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ठंड के मौसम में धूप सेंकने का अपना ही मजा है: प्रगति मेहरा

ठंड के मौसम में धूप सेंकने का अपना ही मजा है: प्रगति मेहरा
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- शान्तिस्वरुप त्रिपाठी

सीरियल ‘‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’’ फेम प्रगति मेहरा को सर्दी का मौसम काफी प्यारा लगता है। यह वह मौसम होता है, जहां उन्हे धूप में बैठकर धूप सेंकने, जैकेट, उनी मोजे व जूते पहनने का अवसर मिलता है। जबकि गर्म और उमस के मौसम में उन्हें बहुत पसीना आता है, इससे वह परेशान हो जाती हैं।

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खुद प्रगति मेहरा कहती हैं- ‘‘मुंबई में सर्दी के मौसम में सर्दियां नहीं आतीं। लेकिन हवा में ठंडक निश्चित रूप से सभी आर्द्रता से काफी बेहतर है। दुख की बात है कि ऐसा मौसम मंुबई में बहुत कम  समय तक रहता है। कश्मीर मेरा सर्वकालिक पसंदीदा हॉलिडे डेस्टिनेशन है। लैपलैंड दूसरे नंबर पर आता है। मुझे सर्दियों के दौरान यात्रा करने में मजा आता है।’’

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वैसे मनोरंजन जगत से जुड़े लोगों को शायद ही लंबी छुट्टियों का लुत्फ उठाने को मिलता है। कम से कम टीवी में डेली सोप करने वालों के लिए तो घूमने जाने के अवसर कम ही मिलते है। इस संदर्भ में प्रगति मेहरा कहती हैं-‘‘शूटिंग के दौरान अचानक से छुट्टी मिलना संभव नहीं है, लेकिन हम योजना बना सकते हैं। अगर हम प्रोडक्शन हाउस को अपनी यात्रा की योजना के बारे में पहले से बता देते हैं, तो सब कुछ उस हिसाब से एडजस्ट किया जा सकता है। क्योंकि अगर कोई कलाकार लंबे समय तक चलने वाले सफल सीरियल का हिस्सा है, तो आपको कुछ चीजों को समझना होगा। यह सच है कि दैनिक सीरियलों में काम करते हुए कलाकार का यात्राएं करना या अपनों से मिलने की सोचना महज एक हास्यास्पद विचार है।‘‘

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प्रगति मेहरा को उत्तराखंड मे लंढौर घूमने जाना सर्वाधिक पसंद है। वह बताती हें-‘‘मैं अमूमन मुंबई से देहरादून के लिए सीधी उड़ान लेती हूँ। फिर देहरादून से दो घंटे की अद्भुत ड्राइव कर अपने गंतव्य तक पहुॅचती हॅू। लेकिन शीतकालीन मौसम में यहां यात्रा करना आसान नहीं होता।  हालांकि इस मौसम के दौरान मौसम बहुत सुखद होता है।‘‘   सर्दियों में आप क्या खाना पसंद करती हैं? इस सवाल पर प्रगति ने कहा- ‘‘सर्दियाँ खाने के लिए हैं! सुबह की धूप और लोलुपता साथ-साथ चलते हैं! अगर  पहाड़ियों में किसी भी पगडंडी पर टहलने का अवसर मिल जाए, तो फिर ‘पहाड़ों वाली मैगी‘ और ‘अदरक लेमन टी‘ का स्वाद बहुत ही लाजवाब होती है। बचपन की याद हमारे स्कूल ब्लेजर की जेबों में भुनी हुई मूंगफली भरने की है, और जब तक आप निश्चित रूप से पकड़े नहीं जाते, तब तक हर एक दिन आखिरी अवधि तक चबाते रहें।’’

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