सोनी सब के दर्शकों का चहेता बिलकुल नया शो ‘अलादीन-नाम तो सुना होगा’ ने अपने पहले ही हफ्ते में अपनी जगह बना ली है और इसके आगे वाले एपिसोड में रोमांच का स्तर बढ़ने वाला है। इस शो की भव्यता ऐसी है, जिसे छोड़ा नहीं जा सकता।
इस शो के शुरुआती एपिसोड में दर्शकों ने अलादीन (सिद्धार्थ निगम) के जीवन के कई रंगों को देखा, जिसमें यह नजर आया कि उसकी मां ही सबकुछ है। उसे एक काला चोर के रूप में दिखाया गया है, जिसमें उसका अजीबोगरीब परिवार, अपनी अम्मी (स्मिता बंसल) के लिये उसका प्यार और खूबसूरत और समझदार यास्मीन (अवनीत कौर) से उसकी मुलाकात दिखाई गई। एक दुष्ट वज़ीर (ज़ाफर) ने उस जादुई चिराग को हासिल करने के लिये अलादीन को चुना है। वह रेगिस्तान में बनी गुफा तक अपना रास्ता बनाता है। उसे रास्ते में काफी सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जोकि नामुमकिन से नज़र आते हैं। जैसे ही अलादीन सोचता है कि उसकी परेशानी खत्म हो गई तो उसे आवाज सुनाई पड़ती है, जोकि चिराग तक पहुंचने के लिये अलादीन के सामने एक और मुश्किल खड़ी कर देती है। अलादीन अपनी बुद्धि और समझदारी के साथ चुनौतियों को पार कर लेता है। लेकिन वह जैसे गुफा से बाहर निकलने वाला होता है, किसी ना किसी अनहोनी की वजह से दरवाजा बंद होता है।
क्या अलादीन गुफा से निकलने में कामयाब हो पायेगा? किस तरह अद्भुत ‘ज़िनी’ (राशूल टंडन) आखिरकार उस जादुई चिराग से मुक्त हो पायेगा?
इस शो में बहुप्रतीक्षित ज़िनी के रूप में एंट्री करते हुए, राशूल टंडन कहते हैं, ‘‘मैंने बचपन में अलादीन की कहानी सुनी थी और मुझे बहुत पसंद आई थीं। बड़े होने पर सोनी सब के ‘अलादीन-नाम तो सुना होगा’ में ज़िनी का किरदार निभाना सपने के पूरा होने जैसा है। मेरे लिये इससे ज्यादा खुशी की बात नहीं हो सकती। मैं उम्मीद करता हूं और यह दुआ करता हूं कि दर्शक मुझे हमेशा ज़िनी के रूप में याद रखें। यदि वह ऐसा करते हैं, तो निश्चित रूप से ज़िनी मेरे लिये सफल हो जायेगा। इसके आगामी एपिसोड में काफी सारा रोमांच देखने को मिलने वाला है।’’