इस सप्ताह करीब आधा दर्जन रिलीज फिल्मों में प्रोड्यूर्स संजय पटेल, अश्विनी पटेल तथा भरत डोडिया, तथा निर्देशक गोविंद सकारिया की कॉमेडी फिल्म ‘ राम रतन’ भी है। एक अरसे बाद फिल्म में कई नामचीन हास्य अदाकार एक साथ दिखाई देने वाले हैं।
फिल्म की कहानी महज चार लाइनों में सिमट जाती है जैसे डेजी इरानी यानि रतन रिषि भूटानी यानि राम से प्यार करती है। दोनों शादी करना चाहते हैं लेकिन उसी बीच एक डॉन सतीश कौशिक रतन को किडनेप कर लेता है। इसके बाद इस किडनेपिंग में कई किरदार षामिल हो जाते हैं। उसके बाद अंत तक कॉमेडी भरा पकड़ा पकड़ी का खेल चलता रहता हैं।
एक अच्छी हल्की फुल्की फन फिल्म को कमजोर करने में निर्देशक का पूरा पूरा सहयोग रहा, जबकि उसके पास आला दर्जे के कॉमेडी के मास्टर आर्टिस्ट थे लेकिन वो उनका ढंग से इस्तेमाल नहीं कर पाया। बावजूद इसके बप्पी लाहिरी का म्यूजिक अच्छा रहा, सवांद कहीं कहीं काफी अच्छे हैं। कैमरा वर्क बहुत ही खराब है। लिहाजा इसे एक साधारण कॉमेडी फिल्म कहा जा सकता है।
डेजी इरानी अपनी भूमिका में अच्छी रही वहीं रिषि अभी नोसिखिया है उसे अभी काफी कुछ सीखना है। राजपाल यादव अपने पूरे शबाब रहे, वहीं सतीश कौशिक अपना वही पुरानी स्टाईल का ढोल बजाते दिखाई दिये। कहने को कंगना शर्मा फिल्म की दूसरी नायिका हैं लेकिन उसे सिर्फ ग्लैमर के लिये रखा गया, महेश ठाकुर, सुधा चंद्रन, तथा प्रशांत राजपूत आदि फिल्म को पुश करते नजर आते हैं।
हल्का फुल्का हास्य दर्शाती इस फिल्म को एक बार देखने में कोई हर्ज नहीं।