एक बहुत ही भावनात्मक और दिल दहला देने वाले एपिसोड 'अनुपमाँ' में दिखाया गया है कि एक घरेलू हिंसा पीड़िता किस सदमे से गुज़रती है। मालविका ने गाली-गलौज की थी और उसका पति उसे मारता-पीटता था। उसने अनुज को इसके बारे में कभी नहीं बताया, जब तक कि उसने इसे खुद नहीं देखा। जब मालविका ने देखा कि इमारत में कुछ ऐसा ही हो रहा है, तो उसे अपना पिछला आघात याद आया और वह गमगीन थी।
अनुज पूरी कहानी अनुपमाँ को बताता है और मालविका की हालत के लिए खुद को भी दोषी ठहराता है। अनुपमाँ उन दोनों को सांत्वना देने की कोशिश करती है। इसी बीच वनराज भी उनके घर आता है और मालविका के अतीत के बारे में सुनता है। वह अनुपमाँ को मालविका के साथ रहने के लिए कहता है और अनुज को बाहर ले जाता है। वह उसे कुछ पानी देता है और उससे कहता है कि चीजें अच्छे के लिए बदल जाएंगी और अगर उसे कभी उसकी जरूरत होगी, तो वह हमेशा रहेगा।
इस बीच, अनुपमाँ माविका से कहती है कि वह अपना गुस्सा निकाल दे और वो सब कुछ कह दे जो वह पहले नहीं कह सकती थी। वह उसे एक तकिया देती है और उसे उस व्यक्ति के रूप में सोचने के लिए कहती है जिसने उसे मारा और उसे वापस दे दिया।
इस बीच, शाह के घर पर, परितोष सभी को बताता है कि अनुपमाँ, अनुज और मालविका ठीक हैं, लेकिन मालविका को कुछ समस्याएँ हैं और वह उनके साथ रह रहा है। काव्या इसके बारे में बहुत बड़ा हंगामा करती है और परिवार से पूछती है कि वनराज को उनके साथ क्यों रहना पड़ा। पाखी भी इसलिए रो रही है क्योंकि वह अपने माता-पिता को नए साल की शुभकामनाएं नहीं दे सकती थी, लेकिन परितोष, किंजल और समर उसे खुश करने की कोशिश करते हैं।
आने वाले एपिसोड में हम देखेंगे कि अनुपमाँ अनुज और वनराज से पूछती है कि क्या महिलाएं पंचिंग बैग की तरह हैं, वनराज उसे बताता है कि यह तब तक जारी रहेगा जब तक पुरुष खुद को बदल नहीं लेते। अगले दिन, अनुपमाँ मालविका को जगाती है और उसे अपने साथ आने के लिए कहती है। आगे क्या होता है जानने के लिए देखते रहिये 'अनुपमाँ'।
शाही प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले राजन शाही और उनकी मां दीपा शाही द्वारा निर्मित, 'अनुपमाँ' में सुधांशु पांडे, रूपाली गांगुली, गौरव खन्ना, अनेरी वजानी, मदालसा शर्मा, अल्पना बुच, अरविंद वैद्य, पारस कलनावत, आशीष मेहरोत्रा, मुस्कान बामने, शेखर शुक्ला, निधि शाह, अनघा भोसले, और तसनीम शेख शामिल हैं। यह शो स्टार प्लस पर प्रसारित होता है।