हमने उन्हें युद्ध करते, एक-दूसरे से बेइंतहां प्यार करते और बदकिस्मती से जुदा होते एवं माता-पिता के रूप में फिर से एक होते देखा है। जी हां, हम बात कर रहे हैं चंद्र-नंदिनी की। चंद्र-नंदिनी स्टार प्लस का एक सबसे चर्चित धारावाहिक रहा है। प्यार और नफरत के चक्र को पूरा करते हुये एकता कपूर का यह शो अब दर्शकों से विदा ले रहा है। इस शो के आखिरी एपिसोड का प्रसारण शुक्रवार 10 नवंबर को किया जायेगा।
इस शो में भावनाओं का उतार-चढ़ाव देखा गया है। दर्शकों ने शो में एक योद्धा राजकुमारी को एक ऐसे निष्ठुर शासक से प्यार करते देखा, जिसने जिंदगी में पहले कभी प्रेम का अनुभव ही नहीं किया था। जब मलयकेतु ने इन दोनों को अलग करने की कोशिश की या हेलेना ने दुर्धरा की हत्या का इल्ज़ाम नंदिनी पर लगाया, तो हम सभी यह देखने के लिये व्याकुल रहे, कि किस्मत इन दोनों प्रेमियों को किस तरह अलग कर देगी। उसके बाद बिन्दुसार का जन्म हुआ, उसकी परवरिश हुई और अनजाने में ही वह चंद्रगुप्त और नंदिनी को कई सालों बाद एक करने की वजह बना।
इस शो के सेट पर आखिरी एपिसोड की शूटिंग करने के बाद नंदिनी की भूमिका निभा रहीं श्वेता बसु ने कहा, ‘‘हर सफर का अंत होता है। चंद्र नंदिनी का सफर शानदार रहा है। मुझे इस शो में काफी कुछ सीखने का मौका मिला। शो के समाप्त होने पर मुझे थोड़ा बुरा जरूर लग रहा है। हमारी टीम बहुत प्यारी थी और उन सभी की कमी मुझे खलेगी।‘‘
इस शो के आखिरी दृश्य में श्वेता महारानी नंदिनी के रूप में ताज पहने नजर आईं। सिल्वर स्क्रीन पर पुरस्कार जीतने वाले परफॉर्मेंस देने के बाद टेलीविजन पर वापसी करने के लिये इस किरदार को निभाने के लिये चुने जाने पर उन्हें काफी खुशी हुई थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं नंदिनी को बहुत मिस करूंगी।‘‘
बहरहाल घबराईये मत, वह जल्द ही कुछ नई पेशकश के साथ वापस लौटेंगी। उन्होंने अपने दर्शकों से कहा, ‘‘दर्शकों से मिले निरंतर प्यार और सहयोग के लिये मैं उनकी शुक्रगुजार हूं।‘‘