प्रसिद्ध टेलीविजन अभिनेता करण सूचक, इस वक्त स्टार भारत के लोकप्रिय शो 'ना उम्र की सीमा हो' में 'जय' के किरदार में अपने उल्लेखनीय प्रदर्शन से लोगों का दिल जीत रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कुछ ऐसी चीजों का सामना किया, जिसके बाद हॉरर शैली में काम करने की उनकी रूचि बढ़ गई. विभिन्न पौराणिक कथाओं से लेकर ड्रामा तक, करण हर शैली में अपनी बहुमुखी प्रतिभा और कला के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं. एक दिन अचानक उनके साथ हुई एक अजीबोगरीब अनहोनी ने उन्हें हॉरर शैली में काम करने की उत्सुकता को बढ़ा दिया, जिससे जुड़ी कई अहम बातें उन्होंने अपने दर्शकों से साझा की.
उस डरावनी घटना को याद करते हुए, करण ने कहा, "हाल ही में जब मैं जिम में था तो मुझे एक बहुत ही भयानक घटना का सामना करना पड़ा. मैं अपने नियमित वर्कआउट रूटीन के लिए जा रहा था, तभी जिम के पास स्थित बगीचे में मेरी नजर किसी चीज़ पर पड़ी. वहाँ दो झूले थे, मुझे आश्चर्य हुआ, उनमें से एक झूला बिना किसी हवा या बाहरी ताकत के बेवजह आगे-पीछे झूल रहा था. यह दृश्य देखकर मैं कांप उठा और झूला लगभग एक घंटे तक यूँही चलता रहा. घटना के बाद, मेरे कुछ दोस्त मेरे पास पहुंचे और मुझे बताया कि उसी स्थान पर एक युवा लड़की के साथ एक दुखद दुर्घटना होने होने की कहानियां प्रसारित होने के बारे में बताया. उनके अनुसार, तब से वहां हमेशा से अकथनीय और भयानक घटनाएं होती रही हैं. मुझे स्वीकार करना होगा, यह मेरे लिए एक भयानक अनुभव था और इसने मुझे ऐसी चीजों के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया."
कला के प्रति समर्पण के लिए जाने जाने वाले करण सूचक ने हॉरर शैली में कदम रखने और एक अभिनेता के रूप में इसके रहस्यमय क्षेत्रों की पड़ताल करने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा, "हालांकि मैंने पहले कभी व्यक्तिगत रूप से ऐसी घटनाओं का सामना नहीं किया है, लेकिन हाल ही में हुई घटना ने मुझे हॉरर शैली की पड़ताल करने के लिए उत्सुक बना दिया है. एक अभिनेता के रूप में, मैं हमेशा नए आयामों की खोज करने और विभिन्न पात्रों को चित्रित करने के लिए तैयार रहता हूं. यदि अवसर मिला, तो मैं निश्चित रूप से ऐसा करना पसंद करूंगा. अगर मौका मिला तो मैं जरूर हॉरर शैली में काम करके अपने आप को उस तरह से चुनौती दे सकूंगा, जिसका मैंने पहले अनुभव नहीं किया है."
'ना उम्र की सीमा हो' शो देखने के लिए बने रहें, हर सोमवार-शुक्रवार रात 8:00 बजे, केवल स्टार भारत पर.