सोनी सब के शो ‘तेनाली रामा’ में कई सारे दिलचस्प ट्विस्ट और टर्न देखने को मिले और अब दर्शकों को भरपूर ड्रामा देखने के लिये मिलने वाला है। रामा अपनी रक्षा के लिये मुकाबला करता हुआ नजर आयेगा और विजयनगर को बाबर के आक्रमण से बचायेगा। इस शो के फैन्स को यह मजेदार ट्रैक देखने को मिलेगा, जोकि सही मायने में इतिहास से जुड़ी घटना है।
इस शो के आगामी एपिसोड में रामा (कृष्ण भारद्वाज) पर देशद्रोही होने और विजयनगर पर हमला करने में बाबर की मदद करने का आरोप लगता है। खुद को सही साबित करने और बाबर के मंसूबों को सामने लाने के लिये, रामा सच का पता लगाने के लिये आगरा पहुंचता है और बाबर (शहबाज़ खान) को विजयनगर पर हमला करने से रोकता है। रामा अपनी बुद्धि और हास-परिहास का प्रयोग उसे प्रभावित करने के लिये करता है। हैरान बाबर, रामा को उसे हंसाने की चुनौती देता है और उससे वादा करता है कि यदि वह उसे हंसा देगा तो वह विजयनगर को छोड़ देगा। रामा, कब्बान से मुकाबला करता है, जोकि बाबर के दरबार में सबसे चर्चित मनोरंजन करने वाला व्यक्ति है। लेकिन वह मुकाबला हार जाता है, क्योंकि बाबर बेईमानी करता है और सबको यह आदेश देता है कि रामा के चुटकुलों पर कोई ना हंसे। यह जानते हुए कि यहां कुछ ठीक नहीं है, रामा, बाबर से एक और मौका देने की प्रार्थना करता है। कब्बान की कमजोरी का इस्तेमाल उसी पर करके रामा उसे हरा देता है। बाबर को अपनी ही करनी का फल मिल जाता है, क्योंकि उसने भी रामा के साथ पहले धोखा किया था, जिससे कि वह हार जाता है।
बाबर, रामा को दूसरा मौका देने के लिये तैयार हो जाता है, लेकिन इस बार उसे माया (रूपाली भोंसले) के साथ मुकाबला करना होगा। वह एक बुद्धिमान कवियत्री है, जोकि मोहिनी की बहन भी है, जिसे रामा ने पहले हराया था। उन दोनों के बीच बुद्धि का मुकाबला शुरू होता है और माया, रामा को बहुत ही कठिन चुनौती दे रही है। बाबर, रामा को बताता है कि माया के लिये जीतना कितना महत्वपूर्ण है क्योंकि उसने उसके गांव पर कब्जा कर लिया है और यदि वह हार जाती है तो गांववाले उसे इसकी सजा देंगे। इससे माया और रामा अपने बचाव के लिये और भी ज्यादा उत्तेजित हो जाते हैं।
क्या माया अपने गांव को बचाने के लिये रामा को हरा पायेगी? और यदि वह जीत जाती है तो क्या रामा को बाबर मार देगा?
माया की अपनी भूमिका के बारे में बताते हुए रूपाली भोंसले कहती हैं, ‘‘माया के रूप में इस शो में आना वाकई रोमांचक है। मैं एक बुद्धिमान और हास-परिहास करने वाली कवियत्री की भूमिका में हूं। वह रामा को मुकाबले में हराने का प्रयास करती है। कृष्ण के साथ इस सीन की शूटिंग करना मजेदार रहा है और शूटिंग के दौरान कई मजेदार वाकये हुए।’’
इस ट्रैक के बारे में बताते हुए कृष्ण भारद्वाज उर्फ रामा ने कहा, ‘यह सचमुच बहुत दिलचस्प ट्रैक है, जहां रामा मुश्किल में और उसकी वफादारी पर सवाल उठाये जा रहे हैं। मैं यह देखने के लिये बहुत उत्साहित हूं कि किस तरह रामा अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करके अपनी और विजयनगर की रक्षा करता है। मैं इस सीक्वेंस की शूटिंग करने के लिये बेहद उत्साहित था क्योंकि इसका ऐतिहासिक महत्व है। दर्शकों को तेनाली रामा की कहानी का एक महत्वपूर्ण पहलू देखने का मौका मिलेगा।’’