दुआ को अपने कमरे में देखकर ग़ज़ल चौंक जाती है और बिस्तर से कूद जाती है. वह मदद के लिए हीना और हैदर को बुलाती है लेकिन दुआ कहती है कि कोई उसकी मदद नहीं करेगा. ग़ज़ल दुआ से माफी माँगती है जबकि दुआ उससे कहती है कि वह उसका पैर तोड़ देगी. दुआ कहती है कि उसने दरवाजे और खिड़कियां बंद कर दी हैं और ग़ज़ल को चेतावनी दी है कि वह कुछ भी नहीं कर पाएगी और हैदर के दिल से उसकी यादें नहीं हटा पाएगी और हैदर कभी भी उसके साथ सोने के लिए उसके कमरे में नहीं आएगा. ग़ज़ल कहती है कि वह उसे डरा नहीं सकती.
दुआ अलमारी से एक सूटकेस निकालती हैं. ग़ज़ल डर जाती है कि दुआ उसके टुकड़े-टुकड़े कर देगी और उसके शरीर को सूटकेस में डाल देगी. दुआ हंसती हैं और ग़ज़ल को अपना सामान पैक करके जाने के लिए कहती हैं. वह उसे चुनौती देती है कि उसे 15 दिनों के बाद घर छोड़ना होगा. दुआ ने ग़ज़ल को चेतावनी दी कि उसे आने वाले दिनों में बहुत सी चीज़ों का सामना करना पड़ेगा और कल सुबह से काम पर जाना होगा और घर का काम करना होगा. दुआ ग़ज़ल को एक कैलेंडर देती है और वह उसे चेतावनी देती है कि 15 दिनों के बाद उसका खेल खत्म हो जाएगा. वह ग़ज़ल से कहती है कि वह हैदर और उसके परिवार को नहीं छोड़ेगी और उन्हें वापस ले लेगी. वह बताती हैं कि वह बस उन सबसे नाराज हैं ताकि उन्हें अपनी गलतियों का एहसास हो.
प्रतीक शर्मा के स्टूडियो एलएसडी के तहत निर्मित, "रब्ब से है दुआ" में अदिति शर्मा, करणवीर शर्मा, ऋचा राठौर, निशिगंधा वाड, शीला शर्मा, सिमरन उपाध्याय, संदीप राजोरा, सार्वी ओमाना, मेलानी नाज़रेथ, अंकित रायज़ादा और शालू श्रेया शामिल हैं. यह ज़ी टीवी पर प्रसारित होता है.