डिस्कवरी कम्युनिकेशंस इंडिया ने बॉलीवुड स्टार नवाजुद्दीन सिद्दीकी को अपने नए चैनल डिस्कवरी जीत की ब्रांड फिल्म में अपनी आवाज देने के लिए चुना है। इस फिल्म का कॉन्सेप्ट और लेखन ग्लिच की ओर से किया गया है और इसका निर्माण टू नाइस मेन मीडिया वर्क्स ने किया है। इस फिल्म का नाम है ‘लुक हूज़ वॉचिंग‘। यह फिल्म टेलीविजन की शुरुआत से अब तक का सफर दर्शाती है और इसमें बदलते वक्त के साथ-साथ लोगों की टीवी देखने की बदलती आदतों को भी दिखाया गया है। इस फिल्म में उस दौर से शुरुआत होती है जब घरों में ब्लैक एंड व्हाइट टीवी हुआ करते थे। सभी परिवार हर शाम साथ बैठकर टीवी देखा करते थे और सीमित कार्यक्रमो का मजा लेते थे। फिर दौर बदला और दर्शकों को टीवी पर मनोरंजन के कई विकल्प उपलब्ध होने लगे। मोबाइल फोन और टैबलेट के आने के बाद अब मनोरंजन भी व्यक्तिगत हो गया है। ऐसे में यह डिस्कवरी जीत के लॉन्च के लिए एक सही समय है। डिस्कवरी जीत एक ऐसा चैनल है जो उद्देश्यपूर्ण मनोरंजन सामग्री के जरिये टीवी के उन सुनहरे दिनों को वापस लाना चाहता है, जब परिवार एक साथ बैठकर टीवी का मजा लेते थे।
डिस्कवरी कम्युनिकेशंस इंडिया के मास एंटरटेनमेंट (दक्षिण एशिया) के प्रमुख वाइस प्रेसिडेंट समीर राव कहते हैं, ‘‘नवाजुद्दीन सिद्दीकी की कहानी एक ऐसे इंसान की असाधारण कहानी है जिन्होंने ‘है मुमकिन‘ के हौसले के साथ हर बात संभव कर दिखाई। उनकी आवाज की गहराई हमें दर्शकों को उस सुनहरे दौर से जोड़ने में मदद करेगी और डिस्कवरी जीत के संदेश को सही अर्थों में प्रस्तुत करेगी।‘‘
संघर्ष के दिनों की याद दिलाता है
इस फिल्म में अपनी आवाज देने को लेकर नवाजुद्दीन सिद्दीकी कहते हैं, ‘‘यह फिल्म मुझे उन दिनों में ले जाती हैं जब हमारे चारों तरफ एंटीना हुआ करते थे। ब्लैक एंड व्हाइट टीवी में परिवारों की रंग-बिरंगी भावनाएं उभर आती थीं, जो हर शाम खिल उठती थीं। आज टीवी को लेकर वो उत्साह नहीं है। अब समय आ गया है कि हम सारे परिवारों को एक उद्देश्यपूर्ण मनोरंजन दें और यही डिस्कवरी जीत का उद्देश्य है। नवाजुद्दीन आगे बताते हैं, ‘‘डिस्कवरी जीत का ‘है मुमकिन‘ का विचार मुझे अपने संघर्ष के दिनों की याद दिलाता है। मैं उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के एक छोटे से गांव से हूं। चूंकि मैं किसानों के परिवार से आता हूं, इसलिए मेरे लिए शिक्षा का ज्यादा स्कोप नहीं था। ऐसे में मैं दिल्ली आकर थिएटर में शामिल हो गया। चूंकि थिएटर में ज्यादा पैसा नहीं था, तो मैं छोटे-मोटे काम किया करता था। मैं बड़ी आसानी से अपने सपनों को छोड़ सकता था, लेकिन मैंने ‘है मुमकिन‘ के प्रति अपना विश्वास बनाए रखा और आज इस मुकाम पर पहुंचा हूं।
आप भी देखते रहिए ‘डिस्कवरी जीत‘, एक नया मनोरंजन चैनल, शुरू हो रहा है फरवरी 2018 में।