हिन्दी फिल्मों में लव स्टोरीज का हमेशा से क्रेज रहा है लिहाजा जब भी किसी नये कलाकार का डेब्यू करवाया जाता है तो उसके लिये एक अदद लव स्टोरी तैयार की जाती है। इस बार भी सलमान खान ने अपने बहनाई आयुष शर्मा का डेब्यू ऐसी ही लव स्टोरी फिल्म ‘लवयात्री’ से करवाया जिसे डायरेक्ट किया अभिराज मीनावाला ने।
बड़ोदरा का लड़का सुसू उर्फ सुश्रुत (आयुष शर्मा) सिर्फ डांस के लिये ही जिंदा है, उसका सपना एक डांडिया एकेडमी खोलने का है। उसी दौरान उसकी जिन्दगी में मिशेल उर्फ मनीषा (वरीना हुसैन) आती है जो लंदन में अपने पिता रोनित रॉय के साथ सैटल है लेकिन उसे अपनी कंट्री इंडिया से प्यार है। वो अपने पिता को नवरात्री में बड़ोदरा आने के लिये राजी करती है। यहां उसके काका मनोज जोशी और कजसं रहते हैं। नवरात्री में डांडिया के दौरान उसे सुसू से प्यार हो जाता है लेकिन रोनित रॉय सुसू को मिशेल के प्रति भड़का देते हैं कि वो सिर्फ उसके साथ यहां टाइम पास कर रही है वरना लंदन में उसका ब्वायफ्रेंड कृष है। इसके बाद सुसू मिशेल को बुरा भला कहता है। इसके बाद मिशेल अपने पिता के साथ वापस लंदन चली जाती है। बाद में सुसू को अपनी गलती का एहसास होता है तो वो अपने सिंगर मामा राम कूपर के साथ लंदन आकर मिशेल को ढूढंता है। उसके बाद क्या मिशेल और सुसू मिल पाते हैं ? ये आपको फिल्म देखने के बाद पता चलेगा।
लवयात्री गुजराती पर्व नवरात्री पर आधारित बेस एक ऐसी साधारण प्रेम कहानी है जो इससे पहले न जाने कितनी बार दोहराई जा चुकी है। लचर पटकथा के तहत नवरात्री के जाने पहचाने दृष्य हैं लेकिन इस बार उन्हें भव्य रूप में दर्शाया गया है। जानी पहचानी कहानी पर जाने पहचाने किरदार हैं। जिन्हें देख जरा भी रोमांच पैदा नहीं होता। फिल्म के एक दो गानों को छोड़ म्यूजिक भी साधारण ही रहा।
लीड रोल में आयुष शर्मा पहली फिल्म के मुताबिक ठीक ठाक काम कर गया, लेकिन उसे अभी काफी कुछ सीखना है, इसी प्रकार वरीना हुसैन की भी ये पहली फिल्म है वो बेहद खूबसूरत है उसने पहली फिल्म के मुताबिक काम भी ठीक किया है। सहयोगी कलाकारों में राम कपूर, मनोज जोशी आदि ने अच्छा सहयोग दिया।
नवरात्री के आयोजन के शौकीन दर्शक फिल्म देख सकते हैं।