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भगवान इंद्र से युद्ध के दौरान कृष्‍ण ने उठाया गोवर्द्धन पर्वत

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By Mayapuri Desk
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भगवान इंद्र से युद्ध के दौरान कृष्‍ण ने उठाया गोवर्द्धन पर्वत

स्‍टार भारत के ‘राधा-कृष्‍ण’ में राधा (मल्‍लिका सिंह) और कृष्‍णा (सुमेध मुद्गलकर) के अनंत और शाश्‍वत प्रेम को दर्शाया गया है। इस शो में हाल ही में भगवान इंद्र (कुणाल बख्‍शी) की एंट्री कृष्‍णा के गोवर्द्धन पर्वत उठाने वाली उस प्रसिद्ध कहानी में दिखायी गयी है, जिसे हम बचपन से सुनते हैं आ रहे हैं।

इस ट्रैक में मथुरा के अत्‍याचारी शासक, कंस को दिखाया गया है जो कि इंद्र को यह समझाने की कोशिश करता है कि उनके भक्‍तों का भरोसा उनसे उठाता जा रहा है। जब इंद्र यह देखने गये कि उनके सबसे विश्‍वासी भक्‍त उग्रपध उनकी पूजा करने की योजना बना रहे हैं तो उन्‍हें बहुत खुशी होती है। इससे गुस्‍सा होकर कंस कुछ अपवित्र चीजें उसकी पूजा में भेजता है, जिससे इंद्र को ऐसा लगे कि उनके भक्‍त उनका सम्‍मान नहीं करते हैं। यह देखकर इंद्र, उग्रपध से एक पशु की बलि देने को कहते हैं। कृष्‍ण हर किसी को यह भरोसा दिलाते हैं कि गोवर्द्धन पर्वत अपने आपमें भगवान है और हमें उनकी पूजा करनी चाहिये, इंद्र की नहीं, जोकि पशु की बलि देने को कह रहे हैं। इससे गुस्‍सा होकर इंद्र जोरदार बारिश करवाते हैं, जिससे आस-पास भगदड़ मच जाती है। इस तबाही से गांववालों को बचाने के लिये, कृष्‍ण गोवर्द्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा लेते हैं। यह देखकर भगवान इंद्र तबाही रोक देते हैं और कृष्‍ण से क्षमा मांगते हैं।

इस ट्रैक में दर्शकों को एक बेहतरीन नज़ारा देखने को मिलने वाला है। इसकी शूटिंग 3 दिनों तक चली और 1000 से भी ज्‍यादा अलग-अलग शॉट्स थे। पौराणिक कथाओं के पराक्रमी गोवर्द्धन पर्वत को रीक्रिएट करने के लिये ग्राफिक्‍स टीम के 12 से भी ज्‍यादा लोगों ने इसे शानदार बनाने लिये 10 दिनों तक काम किया।

इन कमाल के दृश्‍यों को देखने लिये, देखिये ‘राधाकृष्‍ण’ का महाएपिसोड 27 मई, 2019 को रात 9 बजे से 10 बजे तक केवल स्‍टार भारत पर

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