इस सप्ताह रिलीज फिल्मों में एक हॉरर थ्रिलर फिल्म ‘लुप्त’ भी हैं। निर्माता हनवंत खत्री, ललित किरी तथा प्रभुराज द्धारा निर्देशित ये एक नये अंदाज की हॉरर थ्रिलर फिल्म दर्शक की पंसद पर खरी साबित होती है।
जावेद जाफरी एक ऐसा महत्वांकाक्षी बिजनेसमैन है जिसके पास अपने परिवार के लिये भी जरा वक्त नहीं उसे तो बस हर वक्त पैसा कमाने की धुन है। उसके परिवार में उसकी पत्नि निकी वालिया,बेटा रिषभ चड्डा तथा बेटी मिनाक्षी दीक्षित हैं। इसके अलावा इस परिवार का हिस्सा मिनाक्षी का ब्वायफ्रेंड करण आनंद है। जावेद के सामने अक्सर एक स्त्री का डरावना चेहरा आता रहता है लिहाजा वो डॉक्टर की सलाह पर अपने परिवार और करण के साथ किसी हिल स्टेशन पर जाने का प्रोग्राम बनाता है। रात का समय है, अचानक उनकी गाड़ी के सामने एक बच्चा गाड़ी आ जाती है, जिसमें एक गुड़िया पडी है। जावेद इसे रिषभ की कारस्तानी मानता है। आगे उनकी गाड़ी खराब हो जाती है। तभी वहां से विजयराज की गाड़ी गुजरती है जो उन्हें वही पास में जगंल में अपने काटेज में रात गुजारने की पेशकश करता है। हालांकि उसे शिकायत है, क्योंकि उस परिवार ने रास्ते में उसकी हेल्प नहीं की थी। इसके बाद शुरू होता है उस परिवार के एक एक सदस्य की मौत का सिलसिला। जो आखिर क्यों शुरु होता है और कहां जाकर थ्रमता है ? ये सब जानने के लिये फिल्म देखनी होगी।
प्रभूराज राम गोपाल वर्मा के सहायक निर्देशक रहे हैं लिहाजा फिल्म पर रामू की गहरी छाप नजर आती हैं। रामू की ‘भूत’ जिस अंदाज की हॉरर फिल्म थी 'लुप्त' उससे एक कदम आगे की फिल्म है। जिस प्रकार प्रभूराज ने पूरी फिल्म रात में शूट की और फिल्म के हर किरदार को अलग रंग में दिखाया वो काबिले तारीफ है। हर दस मिनट में कहानी में आये टर्न और ट्वीस्ट दर्शकों को रोमांचित करते रहते हैं। बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म की हाईलाईट है जो हर सीन में थ्रिल पैदा करने में कामयाब है, लिहाजा इसमें कोई दो राय नहीं कि लुप्त नये अंदाज की अलग हॉरर थ्रिलर फिल्म दर्शकों को डराने में पूरी तरह कामयाब है।
पहली दफा जावेद जाफरी अपनी इमेज से अलग एक बिजनेसमैन के किरदार में दिखाई दिये हैं अपने किरदार में वो अमिताभ बच्चन से कुछ ज्यादा ही प्रभावित दिखाई देते है। निकी वालिया को एक अरसे बाद देखना सुखद लगता है। दृश्यम के बाद रिषभ इस फिल्म में दिखाई दिया, उसने अपनी भूमिका को बढ़िया अभिव्यक्ति दी है। मीनाक्षी दीक्षित खूबसूरत है, करण आनंद के साथ उसकी जोड़ी अच्छी लगती है। विजयराज अपनी भूमिका में प्रभावित करते हैं।