सोनी सब ने हमेशा ही ऐसे शोज बनाये हैं जोकि अपने दर्शकों तक खुशियां पहुंचाते हैं। चाहे वह कहानी हो, सेट या फिर कलाकार, यह चैनल अपने दर्शकों को मनोरंजन की डेली डोज देता है। अपनी एक और उपलब्धि के रूप में सोनी सब ने एक बिलकुल नया शो लॉन्च किया है, ‘बीचवाले-बापू देख रहा है’। यह कहानी भारत में मिडिल क्लास के संघर्षों, उनकी उम्मीदों, खुशियों और सामाजिक दबाव पर आधारित है।
यह शो 2 अक्टूबर को शुरू हो रहा है। इसका प्रसारण सोमवार-शुक्रवार, रात 10 बजे, केवल सोनी सब पर किया जायेगा।
इस शो का निर्माण और निर्देशन, गरिमा विज़न के अश्विनी धीर ने किया है। ‘बीचवाले-बापू देख रहा है’ की कहानी भारत के मिडिल-क्लास व्यक्ति की है। वह अपने मूल्यों और इच्छाओं के बीच फंसा है। उसका सपना एक बड़ा घर, फैंसी कार खरीदने और विदेश घूमने का है, लेकिन सीमित आय और जरूरी खर्चों की वजह से एक के बाद वह सपने पीछे छूटते गये। यह शो ज़ाकिर हुसैन अभिनीत, बॉबी बीचवाले के इर्द-गिर्द घूमता है, वह मुख्य नायक है, जोकि एक संयुक्त परिवार का हिस्सा है। इस परिवार मेंरहते हैं, बॉबी के 70 साल के पिता (मिथिलेश चतुर्वेदी) और 92 साल के उसके दादाजी (जगदीश कंवल), जिन्हें लोग ‘बापूजी’ कहकर बुलाते हैं। वह एक स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं। वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ काम करते थे और हमेशा खुद को परेशानियों के बीच में फंसा हुआ पाते थे और इस वजह से उन्हें महात्मा गांधी ने ‘बीचवाले’ की उपाधि दी थी। वह इस उपाधि का खुशी-खुशी अपने सरनेम की तरह इस्तेमाल करने लगे।
बॉबी स्पेयर पार्ट्स की दुकान और एक गैरेज चलाता है। परिवार का एक जिम्मेदार बेटा होने के नाते, वह परिवार की खुशहाली की चिंता करता है। किसी का नुकसान किये बिना वह सबको फायदा पहुंचाने के लिये अपने जीवन में थोड़े बहुत जुगाड़ आजमाता रहता है। बॉबी की पत्नी अनाया खरे अभिनीत चंचल बीचवाले, चंचल दिमाग की है, जोकि हमेशा अपनी सीमा से ज्यादा चीजें चाहती है और उन्हें ईएमआई पर खरीदती है या फिर उसे खरीदने के लिये अपने पति को झिड़कती रहती है।
बॉबी का छोटा भाई, मनोज गोयल अभिनीत पपी बीचवाले एक सेल्स एक्जीक्यूटिव है और विचारों से एक गांधीवादी है। पपी की पत्नी, अंकिता शर्मा अभिनीत शीतल बीचवाले एक तानाशाही मिजाज वाली आधुनिक महिला है और घर के काम करने से जी चुराती है। कलाकारों में कुछ अन्य प्रमुख किरदार भी शामिल हैं जैसे, चंचल की मां, रीता (शुभांगी गोखले) और चंचल के जुगाड़ू भाई राजू (राजीव पांडेय)। पहले की तरह ही, ‘बीचवाले’ परिवार अभी भी अपनी सभी समस्याओं के हल ‘बापूजी’ से ही मांगते हैं।
टिप्पणीः
नीरज व्यास, बिजनेस हेड, सोनी सब, पल हिन्दी मूवीज और म्यूज़िक
‘‘हमारी नई पेशकश ‘बीचवाले-बापू देख रहा है’, मिडिल क्लास व्यक्ति के संघर्षों और परेशानियों के बारे में है जो अपने मूल्यों और इच्छाओं के बीच फंसा है। इस शो में बेहतरीन कलाकार हैं और इसकी कहानी दिलचस्प है। ‘बीचवाले’ के साथ हम दर्शकों से किये गये ‘हंसते रहो इंडिया’ के अपने वादे पर कायम हैं। हम प्रासंगिक कंटेंट प्रस्तुत कर रहे हैं जिसे पूरा परिवार देख सकता है और उससे जुड़ सकता है।’’
अश्विनी धीर, लेखक, निर्माता, निर्देशक, गरिमा विज़न
‘‘मिडिल क्लास व्यक्ति का संघर्ष किसी से छुपा नहीं है। दर्शक ना केवल ‘बीचवाले’ से खुद को जोड़ पायेंगे बल्कि बड़ी ही खूबसूरती से बीचवाले के हर सदस्य को अलग तरीके से पेश किया गया है और इसमें अलग तरह की समस्याएं दिखाई गईं हैं। इसमें नैतिकता से लेकर आर्थिक मुद्दों को उठाया गया है। यह एक ऐसा शो है जो हमारे दिल के बेहद करीब है। हमारे पास काबिल कलाकार हैं और एक बड़ी ही सशक्त कहानी है और हमें इस शो के प्रसारण का बेसब्री से इंतजार है।’’