श्री स्वामी समर्थ की कृपा से भक्त को मिलेगा जीवन By Mayapuri 29 Jul 2022 | एडिट 29 Jul 2022 07:25 IST in टेलीविज़न New Update एक भक्त द्वारा पूर्ण आस्था के साथ, शुद्ध मन से स्वामी से की गई प्रार्थना या मांग कभी पूरी नहीं होती है. हर बाधा के समय, स्वामी भक्त को सही रास्ते पर ले जाते हैं और उसे सुरक्षित रूप से मुसीबत से बाहर निकालते हैं. स्वामी भी अपने भक्तों की मुश्किलों से परीक्षा लेते हैं. पिछले कुछ महीनों से सीरीज में कई घटनाएं हो रही हैं. स्वामी ने हमेशा भक्तों को बचाया, उनकी सहायता के लिए दौड़े, कई रूप लिए और भक्तों की मदद की. "जय जय स्वामी समर्थ" श्रृंखला के माध्यम से हम स्वामी की जीवनी में कई ऐसी घटनाओं का अनुभव कर रहे हैं, भले ही समय बदल गया हो, आज भी भक्तों को स्वामी की कृपा का अनुभव होता है. सीरियल में बहिरसास्त्री नाम का एक सज्जन बड़ी मुसीबत में हैं. उनके बेटे की मृत्यु निकट है और वे अपने बेटे को मृत्यु के इस चक्र से बाहर निकालना चाहते हैं. उनके कानों में यह बात आती है कि यदि वे अक्कलकोट जाते हैं, तो स्वामी समर्थ की कृपा से उत्पन्न संकट दूर हो जाएगा. जब वे अक्कलकोट आए तो उन्होंने सुंदराबाई से मुलाकात की. सुंदराबाई इसका फायदा उठाने की कोशिश करती हैं और बहिरेशास्त्री से कहती हैं कि अगर आप स्वामी तक पहुंचना चाहते हैं तो मैं आपकी मदद कर सकती हूं. लेकिन, किसी तरह वे स्वामी से नहीं मिल सकते और इसलिए वे बहुत चिंतित हो जाते हैं... मेघ: श्याम का मतलब है कि उनका बेटा केवल एक महीने का है. क्या होता है कि स्वामी और मेघ:श्याम मिलते हैं. स्वामी उनकी इच्छा पूरी करते हैं और वहीं से वे बंध जाते हैं. #Shri Swami Samarth हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Latest Stories Read the Next Article