तोरल रासपुत्र ( जग जननी माँ वैष्णो देवी)
जग जननी माँ वैष्णो देवी कहानी माता रानी की शो में रानी समृद्धि का किरदार निभा रही एक्ट्रेस तोरल रासपुत्र होली पर अपनी राय रखते हुए कहती हैं कि वैसे तो मैं जब से बड़ी और समझदार हुई हूँ तब से मैं होली नहीं मनाती, लेकिन बचपन में मैं यह त्यौहार बहुत मज़े से मनाती थी। सभी त्योहारों का मनाना बहुत ज़रूरी होता है , जिससे सारा परिवार, दोस्त सभी एकसाथ एकदिन इकठ्ठा हो पाते हैं।चूँकि मैं गुजराती परिवार से हूँ तो हम इस दिन सुबह जलेबी फाफड़ा का नाश्ता करते हैं साथ ही घर पर भांग भी बनती है। रही बात होली के दिन इस्तेमाल किए जाने वाले पानी की तो हम बच्चों पर पानी बचाने को लेकर ज्यादा अंकुश नहीं लगा सकते क्युकी उनके लिए होली का असली फन वही होता है। बात करें बड़ों की तो हमें सूखी होली मनानी चाहिए। मुझे लगता है होली त्यौहार बदला लेने वाला फेस्टिवल नहीं है। इस त्यौहार के दौरान लोग अपने गिले शिकवे दूर करते है क्युकी यह रंगों का त्यौहार है। पुराने ज़माने में लोग केवल लाल रंग के गुलाल से होली खेला करते थे क्युकि लाल रंग प्यार का प्रतीक है इसलिए रंग लगाकर लोग एक दूसरे से माफ़ी मंगाते होंगे लोग पर बदला तो बिलकुल नहीं हो सकता।
मनीषा रावत (जग जननी माँ वैष्णो देवी)
'जग जननी माँ वैष्णो देवी कहानी माता रानी की' शो में माँ सरस्वती का किरादर निभा रही एक्ट्रेस मनीषा रावत ने होली के बारे में बताते हुए कहा कि होली एक ऐसा त्यौहार है जहाँ हर तरफ रंग बिखरे होते हैं जिसके तुरंत बाद पतझड़ केमौसम की शुरुआत होती है। मुझे आज भी याद है कि हमारी दिल्ली वाली होली एकदम यूनिक हुआ करती थी। मैं अपने दिल्ली वाले घर की छत पर अपने मम्मी-पापा, मामा-मामी, नानी- नानी, मासा- मासी और उनके बच्चे सभी मिलकर हम होली के गाने, बॉलीवुड के गाने, गढ़वाली और पंजाबी हर तरह के गाने लगाकार खूब डांस करते थे और अलग- अलग तरह का लज़ीज़ खाना खाते थे । मेरी ऐसी होली देखकर मेरे फ्रेंड्ज़ को बहुत अच्छा लगता था तो कई बार वह लोग भी मुझे होली पर जॉइन करते थे। हम ऐसा इसलिए भी करते थे ताकि पानी का नुकसान न हो। मेरा मानना लोगों पर पक्के रंग डालने उनपर पानी के गुब्बारे फेंकने की बजाय हमें उन लोगों की होली को स्पेशल बनाना चाहिए जो रंग खरीदना भी अफोर्ड नहीं कर सकते हैं। हमें उन्हें कुछ गिफ्ट्स या खाने का सामान भेंट करना चाहिए। जैसे इस बार मैं 'राधाकृष्ण' के सेट से नज़दीक रह रहे कुछ बच्चों के साथ होली मनाने वाली हूँ साथ ही उनके लिए गुजिया अपने हाथ से बनाकर लेजाने वाली हूँ।
इशिता गांगुली (जग जननी माँ वैष्णो देवी)
'जग जननी माँ वैष्णो देवी - कहानी माता रानी की' शो में माँ काली का किरादर निभा रही एक्ट्रेस इशिता गांगुली ने होली के बारे में बताते हुए कहा कि मुझे आज भी याद है कि हमारे कोलकाता में बसंत उत्सव मनाया जाता है जहाँ मैंने और मेरे पूरे परिवार और दोस्तों ने मेरे साथ कल्चरल डांस परफॉर्म किया था। मुझे बचपन से कलर से एलर्जी है इसलिए मैं एक टिका लगाकर सभीको होली की बधाइयां देती हूँ और होली खेलने में पानी का प्रयोग बिलकुल नहीं करती। मैं कोलकाता से खासकर ऑर्गेनिक कलर मंगवाती हूँ जो गुलाब और हल्दी के बने होते हैं। वहीं मैं लोगों से भी यह अपील करुँगी कि इस दिन को ड्राई डे के रूप में देखें और अपने परिवार के साथ मनाएं । भगवान् की पूजा करें अपने माता पिता के पैर छुएं। मैं इस होली पर 'जग जननी माँ वैष्णो देवी' शो के सेट से फ्री होकर कोशिश करुँगी की किसी अनाथालय जाकर उन बच्चों के साथ एक कीमती समय बिताऊं और उनके लिए बहुत सारा होली का व्यंजन लेकर जाऊं।
झलक देसाई (राधाकृष्ण
'राधाकृष्ण' शो में रुक्मणि का किरदार निभा रही एक्ट्रेस झलक देसाई ने होली से जुड़े अपने एक्सपीरियंस को लेकर बताया कि मैं बचपन में होली में रेन डांस बहुत पसंद किया करती थी पर अब हम केवल ड्राई होली खेलते हैं।क्युकि ऐसे कई राज्य हैं जो पानी की किल्लत झेल रहे हैं ऐसे में गीली होली खेलकर केमिकल वाले कलर लगाकर पानी बर्बाद करने का कोई तुक नहीं बनता है। होली का मनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपनों के साथ मनाएं ताकि आप पूरी तरह कम्फर्टेबल रहें। 'राधाकृष्ण' शो के सेट पर भी इस बार हम होली खेलने की प्लैनिंग कर रहे हैं।
कविता घाई (कार्तिक पूर्णिमा)
'कार्तिक पूर्णिमा' शो में सोनी मेहरा का किरदार निभा रही एक्ट्रेस कविता घाई कहती हैं कि मुझे होली खेलना बिलकुल पसंद नहीं है। यह एक ऐसा दिन है जब मैं खुदको कमरे में बंद कर देती हूँ और यह बात मेरे घर और नज़दीकी सभी लोग जानते हैं। मुझे किसी त्योहार को शांत तरीके से मनाना पसंद है जहाँ हम किसी को किसी भी प्रकार का नुकसान न पहुचाएं।इस त्यौहार के दौरान लोगों की बिना मर्ज़ी के उन्हें गुब्बारे में रंग भरकर मारना और केमिकल से भरे रंग लोगों के चेहरे पर लगाना बिल्कुल गलत है। मैं होली के दिन केवल एक टीका लगवाती हूँ और पूरा दिन म्युज़िक सुनकर शांति से बिताती हूँ ।
पौलमी दास (कार्तिक पूर्णिमा)
'कार्तिक पूर्णिमा' शो में पूर्णिमा का किरदार निभा रही एक्ट्रेस पॉलमी दास ने बताया कि मुझे होली बहुत पसंद मैं एक कलरफुल इंसान हूँ जिसे रंगों से बहुत प्यार है। अपने बचपन की होली की बात करूँ तो मुझे याद है कि मेरा परिवार बहुत बड़ा है और सभी एक साथ मिलकर होली खेलते थे । जब मैं बड़ी हुई तब मुझे पता चला कि जानवरों के लिए कलर बहुत नुकसानदेह है इसलिए मैं हमेशा जानवरों पर रंग डालने वालों को रोकती हूँ और ख़ुद भी कभी उनपर रंग नहीं डालती ।इतना ही नहीं हम हमेशा सूखी होली खेरलट हैं नुताकि पानी का नुकसान न हों । इस बार मैं अपने होम टाउन कोलकाता नहीं जा पाउंगी इसलिए मैं प्लैन कर रही हूँ कि मैं होली 'कार्तिक पूर्णिमा' के सेट पर अपने कास्ट और क्रू के साथ मैं होली खेलूं क्युकि मुंबई में यही मेरी फैमिली है, जिनके साथ ज्यादातर समय हम शूट करते हैंशूट करते हैं ।
हर्षा नागर (कार्तिक पूर्णिमा)
'कार्तिक पूर्णिमा' शो में कार्तिक का किरदार निभा रहे एक्टर हर्ष नागर ने अपने बचपन की होली याद करते हुए कहा कि जब हम छोटे थे तो होली खेलते वक्त छीनाझपटी में मेरे छोटे भाई को कंधे पर मेरी वजह से चोट आ गई, जिसकी सर्जरी भी हुई थी. इसलिए मैं सभी से अपील करूँगा की हमें होली शांति से खेलनी चाहिए ना ही किसी को नुकसान पहुँचाना चाहिए या उनपर कलर के गुब्बारे फोड़ने चाहिए साथ ही केवल सूखे और ऑर्गेनिक रंगों का ही इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे किसीके चेहरे पर रंगो का गलत प्रभाव न हो और पानी भी बचाया जा सके। देश में कई जगहें हैं जहाँ आपको लोगों को पानी नहीं मिलता।
सुमेध मुदगलकर (राधाकृष्ण)
'राधाकृष्ण' शो में कृष्ण का किरदार निभा रहे एक्टर सुमेध मुदगलकर ने बताया कि होली रंगों का त्योहार है और रंग ऐसी चीज है जिन्हें देखकर हम अपने आप खुश हो जाते हैं। यह त्यौहार एकता का प्रतीक है जहाँ हम बिना जाने भी किसीको रंग लगाकर बधाई दे सकते हैं और अपनी ओर से दोस्ती का पहला हाथ बढ़ा सकते हैं। हम बचपन में अपने होमटाउन पुणे में होली बहुत मज़े से खेलते थे। सभी दोस्त मिलकर उस दोस्त के घर जाते थे जो रंग खेलने निचे ना उतरा हो और उसके बाहर आने पर उसे जमकर रंग लगाते थे, लेकिन हम हमेशा इस बात का ध्यान रखते थे की किसी को हमारी मस्ती से चोट न लगे।मैं अपने फैंस को यही सलाह दूंगा कि हमें हमेशा सुखे रंगों और ऑर्गेनिक रंगो से होली खेलनी चाहिए जिससे किसीको भी किसी प्रकार का नुक्सान न हो। रही बात साल 2020 के होली की टॉप मैं अपने घर नहीं जा पाउँगा इसलिए मैं अपने 'राधाकृष्ण' के सेट पर अपने कास्ट और क्रू के साथ होली खेलूंगा।
गौरव बजाज (मेरी गुड़िया)
'मेरी गुड़िया' शो में राघवेंद्र गुजराल का किरदार निभा रहे एक्टर गौरव बजाज ने बताया कि मैं कही भी रहूं पर यह कोशिश करता हूँ कि मैं अपनी होली अपने परिवार के साथ मनाऊ। इस बार भी मैं 'मेरी गुड़िया' के सेट से फ्री होकर अपने घर इंदौर पहुंचने की पूरी कोशिश करूँगा क्युकि यह होली मेरे लिए बहुत स्पेशल है । मेरे घर के नए मेहमान व्योम की पहली होली है। हम होली से एकदिन पहले पूरे परिवार के साथ अपने फार्म हाउस पर जमा होते हैं फिर होलिका दहन करते हैं, पूजा करते हैं। हम अपनी होली पूल में मानते हैं ताकि हम ऊपर का और पानी नुकसान न कर सकें। मेरा ऐसा मानना है कि हमें सालभर में पानी बचाकर इस दिन इस्तेमाल करना चाहिए पर इसका मतलब यह नहीं कि आप पानी हद से ज्यादा ज़ाया करें। हमारे यहाँ होली पार्टी में डीजे, अलग तरह के फ़ूड साथ ही ड्रेस कोड थीम भी होती है, जिसे हम बहुत एन्जॉय करते हैं। इतना ही नहीं पार्टी खतम होने के बाद गरीब बच्चों को होली के पकवान भी डोनेट करते हैं।