांववासियों की सेवा का वृत ले लेता है।

फिल्म में गांधी के सिद्धांतों को लेकर वाद विवाद के जरिये निर्देशक ने बताने की कोशिश की है कि गांधी पूरे विश्व में एक मात्र ऐसे शख्स थे जिन्होंने अहिंसा के जरिये देश को अंग्रेजो से छुटकारा दिलवाया। सही मायनों में वे एक सिद्ध महात्मा पुरूष थे। कथा के जरिये निर्देशक ने वाद विवाद को बहुत अच्छे से दर्शाया है। फिल्म की पटकथा और संवाद अच्छे हैं। कम बजट को देखते हुये उस दौर को एक हद तक वास्तविकता प्रदान की है।

जतिन गोस्वामी, समीक्षा भटनागर तथा प्रतिमा काज़मी ने अपनी भूमिकाओं को पूरी तरह साकार किया हैं जबकि सुब्रत दत्ता ने अपनी भूमिका के तहत बहुत शानदार अभिव्यक्ति दी।

आज के यूथ के लिये गांधी जी को समझने के लिये फिल्म काफी उपयोगी साबित हो सकती है।

➡ मायापुरी की लेटेस्ट ख़बरों को इंग्लिश में पढ़ने के लिए  www.bollyy.com पर क्लिक करें.
➡ अगर आप विडियो देखना ज्यादा पसंद करते हैं तो आप हमारे यूट्यूब चैनल Mayapuri Cut पर जा सकते हैं.
➡ आप हमसे जुड़ने के लिए हमारे पेज  width='500' height='283' style='border:none;overflow:hidden' scrolling='no' frameborder='0' allowfullscreen='true' allow='autoplay; clipboard-write; encrypted-media; picture-in-picture; web-share' allowFullScreen='true'>

'>Facebook, Twitter और Instagram परa जा सकते हैं.
embed/captioned' allowtransparency='true' allowfullscreen='true' frameborder='0' height='879' width='400' data-instgrm-payload-id='instagram-media-payload-3' scrolling='no'>

Advertisment
Latest Stories