रेटिंग***
रोहित शेट्टी की फिल्में होती हैं, जिन्हें देखते वक्त दिमाग का इस्तेमाल कम ही किया जाता है। बिलकुल इसी प्रकार निर्माता निर्देशक इन्द्र कुमार की फिल्म ‘टोटल धमाल’ भी ऐसा ही इशारा कर रही है यानि हंसी, ठहाके लगाओ और घर जाओ। पहली फिल्म ‘धमाल’ का रीमेक इस फिल्म में कुछ फेरबदल कर सिर्फ मनोरंजन पर ध्यान दिया है।
कहानी
फिल्म में 50 करोड़ दो नंबर का पैसा है। जिसे पुलिस कमिश्नर बोमन इरानी से छीन कर अजय देवगण और उसका पार्टनर संजय मिश्रा भाग जाते हैं लेकिन मनोज पाहवा उन्हें डबल क्रॉस कर सारा पैसा ले उड़ता है। भागते वक्त उसका एक्सिडेंट हो जाता है। लिहाजा सड़क से गुजरते कई जोड़े उसकी मदद करने के लिए जाते हैं। जैसे अनिल कपूर और माधुरी दीक्ष्ति जो तलाक होने के बाद अपने बेटे से मिलने जा रहे हैं। दूसरी जोड़ी अरशद वारसी और जावेद जाफरी तथा तीसरी जोड़ी रितेश देशमुख और अन्य तथा कमिश्नर और उसका इंसपेक्टर जो उस पैसे के पीछे हैं। खैर! मरते हुए मनोज पाहवा उन सबको पैसे का राज बता जाता है।
क्या इसके बाद सभी एक दूसरे को मात देते हुये पैसे के पास पहुंचने की कोशिश करते हैं। बाद में क्या ये सब पैसे तक पहुंच पाते हैं। इसके लिये फिल्म देखनी होगी।
डायरेक्शन
इन्द्र कुमार ने पहले धमाल बनाई थी। उसमें भी पैसे को लेकर कई जोड़ों में एक दूसरे को धशा बताते हुये पैसे के पास पहुंचने तक की कहानी थी। इस बार फिल्म में फ्रेशनेस लाने के लिए अनिल कपूर माधुरी दीक्षित तथा अजय देवगण जैसे स्टार भी जोड़ दिये हैं। पटकथा काफी चुस्त और संवाद चुटीले जो दर्शक को हर पल हंसाते रहते हैं। फिल्म में स्पेशल इफेक्ट्स का काम काफी है। जिनकी वजह से बजट में काफी इजाफा हुआ है। मुंगडा और एक गीत के रीमिक्स अच्छे बन पड़े हैं।
अभिनय
एक अरसे बाद अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित की जोड़ी नजर आई। अनिल आज भी वैसे ही दिखते हैं जबकि माधुरी दीक्षित अधेड़ दिखाई देती है लेकिन उसके डांस में आज भी वही धमक है। दोनों की बढ़िया टाईमिंग से कॉमेडी की है।
अरशद वारसी और जावेद जाफरी ने अपने आपको दोहराया भर है। जबकि अजय देवगण और संजय मिश्रा खूब हंसाते हैं। वहीं रितेश देशमुख इस बार जो कभी फायर बिग्रेड कर्मचारी था जिसे काम से निकाल दिया जाता है। यूपी की भाषा बोलता हुआ अच्छा लगता है। इनके अलावा इन्हें सहारा देने वाले किरदारों में जॉनी लीवर, विजय पाटकर, बोमन इरानी, मनोज पाहवा, सुदेश लहरी, पिताबोश, त्रिपाठी खूब हंसाते हैं। इनके अलावा आइटम सांग में सोनाक्षी सिन्हा बेहतरीन लगी है। मेहमान भूमिका में इशा गुप्ता और महेश मांझकर भी अच्छा मनोरंजन कर जाते हैं। इनके अलावा करीब बीस कलाकार जो छोटी-छोटी भूमिकाओ के तहत कहानी आगे बढ़ाते नजर आते है।
क्यों देखें
जो दर्शक फिल्मों में सिर्फ मनोरजंन के लिये जाते हैं। उन्हें टोटल धमाल जरा भी निराश नहीं करेगी।