फ़िल्म समीक्षा ; High tide
निर्देशक ; Imran Hasnee
निर्माता ; प्रशांत सिंह
कलाकार ; Imran Hasnee, दधि आर पाण्डेय, तरुणा सिंह, सुधाकर मणि, मेघा जोशी
Genre- Suspense Thriller
Platform of Release- Theatrical
रेटिंग ; 2 1/2 स्टार्स
बॉलीवुड में अब एक्सपेरिमेंटल सिनेमा काफी बनने लगा है, दर्शकों को भी लीक से हटकर कुछ चाहिए होता है. ऐसे में ऎक्टर से निर्देशक बने Imran Hasnee की सस्पेंस थ्रिलर फिल्म High tide एक ताजा हवा के झोंके जैसा सिनेमा है. फिल्म हाईटाइड के निर्माता प्रशांत सिंह बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने एक ऐसे कंटेंट बेस्ड सिनेमा को प्रोड्यूस किया है.
Imran Hasnee ने जहां इस फ़िल्म को डायरेक्ट किया है वहीं मुख्य भूमिका भी उन्होंने बखूबी निभाई है. देखा जाए तो पूरी फिल्म का भार उनके ही कंधे पर है.
फ़िल्म का पहला दृश्य ही दर्शकों में उत्सुकता जगा देता है जब दिखाया जाता है कि अश्विनी (Imran Hasnee) नाम के एक व्यक्ति का अपहरण कर के उसे एक बक्से में बंद कर के छोड़ दिया जाता है. "कौन लाया है मुझे यहां, निकालो यहां से मुझे" अश्विनी का यह डायलॉग उसकी मजबूरी और बेबसी को दर्शाता है. यहां से इस सस्पेंस थ्रिलर फिल्म की कहानी की परतें खुलनी शुरू होती हैं. यह फ़िल्म अश्विनी नाम के एक व्यक्ति के संघर्ष की स्टोरी है, जो मुश्किल हालात में फंस जाता है, जहां उसकी ज़िंदगी और मौत के बीच हर लम्हा कशमकश चलती रहती है. उस आदमी का अपहरण क्यों हुआ, किडनैप करने वाले क्या चाहते हैं, इस सर्वाइवल ड्रामा का क्लाइमेक्स क्या होता है, इसके लिए आपको फ़िल्म देखनी होगी.
फ़िल्म के कुछ संवाद बड़े प्रभावी हैं, जो याद रह जाने वाले हैं जैसे "हर आदमी अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीता है." या फिर यह डायलॉग "मेरी ज़िंदगी एक शांत समुंदर थी अचानक High tide आया और मेरी ज़िंदगी बदल गई." जहां तक Imran Hasnee के निर्देशन की बात की जाए, उन्होंने एक बेहतर कोशिश की है. पूरी फिल्म उनके किरदार के इर्दगिर्द घूमती है और उन्होंने अपनी भूमिका के साथ पूरा न्याय किया है. Imran Hasnee के अलावा दधि आर पाण्डेय, तरुणा सिंह, सुधाकर मणि, मेघा जोशी, अदनान हसनी, अमित सिन्हा और नवी रौतेला ने भी अपनी भूमिका अच्छे से निभाई है.
फ़िल्म का बैकग्राउंड म्युज़िक बहुत अच्छा है, जो कहानी और थीम के अनुसार जाता है. फ़िल्म के निर्माता प्रशांत सिंह संगीतकार भी हैं. उन्होंने एक बेहतरीन गीत "ऐ आसमान वाले" कम्पोज़ किया है, जिसे शकील आज़मी ने लिखा है और कृष्णा बेउरा ने इसे बड़ी शिद्दत से गाया है. यह गाना फ़िल्म के टर्निंग पॉइंट पर आता है जो एकदम सिचुएशनल लगता है. फ़िल्म High tide का कॉन्सेप्ट, इसका प्रेजेंटेशन काफी डिफ्रेंट है. यह एक इंगेजिंग सिनेमा है, और सस्पेंस आखिर तक बना रहता है. यही एक फिल्ममेकर की जीत भी है. इसलिए सस्पेंस थ्रिलर जॉनर के इस सिनेमा को दर्शक बेशक पसन्द करेंगे.