निर्देशक पा.रंजीत की फिल्म ‘ काला’ का बैकग्राउड मुबंई की प्रसिद्ध झोपड़पट्टी धारावी पर आधारित है। अभी तक साउथ से आये जितने भी गैंगेस्टर मशहूर हुये हैं उन सभी का लिंक धारावी से रहा है। एक बार फिर साउथ से आया शख्स किस प्रकार पहले धारावी फिर पूरे मुबंई शहर का बादशाह बन जाता है।
फिल्म की कहानी
कहानी के अनुसार तमिलनाडू से आया काला यानि रजनीकांत धारावी में सैटल हो जाता है। बाद में वो धीरे धीरे बस्ती और वहां के लोगों को सुधारने की कोशिश में लग जाता है। एक वक्त ऐसा भी आता है जब उसके हाथ में पूरे शहर की बागडोर आ जाती है। एक नेता हरिनाथ देसाई यानि नाना पाटेकर जो एका छुपा भूमाफिया हैं उसकी नजर धारावी की जमीन पर है, जबकि काला धारावी को डिजिटल मुबंई बनाने के सपना देख रहा है। एक वक्त काला और हरि दादा आमने सामने आ जाते हैं। अंत में जीत किसकी होती है, ये फिल्म देखने के बाद पता चलेगा।
निर्देशक पा. रंजीत ने टिपिकल साउथ इंडियन परिवेश को बरकरार रखा है। फिल्म में रजनी मराठी और हिन्दी भाषाओं का प्रयोग करते दिखाई देने वाले हैं। फिल्म में बेशक रजनी से आधी उम्र की नायिका हुमा कुरेशी उनकी प्रेमिका बनी है लेकिन उनकी जोड़ी जरा भी नहीं अखरती। फिल्म में वीएफएक्स के तहत मुबंई के फ्लाईओवर्स का खूब इस्तेमाल किया है। फिल्म के एक्शन सीन पूरी तरह से रजनीकांत टाइप हैं। जिसे देखते हुये उनके फैंस खूब तालीयां बजाते हैं। हालांकि जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ती है दर्शक को आगे की कहानी का अंदाजा पहले ही हो जाता है। आप कह सकते हैं कि काली भी अन्य साउथ इंडियन फिल्मों की तरह एक गैंगेस्टर फिल्म है। फिल्म की कहानी स्वंय रजनीकांत ने लिखी हैं तथा फिल्म का थीम सांग बेहतरीन बन पड़ा है।
रजनीकांत इस उम्र में भी बीस साल पहले जैसी फुर्ती रखते हैं। हुमा कुरैशी रजनी के अपोजिट अच्छी लगी है। नाना पाटेकर एक अरसे बाद नगेटिव भूमिका में पूरे रंग में नजर आते हैं। अन्य भूमिकाओं में काला की बीवी ईश्वरी राव के रूप में पुयल तथा काला के बेटे की गर्लफ्रेंड बनी अंजली पाटिल ने बढ़िया अभिनय किया है।