एक तरफ गोकुलधाम के निवासी बापूजी को विश्वास दिलाने में लगे हैं कि भूत और चुड़ैल नहीं होते वहीँ दूसरी तरफ पोपटलाल का सामना 'डरावनी दुल्हन' से हो जाता है।
पोपटलाल के बॉस ने उसे कहा था कि वो 'डरावनी दुल्हन' की अफवाह पर लेख लिखे और उसी मीटिंग के बाद जब पोपटलाल सोसाइटी में प्रवेश करता है तब उसे मोहनलाल के खाली फ्लैट की बालकनी में बड़े से घुंघटा में एक दुल्हन दिखती है। डर के मारे पोपटलाल की सिट्टी पिट्टी गुम हो जाती है।
अब सभी गोकुलधाम वासी मोहनलाल के घर का टाला तोड़ कर अंदर घुसते हैं और उन्हें वहां पर जेवर, चूड़ियां और मंगलसूत्र मिलता है। वे सब इंस्पेक्टर चालू पांडे को बुलाते हैं। कौन है ये 'डरावनी दुल्हन'? क्या है इसका सच ?