New Update
/mayapuri/media/post_banners/d37a600ad976957df629c3fbb038234930eedd69c223371f6d6c2523888f0af3.png)
हर कलाकार को अपने शरीर पर खास ध्यान देना चाहिए. कलाकार के शरीर की बनावट, चेहरे का चार्म ही उसे अभिनय में मदद करता है. षायद यही वजह है कि जब से टीवी सीरियल ‘‘वह अपना सा’’, ‘ शादी के सियापे’ और ‘‘पवित्र भाग्य’’ फेम अभिनेता भाव्या सचदेव ने अपना नया फोटो सेशन करवाया है, तब से उनकी काफी चर्चाएं हो रही हैं. यूँ भी भाव्या सचदेव का मानना है कि फिल्म हो या टीवी सीरियल, शो बिजनेस के क्षेत्र में अच्छा दिखना अति महत्वपूर्ण है। -
प्रस्तुत है उनसे हुई बातचीत के अंश...
कलाकार के तौर पर अपने शरीर पर ध्यान कितना आवष्यक समझते हैं?
- देखिए, एक अभिनेता के रूप में चेहरे पर खुशी के भाव व सुंदर दिखने से लोगों का सकारात्मक ध्यान आकर्षित कर सकते हैं। मसलन-जब हम अपने षरीर यानी कि त्वचा की निरंतर देखभाल करते हैं, तब इसकी गुणवत्ता में काफी सुधार होता है। शरीर पर बेवजह बनने वाले दाग धब्बे गायब हो जाते हैं, इससे एक अलग तरह की ख़ुशी का जो अहसास होगा, उसका भी असर त्वचा पर पड़ेगा. हमें कलाकार के तौर पर अपने शरीर व त्वचा का खास ध्यान रखना ही पड़ता है क्योंकि किरदारों के अनुरूप हम कई बार अपने षरीर को अलग अलग रूप देते रहते हैं, पर उस वक्त भी हमें त्वचा की सुरक्षा का ख्याल रखना होता है. अन्यथा एक कलाकार के तौर पर विविधतापूर्ण किरदार निभाना संभव नहीं हो सकता।/mayapuri/media/post_attachments/a863744a001fc781be52857dd8e404969f0cf54282f26895b19d9a09f84e2f02.png)
/mayapuri/media/post_attachments/a863744a001fc781be52857dd8e404969f0cf54282f26895b19d9a09f84e2f02.png)
इसके भी नियम हैं?
- शरीर या त्वचा की देखभाल करना एक पैकेेजिंग की तरह है. जब हम स्वयं अपने शरीर की देखभाल करना शुरू करते हैं, तो अनजाने ही एक प्रक्रिया बन जाती है. और जब हम वैसा करते हुए अच्छे दिखने लगते हैं, तब हम उस प्रक्रिया को आत्मसात सा कर लेते हैं। मैं फिर कहना चाहॅूंगा कि अच्छा दिखाना महत्वपूर्ण है.क्योंकि यह शो व्यवसाय है। कुल मिलाकर पैकेजिंग होनी है।/mayapuri/media/post_attachments/9230cd72959c71c82475f5bc05c2a8c70782ffeb21aaacfaee1a61a6fa2e809c.png)
- शरीर या त्वचा की देखभाल करना एक पैकेेजिंग की तरह है. जब हम स्वयं अपने शरीर की देखभाल करना शुरू करते हैं, तो अनजाने ही एक प्रक्रिया बन जाती है. और जब हम वैसा करते हुए अच्छे दिखने लगते हैं, तब हम उस प्रक्रिया को आत्मसात सा कर लेते हैं। मैं फिर कहना चाहॅूंगा कि अच्छा दिखाना महत्वपूर्ण है.क्योंकि यह शो व्यवसाय है। कुल मिलाकर पैकेजिंग होनी है।
/mayapuri/media/post_attachments/9230cd72959c71c82475f5bc05c2a8c70782ffeb21aaacfaee1a61a6fa2e809c.png)
सुना है आप रितिक रोशन से प्रेरित हैं?
- जी हाॅ! ऐसा कह सकते हैं.रितिक रोशन सदैव जिस तरह से अपने शरीर को लेकर चलते हैं, वह मेरे लिए प्रेरणा स्रोत है.मैं स्वयं इस तरह के ट्रेंड को बरकरार रखने में यकीन करता हूँ।
- जी हाॅ! ऐसा कह सकते हैं.रितिक रोशन सदैव जिस तरह से अपने शरीर को लेकर चलते हैं, वह मेरे लिए प्रेरणा स्रोत है.मैं स्वयं इस तरह के ट्रेंड को बरकरार रखने में यकीन करता हूँ।
फैशन स्टाइल पर क्या कहना चाहेंगें?
- देखिए, फैशन और शैली निरंतर बदलती रहती है। मेरे लिए यह शैली, प्रवृत्ति, नवीनता, रचनात्मकता, साहस और कई अन्य चीजों का संयोजन है जो लाखों लोगों को प्रेरणा देने की क्षमता रखता है। हालाॅंकि शैली, रुझानों के लिए बाध्य नहीं है। कोई भी फैषन षैली हमेषा ट्रेंड/रूझान करे, ऐसा आवष्यक नहीं है। मेरी राय में फैशन या शैली बहुत ही निजी चीज है. जिस पर हर इंसान की अपनी अलग छाप हो सकती है. यह बहुत अच्छी तरह से मानव का हस्ताक्षर हो सकता है। हम सदैव अपने आस पास मे हो रहे हर तरह के बदलाव से प्रभावित व प्रेरित होते रहते हैं. उनमें से भी हम पर कुछ ऐसा प्रभाव डालते हैं, जिससे हम गूंजते हैं।
- देखिए, फैशन और शैली निरंतर बदलती रहती है। मेरे लिए यह शैली, प्रवृत्ति, नवीनता, रचनात्मकता, साहस और कई अन्य चीजों का संयोजन है जो लाखों लोगों को प्रेरणा देने की क्षमता रखता है। हालाॅंकि शैली, रुझानों के लिए बाध्य नहीं है। कोई भी फैषन षैली हमेषा ट्रेंड/रूझान करे, ऐसा आवष्यक नहीं है। मेरी राय में फैशन या शैली बहुत ही निजी चीज है. जिस पर हर इंसान की अपनी अलग छाप हो सकती है. यह बहुत अच्छी तरह से मानव का हस्ताक्षर हो सकता है। हम सदैव अपने आस पास मे हो रहे हर तरह के बदलाव से प्रभावित व प्रेरित होते रहते हैं. उनमें से भी हम पर कुछ ऐसा प्रभाव डालते हैं, जिससे हम गूंजते हैं।
आपके अनुसार मनोरंजन जगत में कौन सी बात काफी ज्यादा मायने रखती हैं?
- मेरी नजर में दो अहम चीजे हैं...इनमें से एक है अपने सपनों को प्राप्त करना और दूसरा धैर्य रखने की दृढ़ता। आप हमेशा यह मानकर चलें कि आपका कोई भी सपना आसानी से साकार नहीं हो सकता। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन सपने को पूरा करने की प्रक्रिया का हर पल महत्व होता है। जब तक आप अपनी उस यात्रा को हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके बारे में आप भावुक हैं, आप हर पल अपने सपने को साकार कर रहे हैं। पर साथ में धैर्य की भी जरूरत है। तुरंत कुछ नहीं होता। मुंबई सपनों का शहर है और यहां हर चीज आसानी से साकार नहीं हो सकता इसके लिए समय लगता है।
- मेरी नजर में दो अहम चीजे हैं...इनमें से एक है अपने सपनों को प्राप्त करना और दूसरा धैर्य रखने की दृढ़ता। आप हमेशा यह मानकर चलें कि आपका कोई भी सपना आसानी से साकार नहीं हो सकता। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन सपने को पूरा करने की प्रक्रिया का हर पल महत्व होता है। जब तक आप अपनी उस यात्रा को हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके बारे में आप भावुक हैं, आप हर पल अपने सपने को साकार कर रहे हैं। पर साथ में धैर्य की भी जरूरत है। तुरंत कुछ नहीं होता। मुंबई सपनों का शहर है और यहां हर चीज आसानी से साकार नहीं हो सकता इसके लिए समय लगता है।
अब तक निभाए गए किरदारों में से आप किसे बेहतरीन मानते हैं?
- मेेरे लिए, मेरे द्वारा निभाया गया हर किरदार महत्वपूर्ण और खास अहमियत रखता है। मैं कभी भी अपने किरदारों की तुलना नहीं करता। एक अभिनेता के रूप में मैं काफी कल्पनाशील हूँ और इसलिए मेरे लिए खुद को किसी भी किरदार में ढालना आसान हो जाता है। मैं उन किरदारों को कभी नहीं आंकता, जिन्हें मैं निभा रहा होता हूं। इससे मेरा काम और भी आसान हो जाता है।/mayapuri/media/post_attachments/30d4b8ada9b27af7ab4042495db08564e97f274c1baed02782385aa8174ec3c2.png)
- मेेरे लिए, मेरे द्वारा निभाया गया हर किरदार महत्वपूर्ण और खास अहमियत रखता है। मैं कभी भी अपने किरदारों की तुलना नहीं करता। एक अभिनेता के रूप में मैं काफी कल्पनाशील हूँ और इसलिए मेरे लिए खुद को किसी भी किरदार में ढालना आसान हो जाता है। मैं उन किरदारों को कभी नहीं आंकता, जिन्हें मैं निभा रहा होता हूं। इससे मेरा काम और भी आसान हो जाता है।
/mayapuri/media/post_attachments/30d4b8ada9b27af7ab4042495db08564e97f274c1baed02782385aa8174ec3c2.png)
Latest Stories