स्टार प्लस के ‘तू सूरज मैं सांझ पियाजी’में पालोमी का किरदार निभा रहीं मधुरा नाईक की परवरिश बहरीन में हुई है। उन्हें लगता है कि फर्राटेदार हिन्दी नहीं बोल पाना, एकमात्र ऐसी चीज थी, जो उनके अभिनय कॅरियर की सबसे बड़ी रुकावट थी। मधुरा कहती हैं, ‘‘आज मैं जो कुछ भी हूं, अपने निर्देशकों की वजह से हूं। उनकी कड़ी मेहनत के बिना मैं एक अभिनेत्री नहीं बन सकती थी। मेरा पहला शो एकता कपूर के साथ था और निश्चित रूप से वह बहुत बड़ी चुनौती थी।
डर ने मुझे सही तरीके से अभिनय करने का आत्मविश्वास दिया
मुझे याद है, एक दिन एकता सेट पर आईं और उन्होंने मुझे डांटते हुए कहा कि आपको नहीं पता कि कैसे अभिनय करना है, पता नहीं हमने आपको क्यों लिया? उन्होंने मुझसे कहा कि जब तक आप सही तरीके से डायलॉग नहीं बोल लेतीं, तब तक आप सेट पर ही रहेंगी। उस समय मुझे बहुत बुरा लगा था। लेकिन मैंने खुद से कहा कि यदि मैंने कल तक नहीं सीखा और सही तरीके से परफॉर्म नहीं किया तो मेरे लिये अंत होने वाला है। इस डर ने मुझे सही तरीके से अभिनय करने का आत्मविश्वास दिया।’’
इस बीच, मधुरा ‘तू सूरज मैं सांझ पियाजी’की शूटिंग बैंकॉक में करने को तैयार हैं। शो की कहानी में आने वाला दिलचस्प बदलाव दर्शकों के लिये शानदार होने वाला है।