गणतंत्र दिवस हमारे लोगों, हमारे राष्ट्र के सशक्तिकरण का उत्सव है और इस दिन को मनाने के लिए, महिलाओं के लिए भारतीय एथलेटिक दुनिया में क्रांति का नेतृत्व करनेवाली एक कहानी 'रश्मि रॉकेट' देखने से बेहतर तरीका क्या हो सकता है। अपनी विचारधारा 'ऑन नहीं, फुल ऑन पर खरे उतरे, अँड पिक्चर्स 'रश्मि रॉकेट' जैसी कहानियों को अच्छे से समझ सके ऐसे युवा दर्शकों को पहचानते हैं।
चैनल इस बार, एक लचीली, निडर और अन्याय के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़कर जीतने वाली रश्मि वीरा की कहानी सामने लाता है । आकर्ष खुराना द्वारा निर्देशित, रश्मि रॉकेट एक स्पोर्ट्स ड्रामा से कहीं बढ़कर है। इसने महिला एथलीटों के प्रति समाज के अन्यायपूर्ण नियमों और खेल के क्षेत्र में कम चर्चित मुद्दों को उजागर किया। यह एक लेकिन शक्तिशाली संवाद के साथ एक विचारों को उत्तेजना देनेवाला संदेश देता है, व्हार जीत तो परिणाम है, कोशिश हमारा काम है। 26 जनवरी को शाम 5 बजे रश्मि रॉकेट का रिपब्लिक डे प्रीमियर देखें।
पर्दे पर रश्मि की भूमिका निभाते हुए, तापसी पन्नू के साथ, अभिषेक बैनर्जी, प्रियांशु पेन्युली, सुप्रिया पाठक और सुप्रिया पिलगांवकर का भी अन्य किरदारों में शक्तिशाली प्रदर्शन है। वे सभी रश्मि के अपने स्वाभिमान को वापिस पाने के कठिन लड़ाई की कहानी सामने लाते है और दर्शकों को रोमांचित करते हैं। यह लडाई छोटे शहरों की महिला एथलीटों को पक्षपात और असमानता की श्रृंखला से बाहर निकलने के उनके मूक संघर्ष को ताकत देती है और उन्हें सशक्त बनाती है।
अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए, अभिषेक बैनर्जी ने कहा, 'रश्मि रॉकेट एक ऐसी फिल्म है जिसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने की जरूरत है। मैंने फिल्म में वकील के रूप में अपनी भूमिका के लिए तैयारी करने का पूरा आनंद लिया। ये चरित्र गहन है जो कारण में विश्वास करता है। अतीत में देखे हुए कुछ पसंदीदा वकील पात्रों से मैंने प्रेरणा ली है। मैंने अब तक इस तरह की भूमिका कभी नहीं निभाई है और यह काफी रोमांचक था।
'रश्मि रॉकेट' के बारे में विस्तार से बताते हुए, प्रियांशु पेन्युली ने कहा, मैं खुद को ऑनस्क्रीन देखकर बोर नहीं होना चाहता, इसलिए मेरे लिए मुख्य बात यह है कि मैं अलग अलग किरदार निभाऊ और उनमें से प्रत्येक को अलग दृष्टिकोण से देखने की कोशिश 5। इस फिल्म में हमने विषय को कवर करने की कोशिश की है वह बहुत महत्वपूर्ण है और हमें लगता है कि इस बारे में लोगों को पता होना चाहिए। तापसी वास्तविक जीवन की रॉकेट है, वह एक आग का गोला है और मुझे नहीं लगता कि कोई भी रश्मि को उनसे बेहतर चित्रित कर सकता था।'
'रश्मि रॉकेट कच्छ की मजबूत और दृढनिश्चयी रश्मि वीरा की एक प्रेरक कहानी है, एक ऐसे घर में पली. बढ़ी है जहाँ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए स्वतंत्र जीवन शैली और आक्रमक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित किया गया। लेकिन रश्मि का विश्वप्रसिद्ध एथलेटिक चैंपियन बनने का लक्ष्य उस समय समाप्त हो जाता है जब उन्हें खेल में लिंग पूर्वाग्रह के आधार पर सबसे बड़ी बाधा का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार रश्मि की इन बाधाओं को दूर करने और पूर्वाग्रहों के विरुद्ध न्याय पाने की यात्रा शुरू होती है।
तो देखिए रश्मि रॉकेट' का रिपब्लिक डे प्रीमियर आज 26 जनवरी को शाम 5 बजे अँड पिक्चर्स पर।